स्कूलों में बच्चे नहीं फहराएंगे तिरंगा
अररिया। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 16 अगस्त तक लॉकडाउन प्रभावी है। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिव
अररिया। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 16 अगस्त तक लॉकडाउन प्रभावी है। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पहली बार स्कूलों में बच्चे नहीं जा सकेंगे। स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों की प्रभातफेरी और स्कूलों में झंडोत्तोलन के साथ जलेबी का इंतजार रहता था। प्रभातफेरी में शामिल होने का जुनून और एक साथ कदमताल करने की ललक स्कूली बच्चों की अधूरी रह गई। आजादी के बाद से यह पहला अवसर होगा जब स्कूल, कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम बिना विद्यार्थियों के होंगे। कहीं भी सांस्कृतिक आयोजन नहीं होंगे। न विद्यार्थियों को आजादी का वह लड्डू मिलेगा, जिसका उन्हें वर्ष भर इंतजार रहता है। विद्यार्थियों की मौजूदगी में ही स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे आयोजन होते रहे हैं। देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। इसकी वजह से सभी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगी हुई है। ऐसे ही माहौल में इस बार आजादी का जश्न लॉकडाउन के बीच बच्चे और अभिभावक घर पर रहकर हीं मनाएंगे। जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच द्वारा कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुये इस बार स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम सादगी एवं संक्षिप्त ढंग से मनाए जाने को लेकर गाइड लाईन जारी किया गया है। स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में किसी प्रकार का समारोह व भीड़ इकट्ठा किए जाने की पाबंदी है। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के चलते सभी स्कूलों में ध्वजारोहण के दौरान प्रधानाध्यापक, शिक्षक , कर्मचारी व विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य ही मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि लंबे संघर्ष और कई स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत के बाद भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन अंग्रेजों की हुकूमत से आजादी मिली थी। तब से हर साल इस दिन को देशवासी स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मना रहे हैं। ऐसे समय में जहां भारत समेत पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी से लड़ रही है उस दौरान भारत अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। कोरोना संकट को देखते हुए इस साल के आयोजन में बच्चों का कोलाहल सुनने को नहीं मिलेगा ।