फारबिसगंज के एचडीएफसी बैंक में लगी आग

- सुभाष चौक स्थित बैंक में शुक्रवार की सुबह धुआं निकलते देख लोगों में मची अफरा-तफरी - फा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Jul 2021 05:29 PM (IST) Updated:Fri, 02 Jul 2021 05:29 PM (IST)
फारबिसगंज के एचडीएफसी बैंक में लगी आग
फारबिसगंज के एचडीएफसी बैंक में लगी आग

- सुभाष चौक स्थित बैंक में शुक्रवार की सुबह धुआं निकलते देख लोगों में मची अफरा-तफरी

- फायर ब्रिगेड की टीम ने पहुंच कर आग पर पाया काबू, बैंक का कैश सुरक्षित

फोटो नंबर 02 एआरआर 08 व 09

फारबिसगंज के एचडीएफसी बैंक में लगी आग

संवाद सूत्र, फारबिसगंज (अररिया): फारबिसगंज के सुभाष चौक स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा में शुक्रवार की सुबह अचानक आग लग गई। सूचना पर लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। बैंक के शटर के अंदर से धुआं निकल रहा था, जिसके बाद लोगों ने मकान मालिक अरुण सिंह को इसकी जानकारी दी। मकान मालिक ने बैंक के अंदर आग लगने की जानकारी फायर बिग्रेड को देते हुए बैंक प्रबंधक को बताया। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम ने पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद बैंक के अंदर लगी आग को काबू पाया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि बैंक के अंदर लगे फर्नीचर व अन्य सामान जलकर राख हो गए। हालांकि बैंक में रखा कैश (रुपया) सुरक्षित बचा हुआ बताया जाता है। आग के कारण बैंक के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जलने के साथ साथ 10 लाख से अधिक का नुकसान बताया जा रहा है। मामले में पूछे जाने पर बैंक के प्रबंधक शांतनु कुमार ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। उन्होंने कैश सुरक्षित होने की बात कही है। हालांकि नुकसान के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आकलन के बाद ही कितना का नुकसान हुआ यह बताया जा सकता है, लेकिन नुकसान 10 लाख रुपये से अधिक का हो सकता है। शाखा प्रबंधक ने कहा कि नुकसान की जांच के लिए पटना से एडमिन की टीम को सूचना दी गई है। एडमिन की टीम के द्वारा ही बैंक के अंदर लगी आग से नुकसान की जांच की जाएगी।

इनसेट

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बैंक के अंदर हुए अग्निकांड ने सुरक्षा के उपकरणों पर खड़े किए सवाल -

फारबिसगंज एचडीएफसी बैंक में हुए अग्निकांड ने एक बार फिर बैंकों में अग्नि सुरक्षा के इंतजामों पर सवाल खड़ा कर दिया है। सवाल यह है कि क्या वाकई बैंक इस तरह के अग्निकांड से निपटने के लिए तैयार है ? क्या उनमें मौजूद अग्नि सुरक्षा के साधन महज दिखावटी हैं? बैंक शाखा में इस तरह के अग्निकांड का मतलब है, वहां मौजूद ग्राहकों की जमा पूंजी और उनके बेशकीमती डाटा को जबर्दस्त नुकसान पहुंचना। लिहाजा भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए बैंकों को अग्निसुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह फिट रखना बेहद जरूरी है। जिले के ज्यादातर बैंकों में अग्नि सुरक्षा के नाम पर उपकरण तो हैं, लेकिन ये उपकरण दिखावटी ज्यादा हैं या फिर बैंक का स्टाफ इन्हें सही से चलाना भी नहीं जानते है। जानकारों की माने तो प्रशासन और अग्निशमन विभाग ने लंबे समय से बैंकों में अग्नि सुरक्षा के इंतजामों को नहीं परखा है। इस सबंध में जिला प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है।

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