बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की बात बेमानी
अररिया। जिले के सदर अस्पताल में महिला चिकित्सक की कमी लंबे अरसे से खल रही है। यहां खासक
अररिया। जिले के सदर अस्पताल में महिला चिकित्सक की कमी लंबे अरसे से खल रही है। यहां खासकर प्रसव कराने आने वाली महिलाओं को काफी परेशानी होती है। हालांकि पुरुष डॉक्टर नर्स के सहयोग से प्रसव कराते हैं। लेकिन कई महिलाएं इस कारण यहां निजी नर्सिंग होम में चली जाती हैं कि वे महिला चिकित्सक से ही इलाज कराना चाहती है। सबसे दुखद स्थिति दुष्कर्म पीड़िता की होती है। जो दूर दराज से पहले महिला थाना प्राथमिकी दर्ज कराने आती है। फिर यहां से फारबिसगंज मेडिकल जांच के लिए भेज दिया जाता है। हर चुनाव में ये अहम मुद्दा रहता है कि जिले में स्वास्थ्य सुविधा बेहतर किया जाएगा। लेकिन चुनाव की बात, चुनाव खत्म होने के साथ ही लोग भूल जाते हैं। इसका फायदा बिचौलिए को मिलता है। जो सदर अस्पताल के इर्द गिर्द घूमते हैं और मौका देखकर महिलाओं को निजी नर्सिंग होम में ले जाते हैं। जबकि जिला स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर बहुत ही पिछड़ा होने के कारण लोगों को बस सदर अस्पताल का ही आसरा रहता है। ऐसे में यहां आने के बाद लोगों को निराशा ही हाथ लगती है। इस संबंध में सांसद प्रदीप कुमार सिंह का कहना है अररिया में आने वाले समय में मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएगा। मेडिकल कॉलेज बनने के लिए प्रक्रिया चल रही है। अररिया ही नहीं आसपास के कई जिले के लोगों को बेहतर मेडिकल सुविधा का लाभ मिलेगा। मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ साथ महिला चिकित्सक भी रहेंगी। बस थोड़ा इंतजार करने की जरूरत है।
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कोट
अररिया सदर अस्पताल में महिला चिकित्सक नहीं है। लेकिन यहां मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसका विशेष ख्याल रखा जाता है। फारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल में महिला चिकित्सक है। उम्मीद है जल्द ही अररिया सदर अस्पताल में भी महिला चिकित्सक का पदस्थापन हो जाएगा। -डॉ. अयोध्यया प्रसाद सिंह, सीएस अररिया।