कालाबाजारी करने वाले उर्वरक विक्रेताओं पर होगी कठोर कार्रवाई
अरवल जिलाधिकारी जे प्रियदर्शनी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक हुई।
अरवल: जिलाधिकारी जे प्रियदर्शनी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक हुई। जिलाधिकारी ने किसानों के लिए उर्वरक की उपलब्धता के अलावा कई बिदुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि उर्वरक की कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण करते रहें। उर्वरक विक्रेता के बोर्ड पर निर्धारित मूल्य का जिक्र होना जरूरी है।
प्रखंड स्तरीय निगरानी समिति के साथ निगरानी करने का निर्देश दिया। स्थानीय विधायक महानंद सिंह ने पंचायत स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति के गठन का सुझाव दिया। पंजीकृत उर्वरक विक्रेताओं द्वारा ससमय प्रतिष्ठान खोलने का निर्देश दिया। एक आधार कार्ड पर निर्धारित मात्रा से अधिक उर्वरक की बिक्री नहीं की जाए। निगरानी के लिए प्रखंड कृषि पदाधिकारी को नामित करने का सुझाव विधायक एवं जिला पदाधिकारी द्वारा दिया गया। बटाईदार किसानों को भी बीज एवं उर्वरक उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया गया । जिलाधिकारी ने कहा कि टाप-20 उर्वरक विक्रेताओं का गहन जांच करते हुए दोषी पाये पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। खरीफ एवं रबी दोनों मौसम में जिला स्तरीय टीम गठित कर छापेमारी किया जाएगा। डीएम ने कहा कि किसानों की समस्याओं को तत्काल समाधान कराएं। जिलाधिकारी ने किसानों से नये प्रभेद धान की फसल लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि नये प्रभेद से कम लागत में मुनाफा अधिक होता है। उन्होंने कम सिचित वाले फसल लगाने पर जोर दिया। उन्होंने कृषि पदाधिकारी को आनलाइन बीज के लिए दिए गए आवेदनों के अनुसार होम डिलीवरी कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किसान अन्नदाता होते हैं। उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए।