दो बिछड़े हुए को थानाध्यक्ष ने मुखिया प्रतिनिधि के सहयोग से मिलाया

संसू रेणुग्राम (अररिया) सिमराहा थाना के डोरिया सोनापुर पंचायत स्थित पुरंदाहा गांव निव

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 11:48 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 11:48 PM (IST)
दो बिछड़े हुए को थानाध्यक्ष ने मुखिया प्रतिनिधि के सहयोग से मिलाया
दो बिछड़े हुए को थानाध्यक्ष ने मुखिया प्रतिनिधि के सहयोग से मिलाया

संसू, रेणुग्राम (अररिया):

सिमराहा थाना के डोरिया सोनापुर पंचायत स्थित पुरंदाहा गांव निवासी जमाल के 19 वर्षीय पुत्र इश्तियाक को शनिवार दोपहर सिमराहा थानाध्यक्ष साजिद आलम उनके स्वजन को सौंपा। पुलिस द्वारा सौंपे गये इश्तियाक बचपन से गूंगा है। ग्रामीणों ने बताया कि एक वर्ष पूर्व वह अचानक अपने घर से गायब हो गया था। काफी खोजबीन बाद भी नहीं मिला तो इनके पिता ने आपसी रंजिश को भुनाने के लिए पड़ोस के ही दाऊद, तबारक व अन्य के विरुद्ध अपने बेटे को गायब करने का आवेदन स्थानीय थाने में दे दिया था। जबकि अपहृत लड़का उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में मजदूरी कर रहा था। इस बीच गुरुवार को वह लड़का आजमगढ़ में जिस बस पर सवार हुआ उसी बस पर पहले से ही गांव के कुछ लोग सवार थे। जिन्होंने उसे पकड़ कर मुखिया प्रतिनिधि मोईन को सूचना दी। मुखिया प्रतिनिधि ने थानाध्यक्ष को सारी जानकारी दी। उसके बाद उसे आजमगढ़ से सीधे सिमराहा थाना को सुपुर्द किया गया। इधर एक और लड़के की बरामदगी की गई है। जिसका नाम मो मोसव्वीर पिता मोजीब है। वह डेढ़ साल से फरार था। इस मामले में थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई गई थी। जिसे उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी सामाजिक कार्यकर्ता व पत्रकार ने उसे लावारिश समझकर अपने पास शरण दी थी। फिर उसने पूर्णिया और अररिया के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से सम्पर्क स्थापित कर सिमराहा थाना अध्यक्ष का नम्बर लेकर उसे सूचना दी। तत्पश्चात थानाध्यक्ष ने उनके परिवार से सम्पर्क स्थापित कर के डेढ़ वर्षों से ढूंढ रहे अपने जवान बेटे को एक सप्ताह के अंदर वापस लाने का भरोसा दिया। अपने बेटे को लखनऊ से वापस लाने के लिए उनके परिजनों को पैसे भी नहीं थे। तब थानाध्यक्ष व मुखिया प्रतिनिधि को आर्थिक सहयोग देकर लखनऊ भेजा। बहुत दिनों के बाद दो दिन पूर्व उनकी भी घर वापसी हुई है। दोनों लड़कों के घर वापसी से स्वजन सहित पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई।

chat bot
आपका साथी