डीसीएलआर ने किया खाद दुकानों की जांच

संवाद सूत्र फुलकाहा (अररिया) नरपतगंज प्रखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में खाद की कालाबाजारी की

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 12:36 AM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 12:36 AM (IST)
डीसीएलआर ने किया खाद दुकानों की जांच
डीसीएलआर ने किया खाद दुकानों की जांच

संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया):

नरपतगंज प्रखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में खाद की कालाबाजारी की सूचना मिलने पर सोमवार को फारबिसगंज भूमि उप समाहर्ता यूनुस अंसारी ने टीम गठित कर नरपतगंज प्रखंड में कई खाद-बीज दुकानों में छापेमारी की। खाद दुकान में खाद खरीदारी करने पहुंचे किसानों से भी अधिकारियों की टीम ने बात की। जांच के दौरान दुकानदार की स्टॉक पंजी, रजिस्टर आदि का भौतिक सत्यापन किया। स्टॉक पंजी दुरूस्त नहीं पाए जाने पर दुकानदारों को कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। फारबिसगंज डीसीएलआर ने जांच के दौरान कहा कि पॉश मशीन से खाद नहीं बेचने वाले दुकानदारों का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि खाद कालाबाजारी के बारे में अभी तक किसान स्पष्ट रूप से नहीं बता रहे हैं। कहीं किसानों से निर्धारित मूल्य से अधिक लेने वाले दुकानदारों पर सीधे कार्रवाई की जाएगी। प्रखंड क्षेत्र के कई दुकानों की जांच की। छापेमारी की सूचना पर उर्वरक विक्रेताओं की दुकानों में हो रही छापेमारी की सूचना से दुकानदारों में हड़कंप मच गया। बिना लाइसेंस के दुकान चलाने वाले खाद दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों को बंद कर रखा था। जांच के क्रम में फुलकाहा बाजार के शिव ड्रेडिग के विक्रेता अनिल मेहता एवं शिव दुर्गा ट्रेडर के विक्रेता बबलू मेहता ने स्टॉक पंजी नहीं दिखाई गई। पॉश मशीन भी बंद थी। मौके पर डीसीएलआर ने कहा जिले में उर्वरक की कोई किल्लत नहीं है। किसानों से निर्धारित मूल्य से अधिक नहीं लेना है। ऐसा करने वाले उर्वरक विक्रेताओं का लाइसेंस रद्द किया जाएगा। किसानों से अगर किसी दुकानदार द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक लिया जा रहा है,तो इसकी शिकायत तुरंत करें। डीएससीआर ने कहा कि किसानों की शिकायत पर जिला पदाधिकारी के निर्देश पर जांच की गई है किसानों का कहना था कि भारतीय क्षेत्र के किसानों को नहीं देकर नेपाल में तस्करी के माध्यम से खाद को भेजा जा रहा है। डीसीएलआर ने कहा कि नरपतगंज के सीमावर्ती क्षेत्र के दुकानदारों के द्वारा नेपाल में तस्करी के माध्यम से खाद भेजा जा रहा है इसकी शिकायतें लगातार मिल रही थी साथ ही खाद की खरीदारी करने वाले किसानों के बारे में भी जानकारी ली। किसान कितना खाद खरीदा और उसके पास कितना खेत है इसकी भी जांच की। जिसको लेकर छापेमारी की गई है छापेमारी के दौरान कई ऐसे दुकान बंद पाए गए। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के कई ऐसे दुकानदार हैं जो बिना लाइसेंस के हीं कीटनाशक दवाई बेचते हैं उस पर भी कार्रवाई तय है। मौके पर किसानों ने डीसीएलआर से सरकारी दरों पर खाद नहीं मिलने की शिकायत की उन्होंने खाद दुकानदारों को फटकार लगाते हुए कहा कि किसानों को सरकारी दरों पर खाद उपलब्ध कराएं। डीसीएलआर ने नरपतगंज प्रखंड कृषि पदाधिकारी से सभी खाद की सरकारी दर के बारे में पूछा तो कृषि पदाधिकारी आवाक पड़ गए। गौरतलब है कि यदि प्रखंड कृषि पदाधिकारी को ही खाद की सरकारी दाम पता नहीं है तो किसानों की हो रही शोषण के बारे में सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। इस दौरान डीसीएलआर ने नवाबगंज पैक्स बिक रहे खाद्य का भी जांच किया। जांच टीम में डीसीएलआर यूनुस अंसारी, नरपतगंज सीओ प्रवीण कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी विजय कुमार ठाकुर, कृषि समन्वयक मृत्युंजय सिंह, कृषि समन्वयक सब्बीर कुमार भारती आदि शामिल थे।

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