छोटा परिवार सुखी परिवार के महत्व पर चर्चा

फोटो नंबर 11 एआरआर 11 कार्यक्रम में उपस्थित लोग संसू फारबिसगंज (अररिया) विश्व जनसंख्या

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Jul 2021 06:22 PM (IST) Updated:Sun, 11 Jul 2021 06:22 PM (IST)
छोटा परिवार सुखी परिवार के महत्व पर चर्चा
छोटा परिवार सुखी परिवार के महत्व पर चर्चा

फोटो नंबर 11 एआरआर 11

कार्यक्रम में उपस्थित लोग

संसू, फारबिसगंज (अररिया): विश्व जनसंख्या दिवस पर रविवार को द्विजदेनी कालोनी में जनसंख्या और परिवार कल्याण पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता साहित्यकार हेमंत यादव ने किया। कार्यक्रम का शुरूआत स्कूली बालक कुशाल द्वारा गाये राष्ट्रीय गीत वीर तुम बढ़े चलो से हुआ।

शिक्षा सेवी विनोद कुमार तिवारी ने संगोष्ठी का आगाज करते हुए कहा कि आज से तीस चालीस वर्ष पूर्व दीवारों पर लिखा मिलता था- छोटा परिवार, सुखी परिवार। इसके अलावा किताबों और कापियों के पीछे भी इस तरह का परिवार कल्याण का नारा लिखा मिलता था। परंतु अब तो ऐसा लगता है कि बढ़ती हुई जनसंख्या से सरकार को कोई मतलब ही नहीं है, यद्यपि सच तो यह है कि देश में जनसंख्या विस्फोट की स्थिति बनी हुई है। बताया हम दो हमारे दो वाले सरकारी सेवकों को यदि वेतन में प्रोन्नति या पदोन्नति मिलती तो शायद जनसंख्या नियंत्रण में अधिक सुधार होता। सरकार को इस तरह की योजनाएं चलानी चाहिए।

हिदी सेवी अरविद ठाकुर ने कहा कि 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के संचालक परिषद द्वारा की गई थी, माना जाता है कि इस दिन विश्व की जनसंख्या 5 बिलियन हो गई थी। प्रो. सुधीर झा ने कहा कि बढ़ती हुई जनसंख्या से विश्व में अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो रही है। बेरोजगारी, जातिगत भेदभाव, नौकरियों में आरक्षण की समस्या जोर पकड़ रही है। जनसंख्या नियंत्रण ही इसके समाधान का एकमात्र उपाय है।

सभाध्यक्ष यादव ने कहा कि आवश्यकता है कि सरकार द्वारा व्यापक रूप से प्रचार प्रसार किया जाए, जिससे आम जनता जनसंख्या नियंत्रण के फायदे को समझ सके। जनसंख्या की समस्या का समाधान व्यक्ति की बौद्धिक चेतना और संयम पर निर्भर है।

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