श्रद्धा व सम्मानपूर्वक मनाया गया बाबा साहब का परिनिर्वाण दिवस

------------------------------------------ संवाद सूत्रछातापुर(सुपौल) भारतीय संविधान के जनक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 12:01 AM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 12:01 AM (IST)
श्रद्धा व सम्मानपूर्वक मनाया गया बाबा साहब का परिनिर्वाण दिवस
श्रद्धा व सम्मानपूर्वक मनाया गया बाबा साहब का परिनिर्वाण दिवस

------------------------------------------ संवाद सूत्र,छातापुर(सुपौल): भारतीय संविधान के जनक तथा गरीबों दलितों के रहनुमा बाबा साहब अंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस सोमवार को राष्ट्रीय युवा महासंघ द्वारा श्रद्धा भाव से मनाया गया। प्रखंड के राजेश्वरी पंचायत में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय युवा महासंघ के अध्यक्ष इंजीनियर एल.के.निराला ने की। वहीं मुख्य अतिथि के रूप में कोरियापट्टी पूरब के मुखिया किसान नेता कामरेड राजेश कुमार यादव, जिला परिषद क्षेत्र संख्या 25 से जिला परिषद सदस्य पूनम कुमारी,चरणे मुखिया मंटू सरदार उर्फ दीपक ,पंचायत समिति सदस्य दीपक सरदार, राजेश्वरी पूर्वी मुखिया रुबी देवी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब के चित्र पर पुष्पांजलि के साथ की गई। इस अवसर पर अपने संबोधन में राष्ट्रीय युवा महासंघ के अध्यक्ष इंजीनियर एल के निराला ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का भारतीय इतिहास में अहम योगदान रहा है। जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके जैसा विद्वान, अर्थशास्त्री, कानूनविद , राजनीतिज्ञ दुनिया में बहुत कम अवतरित हुए हैं। इसलिए दुनिया उन्हें सिबल ऑफ नॉलेज के नाम से जानती है। भारतीय संविधान का निर्माण करते हुए उन्होंने समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों को हक, अधिकार दिलाने का प्रयत्न किया । उन्होंने समानता, एकता, भाईचारा को बढ़ावा देते हुए अंधविश्वास, पाखंडवाद, जाति प्रथा तथा छुआछूत, भ्रष्टाचार के खिलाफ ताउम्र लड़ते रहे । मुख्य अतिथि कोरियापट्टी पूरब के मुखिया राजेश कुमार यादव ने कहा वास्तव में हमलोग आज जो कुछ भी हैं वह बाबा साहब के संघर्ष का ही परिणाम है । उन्होंने अपने जीवन में कभी सिद्धांत से समझौता नहीं किया जिसके चलते उन्हें मंत्री पद तक को छोड़ना पड़ा। अकेले बाबा साहब संविधान सभा में दलितों, पिछड़ों के लिए वकालत करते थे। आज उनके वकालत का परिणाम है कि देश के अंतिम पायदान पर खड़े बहुजन समाज के लोग भी बाबा साहब के संविधान की बदौलत सफलता की नई ऊंचाई को छू रहे हैं। कहा बाबासाहेब आंबेडकर हम लोगों के प्रेरणा स्त्रोत हैं । उन्होंने हम लोगों को पढ़ना लिखना और सम्मान से जीना सिखाया। अगर बाबा साहब कुछ दिन और होते तो भारत का कायाकल्प हो सकता था। कार्यक्रम में मुख्य रूप से शंभू सादा(शिक्षक) नंदकिशोर यादव, पिटू कुमार मेहता, अरविद मेहता, रामचंद्र यादव, तारिणी यादव, अभिनंदन यादव, रंजीत पासवान, नजीर पासवान, मनोज यादव, फागू दास, शिव ना. दास, नारायण दास समेत अन्य लोग मौजूद थे।

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