विधि विधान से हुई शिल्पदेव भगवान विश्वकर्मा की पूजा

जागरण संवाददाता अररिया शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में विश्वकर्मा जयंती धूमधाम से मनाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 12:30 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 12:30 AM (IST)
विधि विधान से हुई शिल्पदेव भगवान विश्वकर्मा की पूजा
विधि विधान से हुई शिल्पदेव भगवान विश्वकर्मा की पूजा

जागरण संवाददाता, अररिया: शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में विश्वकर्मा जयंती धूमधाम से मनाई गई। महान शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की तथा हवन यज्ञ हुआ। लोहे की दुकानों पर विभिन्न प्रतिष्ठानों व मोटर गैरेज में भी पूजा अर्चना की गई। लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। लोगों ने जगह जगह भगवान विश्वकर्मा के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजन किया। वहीं शहर स्थित चित्रगुप्त नगर घोड़ा स्टैंड के पास भगवान विश्वकर्मा की मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया था। जयंती पर उत्सव जैसा माहौल रहा। पूजा करने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। सुबह से लेकर शाम तक लोग पूजा करने में व्यस्त रहे है। जगह जगह कीर्तन आदि होता रहा। पूजा के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का विरतण किया गया। लोगों ने अपने अपने घरों पर वाहनों की साफ सफाई कर पूजा अर्चना की। शहर के अन्य जगहों पर भी विश्वकर्मा जयंती पर पूजा अर्चना की। विभिन्न विभागों में भी लोगों ने भगवान विश्वकर्मा की पूजा कर लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया। जयंती को लेकर माहौल पूरी तरह से भक्तिमय बना रहा। लोगों ने अपनी अपनी दुकान को साफ सफाई कर पूजा अर्चना की। शहर के चांदनी चौक, एडीवी चौक, रहिका टोला, नवरत्न चौक सहित अन्य जगहों पर भगवान विश्वकर्मा की पूजा धूमधाम से हुई।

संसू, पलासी के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न मशीनरी संस्थानों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा शुक्रवार को भक्तिमय माहौल में की गयी। इस क्रम में प्रखंड मुख्यालय स्थित बाजार, मालद्वार, हनुमान चौक कोढ़ैली, धर्मगंज, कनखुदिया, कलियागंज सहित अन्य गांवों के मशीनरी संस्थानों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा - अर्चना वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया गया। साथ ही भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा - अर्चना के साथ भजन - कीर्तन जारी है।

संसू ,कुर्साकांटा के अनुसार शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की पूजा शुक्रवार को प्रखंड क्षेत्र के लोगों ने श्द्र्धाभाव से किया। हमारी भारतीय संस्कृति और पौराणिक मान्यता के अनुसार बाबा विश्वकर्मा को शिल्पकला का पूर्वज माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इनकी अंगुलियों से ही ज्ञान विज्ञान की रचना होती है। चाहे भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र हों या ब्रह्मा जी के वेद पुराण,इंद्रदेव का बर्ज, श्री राम का धनुष बजरंग बली का गदा ,काली मैया का तलवार , ही नही बल्कि सरस्वती की वीणा भी इन्हीं की रचना है। इसलिए विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर भक्तजन इनकी पूजा अर्चना श्द्र्धाभाव से करते हैं। प्रखंड क्षेत्र में विभिन्न जगहों पर लोगों द्वारा विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की गयी। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये। सिकटी के भाजपा विधायक विजय कुमार मण्डल भी अनेकों जगहों पहुंचकर प्रतिमा को नमन करने पहुंचे।

संसू, जोकीहाट के अनुसार प्रखंड क्षेत्र में धूमधाम से शुक्रवार को विश्वकर्मा पूजा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भक्तों ने मूर्ति स्थापित कर पूजा अर्चना किए। जहानपुर गांव स्थित विश्वकर्मा मंदिर में स्थानीय लोगों द्वारा भजन, कीर्तन का आयोजन किया गया। साथ ही मेले का भी आयोजन युवाओं द्वारा किया गया। वहीं यादव टोल सिसौना में भी रंजीत यादव की देखरेख में पूजा का आयोजन किया गया। पूजा के बाद प्रसाद वितरण भी भक्तों के बीच किया गया। वहीं प्रखंड क्षेत्र में भक्तों ने अपने अपने ट्रैक्टर, बाइक, चार पहिया वाहन आदि को साफ सुथरा कर भगवान विश्वकर्मा की पूजा की। खासकर खुट्टी, दभड़ा, बहारबाड़ी, महलगांव, हरदार, जोखी बाजार, सिमरिया, उखवा, बोड़ैल, आमगाछी, बैगना, बलुवा, किशनपुर, उखवा, बागनगर सहित पूरे प्रखंड क्षेत्र में धूमधाम से विश्वकर्मा पूजा मनाया गया।

संसू सिकटी के अनुसार शिल्प के देवता भगवान विश्वकर्मा की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। शुक्रवार को सीमावर्ती प्रखंड क्षेत्र के कई स्थानों पर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर विधि -विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई। कई श्रद्धालुओ ने अपने घरों में प्रतिमा स्थापित कर अपने औजारों तथा वाहनों की पूजा-अर्चना भी की। कई स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए तथा प्रसाद का महाभोग लगाया गया। शुक्रवार को विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर शिल्प के देवता भगवान विश्वकर्मा की कई लोगों ने अपने घरों में रहकर ही पूजा अर्चना की। वहीं कुछ कार्यालयों में सादगी पूर्ण ढंग से विश्वकर्मा जयंती मनाई गई।

chat bot
आपका साथी