तीन बजे रात्रि से ही आरटीपीएस काउंटर पर लग जा रही भीड़
अरवल। हाड़ कपाने वाली इस ठंड पर भारी पर रहा है राशन कार्ड। आखिर पड़े भी क्यों नही
अरवल।
हाड़ कपाने वाली इस ठंड पर भारी पर रहा है राशन कार्ड। आखिर पड़े भी क्यों नहीं। खासकर राशन कार्ड बन जाने पर गरीब मजदूर वर्ग के लोगों के लिए काफी कम मूल्य पर दो वक्त की भोजन की व्यवस्था हो जाती है। बहुत दिनों बाद राशन कार्ड बनवाने का मौका जो मिला है। जिसे कोई गरीब मजदूर छूटना नही चाहता। क्योंकि अब राशन कार्ड कही का हो आप जहां भी रहते हैं वही आप को नजदीकी जनवितरण विक्रेता के पास निर्धारित मूल्य पर राशन मिल जाएंगे। मुख्यालय अवस्थित आरटीपीएस कार्यालय के बाहर कार्यालय खुलने के छह घंटे पहले लोग पहुंच जा रहे हैं। लोगों को जल्दी पहुंचने का मकसद जल्दी कार्ड नहीं बनवाना है बल्कि उन्हें डर सताते रहता है कि कहीं देर हुआ तो पूरे दिन लाइन में खड़ा रहना पड़ेगा। सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोग तीन बजे रात्रि से ही कार्यालय पहुंचना प्रारंभ कर दे रहे हैं। ऐसे लोग भूख मिटाने के लिए घर से भोजन और ठंड से बचने के लिए कम्बल की जुगाड़ के साथ ही पहुंचते है। रोहाई गांव निवासी लीलावती ने बताया कि मैं पिछले दो दिनों से आठ बजे सुबह करपी पहुंच जाते हैं। लेकिन काफी भीड़ की वजह से राशन कार्ड के लिए काउंटर पर पहुंचते पहुचते समय समाप्त हो जाता और पुन घर लौटना पड़ता है। रात होने पर अपने दूर के संबंधी के घर ही रुक गयी और अहले सुबह ही कार्यालय के बाहर कतार में बैठ गयी। तब जाकर आज फॉर्म जमा करने में सफलता प्राप्त की।