पुलिस ने फारबिसगंज रेड लाइट एरिया में की छापेमारी

अररिया। फारबिसगंज के अस्पताल रोड के समीप स्थित रेड लाइट एरिया के नाम से चर्चित मोहल्ले में

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 11:50 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 11:50 PM (IST)
पुलिस ने फारबिसगंज रेड लाइट एरिया में की छापेमारी
पुलिस ने फारबिसगंज रेड लाइट एरिया में की छापेमारी

अररिया। फारबिसगंज के अस्पताल रोड के समीप स्थित रेड लाइट एरिया के नाम से चर्चित मोहल्ले में शनिवार को कमजोर वर्ग सीआइडी के एएसपी मदन आनंद के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ने स्थानीय थाना व जिला पुलिस बल के सहयोग से छापेमारी कर मौके से पांच महिला एवं छह पुरूष को हिरासत में लिया है। छापेमारी टीम में एक डीएसपी, एक इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर एवं महिला पुलिस पदाधिकारी शामिल थी। वहीं स्थानीय थाना से थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेन्दु अन्य पुलिस बल भी मौजूद थे। जबकि मानव समस्या निवारण समिति अररिया के संजय श्रीवास्तव एवं जागरण कल्याण भारती के अध्यक्ष संजय कुमार भी इस छापेमारी में शामिल थे। छापेमारी गुप्त सूचना के आधार पर की गई थी। जिस कारण रेड लाइट एरिया के लोगों में हड़कंप मचा रहा। हिरासत में लिए गए महिला व पुरुषों से स्थानीय थाना में पुलिस के द्वारा गहन पूछताछ की जा रही है। मामले में सीआइडी एएसपी ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि रेड लाइट एरिया बिना कोई आईडी प्रूफ कुछ लोग देह व्यापार से जुड़े हुए हैं। उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए एनजीओ एवं स्थानीय पुलिस के सहयोग से उक्त जगह छापामारी की। जहां एक घर से दो संदिग्ध महिला को हिरासत में लिया है। जिसके पास से ना तो कोई आधार कार्ड ना ही कोई आईडी मिला है। वहीं वहां से छह लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। जिसमें मो. आजाद, सरोज कुमार, प्रकाश कुमार मेहता, सुबोध कुमार, अशोक मुखिया शामिल है। वहीं मौके पर सीसीएचटी पूर्णिया प्रमंडल के कन्वेनर सह अध्यक्ष जागरण कल्याण भारती के संजय कुमार ने बताया कि अररिया, पूर्णिया व रोहतास में एक साथ एक ही समय पर छापेमारी की गई है। वहीं सीसीएचटी बिहार कन्वेनर वाइके गौतम ने बताया कि कमजोर वर्ग सीआईडी बिहार पुलिस के आईजी रत्न शंकर कटियार के निर्देश पर अररिया पूर्णिया एवं रोहतास में छापेमारी कर रेस्क्यू अभियान चलाते हुए देह व्यापार से जुड़ी बच्चियों को मुक्त कराया गया है। उन्होंने कहा कि मुक्त कराई गई बच्चियों को बालिका सुधार गृह भेजा जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि उनका अभियान है ऐसे बच्चियां जिन्हें जबरन देह व्यापार के धंधे में धकेला जाता है। उन्हें मुक्त करते हुए समाज के मुख्यधारा में जोड़ना है। उन्होंने कहा कि उनके संस्था का मकसद बच्चियों को मुक्त कराने के साथ-साथ ऐसे लोगों पर भी कानूनी कार्रवाई कराना जो मुख्यत: इस धंधे में जुड़े हुए हैं।

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