बटन वहीं दबेगा , जहां दिल मजबूर करेगा
अररिया। सिकटी विधानसभा सीट के लिए चुनावी दंगल शुरू हो चुका है । प्रचार -प्रसार की रफ्तार ते
अररिया। सिकटी विधानसभा सीट के लिए चुनावी दंगल शुरू हो चुका है । प्रचार -प्रसार की रफ्तार तेज हो चली है। सिकटी विधानसभा सीट के लिए तीसरे चरण में सात नवंबर को मतदान होना है। भाजपा-राजद सहित कुल चौदह उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। नेताजी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं। न दिन को दिन समझ रहे हैं और न रात को रात। यह सब नजारा मतदाता देख रहे हैं और समझ रहे हैं। कौन उम्मीदवार वोटकटवा है , कौन राष्ट्रहित और विकास को लेकर चुनावी मैदान में है और कौन बननेवाली सरकार को ब्लैकमेल करने के लिए चुनाव लड़ रही है। इस चीज को मतदाता भलीभांति समझ रहे हैं। मतदाता इतने समझदार हैं कि वादा -इरादा को भांप रहे हैं। सही को चुनने के लिए सही रूप से मतदान हो। इसे लेकर कई लोग मतदाताओं को समझा रहे हैं।
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बटन वहीं दबेगा जहां दिल मजबूर करेगा
- समाजसेवी प्रणव गुप्ता, दिलीप मंडल, दिव्यमूर्ति संदीप ने कहा कि बटन वहीं दबेगा, जहां दिल मजबूर करेगा। मतदान करने से पहले मत की अहमियत को समझना जरूरी है। सही प्रत्याशी चुनने के लिए एक -एक मत कीमती है। देश के हर जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य है कि वे अपने आस -पास के लोगों को मत की कीमत को समझाए। अपने देश में लोकतंत्रात्मक शासन प्रणाली है। यहां सर्वोच्च शक्ति जनता के पास है । जनता मतदान द्वारा अपनी प्रतिनिधि चुनती है, जो सरकार का निर्माण करती है।
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बिहार का विकास हो सभी का लक्ष्य
मतदाता गोरख सिंह, ईबरार आलम, किशमिश राय, संजय पोद्दार कहते हैं कि सिकटी विधानसभा चुनाव को लेकर आम मतदाताओं की अपनी अलग -अलग राय है । कोई विकास की मुद्दे की बात कर रहा है तो कोई स्थानीय मुद्दे पर अपना वोट देने की बात कर रहा है । वादे तो सभी करते हैं, लेकिन लोगों को चाहिए कि सही को चुनने के लिए सही वोट करें । विकास और देश हित की रक्षा सर्वोपरि होती है।