भारतीय सभ्यता को बचाने की स्नेहा चला रहीं मुहिम

अररिया। जहां एक ओर पढ़े लिखे युवा वर्ग भारतीय संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं और पश्चिम

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 11:15 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 11:15 PM (IST)
भारतीय सभ्यता को बचाने की स्नेहा चला रहीं मुहिम
भारतीय सभ्यता को बचाने की स्नेहा चला रहीं मुहिम

अररिया। जहां एक ओर पढ़े लिखे युवा वर्ग भारतीय संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं और पश्चिमी सभ्यता की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। वहीं रानीगंज की बेटी स्नेहा किरण संस्कृति के अधिकार के लिए मुहिम चला रही है। गांव-गांव में घूम-घूमकर भारतीय परंपरा, रहन सहन, खान-पान, पहना ओढ़ावा आदि के लिए जागरूक कर रही है। इतना ही नहीं वह सोशल मीडिया, लेख, कविता आदि के माध्यम से देश प्रेम का मुहिम चला रही है। विभिन्न संगठनों से जुड़ी है। जिससे उसे जागरूकता अभियान चलाने में मदद मिलती है। वह कहती है कि किसी भी राष्ट्र के लिए उसकी सांस्कृतिक विरासत सबसे महत्वपूर्ण होती है। क्योंकि राष्ट्र का निर्माण सांस्कृतिक मूल्यों से ही होता है और सांस्कृतिक मूल्यों के ह्रास ही राष्ट्र अपनी पहचान खो देता है। वही राष्ट्र संगठित रह सकता है, जिसके सांस्कृतिक मूल्य बने रहे हैं। वह लोगों को बताती है कि सांस्कृतिक मूल्यों का निर्धारण उसकी भारतीयता और देशभक्ति का पैमाना होता है। सांस्कृतिक मूल्यों के लिए समर्पित और कला व संस्कृति से युवाओं को जोड़ने की जिम्मेदारी को पूरा करना मेरा लक्ष्य है। -समाजसेवा को बनाया जीवन का लक्ष्य स्नेहा किरण एमए, एलएलबी की पढ़ाई करने के बाद समाजसेवा को अपना जीवन का लक्ष्य बनाया है। वह स्वयं को समाजसेवा के लिए समर्पित कर दी है। वह सामाजिक कुरीतियों, बालिका शिक्षा, भारीय सभ्यता के बचाने, नारी सशक्तीकरण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रही है। वह बेबाक अंदाज में मजबूती के साथ मंच पर अपनी बात रखती, दर्शक व श्रोता उनकी बातें से आकर्षित हो जाते हैं और गंभीरता से सुनते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में रहने के बावजूद उन्हें भाषा, भारतीय संस्कृति पर पूरी पकड़ है। वह कवि सम्मेलन में भाग लेकर अपनी कविता के माध्यम समाज को जागरूक करने का प्रयास करती है।

-कई बार हो चुकी हैं सम्मानित:

स्नेह किरण नारी सशक्तीकरण व बालिका शिक्षा, ग्रामीण क्षेत्रों के महिलाओं के बीच ब्रेस्ट कैंसर व महामारी संक्रमण से रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाने आदि को लेकर बार सम्मानित हो चुकी हैं। वर्ष महिला आयोग के अध्यक्ष के हाथ से वर्ष 2018 में मिसेस ग्लोबल बिहार की उपाधी से नवाजा गया। उसी साल जिला प्रशासन ने भी स्नेहा किरण के कार्याें की सराहना करते हुए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इसके अलावा वह भ्रष्टचार की रोकथाम के लिए एक आम आदमी की भूमिका विषय पर एक टीवी चैनल द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में पांच लाख रुपये का इनाम मिला था। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय योगदान के लिए स्नेहा को कई बार सरकारी व गैर सरकारी संगठनों सम्मानित किया गया है। वर्तमान वह बीपीएसी की तैयारी के साथ साथ संगठन से जुड़ कर समाजिक कुरीतियों दूर करने व भारतीय संस्कृति के बचाने के लिए मुहिम चला रही है।

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