पुलिस की कार्यशैली से जिले में अपराधियों का मनोबल बढ़ा : सांसद
अररिया। सांसद प्रदीप सिंह ने पुलिस अधीक्षक अररिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने जिलाधि
अररिया। सांसद प्रदीप सिंह ने पुलिस अधीक्षक अररिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने जिलाधिकारी के जरिए सीएम नीतीश कुमार के नाम पत्र भेजकर एसपी की कार्यशैली पर नाराजगी जताया है। सांसद ने कहा कि एसपी विधि विरुद्ध एवं समाज को तोड़ने का कार्य कर रहीं हैं। पुलिस अधीक्षक श्रीमति धूरत सायली अपने पदस्थापना काल से ही अपने अव्यवहारिक कार्य कलाप से सदैव विवाद उत्पन्न करते रही है । जिसका कई उदाहरण है। अपराधियों का मनोबल बढ़ा है। अररिया नगर एवं फारबिसगज थाना अध्यक्ष के रूप में पुलिस निरीक्षक का पदस्थापन होना चाहिए परंतु इनके स्थान पर कनीय अफसर का पदस्थापन किया गया है । किसी भी थाना में थानाध्यक्ष का पदस्थापन नियमानुकुल नहीं किया जाता है । जिसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है । पुलिस लाइन में पुलिस ( सिपाही ) परेड एंव शारीरिक गतिविधि ठप है । हाल के दिनों में महलगांव थानाध्यक्ष के साथ दुर्व्यवहार किया गया। यहां तक कि उनका सरकारी रिवाल्वर भी छीन लिया गया परन्तु आज तक न तो थाना प्रभारी को हटाया गया न अपराधियों पर कार्रवाई ही की गई। अररिया के बेलवा पंचायत में लड़की के साथ दुष्कर्म करने के उपरांत हत्या कर दी गई। अभी तक अपराधी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसी प्रकार रानीगंज के परमानंद पुर में नाबालिग लड़की के साथ रेप का प्रयास किया गया विफल होने पर लड़की के आंख एवं मुंह में जहर देकर हत्या का प्रयास किया गया । इसी तरह ताड़ाबाड़ी थाना के पलासी गांव में एक युवक की हत्या कर दी गई लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं कि गई है और न अपराधी को पुलिस पकड़ पाई है । इस प्रकार दर्जनों ऐसी घटनाएं है । जिसमें पुलिस अधीक्षक अररिया विफल रही है । हाल के दिनों में एव पूर्व के इनके पदस्थापन काल से जितने भी सामूहिक विवाद चाहे धार्मिक हो या अन्य कारणों से हो उसमें वर्तमान पुलिस अधीक्षक अररिया द्वारा सदैव एकपक्षीय कार्रवाई की गई है । गुण एवं दोष पर इनका कोई ध्यान नहीं रहता है । विशेष कर भारतीय जनता पार्टी एव इनके अनुसांगिक संगठनों पर ही अनुचित धाराओं में फर्जी एव झूठ प्राथमिकी दर्ज स्वयं करवाती है । जिसके परिणाम स्वरूप जनता में आक्रोश प्रशासन के प्रति गलत धारणा उत्पन्न होती है। जिले के दो स्थानों बरदाहा एव डुगरीया में कोई गंभीर घटना नहीं हुई दो समुदाय के कुछ युवकों द्वारा हल्का झड़प हुई जिसको समाज के प्रबुद्ध एंव वरिष्ठ लोगों द्वारा सुलझा दिया गया । शांति एवं भाईचारा कायम रही लेकिन पुलिस अधीक्षक की अदूरदर्शीता के कारण एक पक्ष पर प्राथमिकि दर्ज करवाकर निर्दोष लोगों का नाम देकर समाज में वैमन्यस्ता उत्पन्न करने का काम कर दिया है । इसलिए ऐसे एसपी का यहां अविलंब हटाया जाए।