कोरोना के नई गाइडलाइन को लेकर सख्त हुआ जिला प्रशासन

- जिले में नौ बजे के बाद चप्पे-चप्पे पर मौजूद रही पुलिस लोग घरों में हुए बंद - संध्या पांच बज

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 12:53 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 12:53 AM (IST)
कोरोना के नई गाइडलाइन को लेकर सख्त हुआ जिला प्रशासन
कोरोना के नई गाइडलाइन को लेकर सख्त हुआ जिला प्रशासन

- जिले में नौ बजे के बाद चप्पे-चप्पे पर मौजूद रही पुलिस, लोग घरों में हुए बंद

- संध्या पांच बजे के बाद ही बंद होने लगी दुकानें, दी गई सख्त चेतावनी।

- बीते 24 घंटे के दौरान जिले में संक्रमण के 37 नये मामले आये सामने

संवाद सूत्र अररिया: जिले में कोरोना गाइडलाइन को लेकर जारी नए आदेश को लेकर सोमवार को जिला प्रशासन सख्त दिखा। प्रशासन द्वारा माइकिग कराकर आम लोगो को नई गाइडलाइन की जानकारी दी गई। रात में नौ बजे के बाद चप्पे- चप्पे पर पुलिस के जवान मौजूद रहे। संध्या पांच बजे के बाद ही शहर के दुकान बंद होने लगे। इक्के दुक्के दुकान जो छह बजे के बाद भी खुले हुए थे उन्हें प्रशासन के सख्त चेतवानी का सामना करना पड़ा। शहर के एडीबी चौक, आश्रम चौक, चांदनी चौक आदि जगहों पर स्थित दुकान छह बजे के बाद पूरी तरह बंद हो गए। संध्या सात बजते ही शहर के मुख्य बाजार आदि जगहों पर सन्नाटा छा गया। क‌र्फ्यू के ²ष्टिकोण से चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था। मेडिकल कार्यो से भी देर रात सड़को पर निकलने वाले लोगो को भी पुलिस के सवालों का सामना करना पड़ा। होटल आदि को भी नौ बजे तक बंद करने के आदेश के कारण शहर का बस स्टैंड इलाका भी सुनसान नजर आया। लोग सात बजे के बाद केवल आवश्यक कार्यो से ही बाहर निकलते न•ार आये वही दूसरी और मास्क नही पहनने वाले लोगो से भी पुलिस सख्ती से निपटते नजर आई। सोमवार को जिले में 670 लोगो को मास्क नही पहनने पर चालान काटते हुए सख्त चेतावनी दी गई। वहीं दूसरी ओर बीते 24 घंटे के दौरान जिले में संक्रमण के 37 नये मामले सामने आये हैं। इस दौरान 18 लोगों के स्वस्थ होने की सूचना है। फिलहाल जिले में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ कर 368 पर जा पहुंची है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सोमवार को जिले में सघन कोरोना जांच अभियान का संचालन किया गया। अररिया नगर थाना, पुलिस लाइन सहित शहर के विभिन्न वार्डों में जांच कैंप का आयोजन किया गया। वहीं फारबिसगंज रेलवे स्टेशन सहित कई अन्य महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों के साथ-साथ दूरदराज ग्रामीण इलाकों में भी कैंप लगाकर प्रतिनियुक्त कर्मियों द्वारा लोगों की कोरोना जांच की गयी।

बंद रहे शिक्षण संस्थान- सरकार के नई गाइडलाइन के बाद सोमवार को जिले में सभी शिक्षण संस्थान पूरी तरह बंद रहे। इससे पहले कॉलेज, स्कूल, कोचिग और अन्य संस्थान में बच्चों के आने पर तो प्रतिबंध था मगर शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहते थे। वहीं नए गाइडलाइन के बाद सोमवार को जिले के सभी संस्थानों में ताला लटका रहा। शहर के अररिया कॉलेज, महिला कॉलेज सहित सभी सरकारी गैर सरकारी स्कूल कॉलेज बंद न•ार आये। वही प्रशासन के सख्त रुख को देखते हुए मोहल्ले, गलियों में चोरी- छिपे संचालित हो रहे कोचिग संस्थान ने भी संस्थान को पूरी तरह बंद दिखा।

धार्मिक संस्थानों रहे बंद, होटल संचालक नियम की कर रहे अनदेखी- सोमवार को शहर के धार्मिक संस्थान में भी आम लोगो के प्रवेश पर पूरी तरह रोक रहा। शहर के काली मंदिर आदि के मुख्य गेट पर ताला लगाकर आम लोगो के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। इसके अलावा ठाकुरबाड़ी मंदिर अन्य मंदिर भी नई गाइडलाइन के तहत बंद न•ार आये। वहीं नई गाइडलाइन का शहर के अधिकांश होटल संचालक अवेहलना करते न•ार आये। अधिकांश होटल ग्राहकों को बैठाकर खाना, नाश्ता खिलाते न•ार आये। शहर के बस स्टैंड आदि जगहों पर अधिकांश होटल नियमो की अवेहलना करते नजर आए वही प्रशासन भी ऐसे होटलों को नजरअंदाज करते न•ार आये।

कैम्प के माध्यम से पांच हजार 859 लोगों की हुई कोरोना जांच-

जिले में कोरोना मरीजों के एक्टिव सर्च के लिये चिह्नित स्थलों पर लगातार कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार को 5859 लोगों की जांच की गयी है। जानकारी देते हुए डीपीएम रेहान अशरफ ने कहा जिले के विभिन्न बस स्टैंड पर लगाये गये कैंप में सोमवार को कुल 3374 लोगों की जांच की गई है वहीं अररिया व फारबिसगंज स्टेशन पर लगाये गये कैंप में 1737 व भारत नेपाल सीमा से सटे इलाकों में आयोजित कैंप के माध्यम से कुल 748 लोगों की कोरोना जांच की गई है।

अररिया व फारबिसगंज के शहरी इलाके ज्यादा प्रभावित- जिले में कोरोना संक्रमण 60 फीसदी से अधिक मामले अररिया व फारबिसगंज नगर क्षेत्र से संबंद्ध हैं। फिलहाल जिले में कोरोना के एक्टिव कुल 368 मामलों में 91 मामले अररिया से हैं। वहीं फारबिसगंज में एक्टिव मामलों की संख्या 187 है। लिहाजा कोरोना के 50 प्रतिशत मरीज महज फारबिसगंज नगर व इसके आस-पास के क्षेत्र से संबंद्ध हैं। कुल मरीजों के 24 फीसदी मरीज अररिया से हैं। इसी तरह जिले के भरगामा प्रखंड में संक्रमण के 13, रानीगंज प्रखंड में 15, जोकीहाट में 4, पलासी में 10, सिकटी में 3, कुर्साकांटा में 10 व नरपतगंज में कुल 35 संक्रमित मरीज हैं।

बढ़ाया जायेगा कंटेनमेंट जोन का दायरा - मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कोरोना संबंधी मामलों की हुई समीक्षात्मक बैठक का हवाला देते हुए डीपीएम रेहान असरफ ने कहा कि बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कंटेनमेंट जोन का आकार बड़ा करने का निर्देश प्राप्त है। माइक्रो कंटनमेंट जोन अब नहीं बनेंगे। कंटेनमेंट जोन में एंटीजेन टेस्ट की रफ्तार बढ़ायी जायेगी। आरटीपीसीआर जो संक्रमण का पता लगाने के लिये गोल्डन टेस्ट के रूप में जाना जाता है। जिले में हर दिन 600 आरटीपीसीआर जांच का लक्ष्य है। जिलाधिकारी के निर्देश पर यह निर्णय लिया गया है कि 600 आरटीपीसीआर जांच में 250 आरटीपीसीआर सदर अस्पताल अररिया व अररिया पीएचसी पोषक क्षेत्र के अंतर्गत किया जायेगा वहीं 250 आरटीपीसीआर टेस्ट अनुमंडल अस्पताल फारबिसगंज व फारबिसगंज पीएचसी क्षेत्र में किया जायेगा। बांकी कम प्रभावी क्षेत्र कुर्साकांटा, नरपतगंज, पलासी, सिकटी सहित अन्य पीएचसी पोषक क्षेत्र के तहत 10 से 20 टेस्ट ही किये जायेंगे। ट्रूनेट जांच का सिलसिला पूर्ववत जारी रहेगा। डीपीएम ने कहा शहरी क्षेत्र में पॉजेटिविटी रेट ज्यादा है। ऐसा देखा जा रहा है कि युवा वर्ग तेजी से संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं लेकिन उनकी वजह से परिवार व समाज के बुजुर्गों को बड़ा खामियाजा चुकाना पड़ रहा है।

नियमों का पालन से ही लोग रहेंगे सुरक्षित- कोरोना संबंधी मामलों की जानकारी देते हुए डीआईओ डॉ मोईज ने कहा जिला स्वास्थ्य विभाग कोरोना की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण के उपायों के लिये हर संभव प्रयास कर रहा है। हमारी कोशिश तब तक कामयाब नहीं हो सकती है जब तक आम लोग इसे लेकर सतर्क नहीं होंगे। उन्होंने आम जिलावासियों से नियमित रूप से मास्क का उपयोग करने, बहुत जरूरी होने पर ही अपने घरों से निकलने। इस दौरान शारीरिक दूरी का ध्यान रखने व नियमित अंतराल पर अपने हाथों की सफाई करने की अपील की गई है।

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