पर्व के पूर्व सभी घाटों की होगी साफ-सफाई

अरवल नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी डा. अनुपा कुमारी ने सोमवार को क्षेत्र के विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने जनकपुर छठ घाट बैदराबाद अहियापुर लख के अलावा अन्य घाटों का भी मुआयना किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 09:49 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 09:49 PM (IST)
पर्व के पूर्व सभी घाटों की होगी साफ-सफाई
पर्व के पूर्व सभी घाटों की होगी साफ-सफाई

अरवल : नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी डा. अनुपा कुमारी ने सोमवार को क्षेत्र के विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने जनकपुर छठ घाट, बैदराबाद, अहियापुर लख के अलावा अन्य घाटों का भी मुआयना किया। व्रतियों की सुविधा के लिए अनेक प्रकार की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश कनीय अभियंता को दिया। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष छठ व्रतियों के लिए नगर परिषद द्वारा घाटों की साफ-सफाई के साथ-साथ आने जाने वाले रास्ते को सुगम बनाया जाता है। घाटों पर रोशनी की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए स्थल का निरीक्षण कर कई दिशा निर्देश संबंधित कर्मियों और पदाधिकारियों को दिया गया। इस अवसर पर कनीय अभियंता अवनीश कुमार के अलावा अन्य कर्मी मौजूद थे।

पुनपुन घाट पर छठ महापर्व के लिए हर वर्ष पहुंचते श्रद्धालु : किजर में पुनपुन नदी घाट पर अवस्थित प्राचीन सूर्य मंदिर में छठ महापर्व पर लोगों की आस्था देखते बनती है। यहां हजारों छठ व्रतियों द्वारा पवित्र पुनपुन नदी में खड़े होकर भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य दिया जाता है। इसके बाद सूर्य मंदिर में भी पूरी श्रद्धा के साथ पूजा की जाती है। खास बात तो यह है कि किजर सूर्य मंदिर में आसपास के इलाके के अलावा पटना और जहानाबाद जिले से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और यहां भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य देते हैं। छठ पर्व के दौरान यहां छठव्रतियों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। इस दौरान यहां मेला भी लगता है। मान्यता यह है कि प्राचीन सूर्य मंदिर को साक्षी मानकर यहां पूजा अर्चना करने से सारे दुख दूर हो जाते हैं। हर बार प्रशासनिक स्तर पर होता है व्यापक इंतजाम

लोक आस्था का महापर्व कार्तिक छठ में किजर सूर्य मंदिर घाट पर जुटने वाली लोगों की भीड़ को लेकर प्रशासन भी पूरी तैयारी में जुट जाता है। किसी भी प्रकार का कोई हादसा नहीं हो इसके लिए विशेष इंतजाम किए जाते है। इनमें नदी किनारे बैरिकेडिंग, गोताखोर, छठ व्रतियों के कपड़े बदलने के लिए चेंजिग रूम समेत अन्य सभी सुविधा सरकारी स्तर पर उपलब्ध कराई जाती है। वहीं सामाजिक संगठन से जुड़े लोग भी इस महापर्व में अपनी ओर से हरसंभव तैयारी करते हैं। स्थानीय लोगों द्वारा साफ-सफाई से लेकर सभी कार्यों में भरपूर सहयोग किया जाता है। इलाके में यह छठ घाट श्रद्धालुओं की पहली पसंद होती है, हालांकि अभी प्रशासनिक स्तर पर तैयारी प्रारंभ नहीं की गई है।

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