अरवल में 14 में 10 नए प्रत्याशियों पर जनता का भरोसा
अरवल। पंचायत चुनाव के पांचवें चरण की मतगणना शांतिपूर्ण माहौल में पूरी हो गई। इस दौरान पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने मतगणना केंद्र का निरीक्षण करते रहे।
अरवल। पंचायत चुनाव के पांचवें चरण की मतगणना शांतिपूर्ण माहौल में पूरी हो गई। इस दौरान पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने मतगणना केंद्र का निरीक्षण करते रहे। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को कई आवश्यक निर्देश दिए। मतगणना को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा गया। इस दौरान 14 में से 10 पंचायतों के विकास की जिम्मेदारी नये मुखिया को दी गई है।
करपी प्रखंड की आइयारा पंचायत से मुखिया पद के लिए किरण देवी, पुरैनिया से सुषमा देवी, किजर से रामदुलारी देवी, कोचहास से अवंती देवी, परियारी से हेमंती देवी, दोरा से कृष्णा दास, नरंगा से कुंदन कुमार ने जीत दर्ज किया है। वहीं करपी भाग एक जिला परिषद के लिए राम नरेश शर्मा ने जीत दर्ज किया है।
उधर, मतगणना के बाद कई मुखिया प्रत्याशियों ने दूसरी बार जीत दर्ज की है। नगवा पंचायत से तपेश्वर चौधरी, रोहाई पंचायत से अभिषेक रंजन, खजूरी पंचायत से ललिता देवी, मुरारी पंचायत से नजनी खातून और करपी पंचायत से नीतू कुमारी दूसरी बार मुखिया पद पर जीत दर्ज करने में सफल रहीं। संवाद प्रेषण तक जिला परिषद भाग दो का मतगणना जारी रहा।
मतगणना केंद्र फतेहपुर संडा महाविद्यालय के समीप प्रत्याशियों व उनके समर्थकों की भीड़ निर्धारित समय के पूर्व से ही लगी रही। निर्वाचन आयोग के निर्देश के अनुसार मतगणना केंद्र में प्रवेश के पूर्व मुख्य द्वार पर सघन जांच-पड़ताल करने के बाद प्रत्याशी और उनके समर्थकों को अंदर प्रवेश करने दिया गया। मतगणना केंद्र पर काफी संख्या में सशस्त्र बल के साथ दंडाधिकारी की तैनाती की गई थी। मतगणना केंद्र के समीप अनावश्यक रूप से लोगों को भीड़ नहीं लगने दी गई। केंद्र के कुछ दूरी पर समर्थक अपने प्रत्याशियों के परिणाम आने के लिए घंटों इंतजार करते रहे। जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशी के समर्थक सूचना मिलते ही खुशी का इजहार जिदाबाद का नारा लगाकर करते देखे गए। प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की रैली और जुलूस पर पहले से ही प्रतिबंध था। प्रत्याशी प्रमाण पत्र लेकर सीधे अपने गंतव्य की ओर जाते दिखे। जैसे-जैसे मतगणना का कार्य आगे बढ़ते गया वैसे वैसे समर्थक में खुशी और गम का माहौल देखा गया। प्रत्याशी के समर्थक जीत की खुशी में एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर खुशी का इजहार कर रहे थे।