शिक्षकों पर भी टूटा कोरोना का कहर, पूर्व बीईओ सहित 13 की हो चुकी मौत

- सभी बीइओ ने डीईओ को सौंपा प्रतिवेदन - शिक्षकों में भय का माहौल- स्वजनों पर टूटा पहाड़

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 08:06 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 08:06 PM (IST)
शिक्षकों पर भी टूटा कोरोना का कहर, पूर्व बीईओ सहित 13 की हो चुकी मौत
शिक्षकों पर भी टूटा कोरोना का कहर, पूर्व बीईओ सहित 13 की हो चुकी मौत

- सभी बीइओ ने डीईओ को सौंपा प्रतिवेदन

- शिक्षकों में भय का माहौल- स्वजनों पर टूटा पहाड़, डीईओ ने व्यक्त की संवेदना

- नौ शिक्षकों के रिपोर्ट विभाग को भेजा गया

- बीईओ ने कोरोना से मरने वाले शिक्षकों की सूची डीईओ को सौंपा

जागरण संवाददाता, अररिया : वे बहुत खुशनसीब इंसान हैं, जिनके सगे, संबंधियों, जानने वाले और दोस्त-अहबाबों की मौत कोरोना से नहीं हुई होगी। कोरोना संक्रमण आम हो या खास सभी के लिए मुसीबत बनकर टूटा है। ऐसा कोई दिन भी नहीं, कहीं न कहीं से कोरोना से मौत की खबर नहीं मिलती होगी। जिले में मौत के बढ़ते ग्राफ में शिक्षकों का आंकड़ा भी चौकाने वाला है। कोरोना संक्रमण के कारण अबतक जिले में एक पूर्व बीईओ व 12 शिक्षकों की मौत हो गई। मंगलवार को दो शिक्षक और पूर्व बीईओ की मौत के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।

मौतों के बाद स्वजनों पर टूटा पहाड़ :

मंगलवार को पलासी प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय गोपालनगर के शिक्षक मो. सर्फुद्दीन, और कन्या प्राथमिक विद्यालय बरदाहा के एचएम सुरेश प्रसाद और पलासी प्रखंड के पूर्व बीईओ गुलाम मुस्तफा की मौत हो गई। एक दिन में शिक्षा से जुड़े तीन लोगों की मौत की खबर से शिक्षा जगत में शोक का लहर दौड़ गया है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण एक दिन में शिक्षा से जुड़े तीन की मौत होना सभी को चौंका दिया है। कोरोना ने पलासी प्रखंड के पूर्व बीईओ गुलाम मुस्तफा को भी नहीं बख्शा। उनकी जनाजे की नमाज पैतृक गांव जलालगढ़ प्रखंड के धनगांवा गांव में अदा की गई। स्वजनों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। शिक्षकों में भय का माहौल है। पूर्व बीईओ गुलाम मुस्तफा सिकटी, पलासी, रानीगंज, भरगामा में बीईओ के पद पर रह कर शिक्षा में सुधार लाने और हुस्न अखलाक के लिए जाने जाते थे। उनका शिक्षकों और अधिकारियों के साथ बेहतर संबंध था। एक साल पहले कार्यकाल पूरा करने के बाद सेवानिवृत हो गए थे।

विभा को भेजा गया प्रतिवेदन :

कोरेानाकाल के दौरान संक्रमण से अन्य 12 शिक्षकों की मौत हो गई है। सोमवार को बीईओ से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा नौ शिक्षकों की मौत कोरोना संक्रमण से होने की पुस्टि करते हुए विभाग को भेजा गया। विभाग ने कोरोना से मरने वालो शिक्षकों सूची जिला शिक्षा कार्यालय से मंगा था। इसके बाद डीईओ के निर्देश पर संबंधित प्रखंड के बीईओ ने अपना प्रतिवेदन जिला शिक्षा कार्यालय में जमा किया था। डीईओ ने बताया कि बीईओ से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर नौ शिक्षकों की रिपोर्ट विभाग को भेजी गई है।

इन शिक्षकों की हुई मौतें :

कोरोना से अररिया प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सफीपुर के शिक्षक लोकेश कुमार भारती की मौत पांच मई और पीएस बैद्यनाथपुर के शिक्षिका तारा देवी की मौत 13 मई को हुई थी। वहीं पीस पकरिया की शिक्षिका अंजू कुमारी का निधन 16 मई को, मध्य विद्यालय चौराह परवाहा के शिक्षक ओम प्रकाश लाल दास का निधन 29 अप्रैल को हो गया था। इससे पूर्व उत्क्रमित मध्य विद्यालय महथावा के एचएम रूपा देवी, मध्य विद्यालय बालूधीमा रानीगंज की शिक्षिका मीरा देवी, प्रावि के तार टोला ठेलामोहन के शिक्षक गुरुनारायण सिंह, मध्य विद्यालय बेलय पोठिया के शिक्षक अरविद कुमार, यूएमएस धरहरा के महेंद्र राम, बलवा कुर्साेल के शिक्षक शमशाद हुसैन की जान जा चुकी है।

-डीईओ ने व्यक्त की संवेदना :

कोरोना संक्रमण से मौत होने वाले शिक्षकों के स्वजनों के प्रति डीईओ राज कुमार ने संवेदना व्यक्त की। डीईओ ने बताया कि ईश्वर से प्रार्थना है कि दुख की इस घड़ी में स्वजनों को हौसला और मृत आत्मा का शांति मिले। बताया कि विभाग को प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर नौ शिक्षकों की मौत के आंकड़े विभाग को भेजा गया है। बीईओ से प्रतिवेदन मिलने के बाद अन्य की रिपोर्ट भी विभाग को भेजा जाएगा।

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