अफगानिस्तान से तालिवानी आतंकी शरणार्थी के रूप में नेपाल आने का बढ़ा खतरा

अशोक झा जोगबनी(अररिया) नेपाल में जिस तरह से अवैध रूप से जा रहे शरणार्थी के संख्या में

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 12:37 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 12:37 AM (IST)
अफगानिस्तान से तालिवानी आतंकी  शरणार्थी के रूप में नेपाल आने का बढ़ा खतरा
अफगानिस्तान से तालिवानी आतंकी शरणार्थी के रूप में नेपाल आने का बढ़ा खतरा

अशोक झा, जोगबनी(अररिया): नेपाल में जिस तरह से अवैध रूप से जा रहे शरणार्थी के संख्या में बढ़ोतरी हो रही है वह कहीं न कहीं भारत के लिए भी सुरक्षा के ²ष्टिकोण से नेपाल से लगी भारत की सीमा संवेदनशील होती जा रही है। सिर्फ नेपाल सरकार के सरकारी तथ्य की माने तो अभी नेपाल में 10 देश के 20 हजार से ज्यादा शरणार्थी नेपाल को अपना आश्रय स्थल बनाये हुए है। जबकि दस देश के शरणार्थियों में आठ देश के अवैध रूप से नेपाल प्रवेश कर रह रहे हैं।नेपाल में भूटान व तिब्बत के शरणार्थी को सिर्फ नेपाल में मान्यता है।

शरणार्थी के रूप में इन देशों से पहुंच रहे है लोग ।

नेपाल में शरणार्थी के रूप में म्यानमार, अफगानिस्तान, बंगलादेश, पाकिस्तान, यमन, इराक, इरान, श्रीलंका व सोमालिया के करीब 778 शरणार्थी नेपाल में है 1993 के गणना के इस तादाद के आकलन व तालिबान में उत्पन्न स्थिति व अंतरराष्ट्रीय मीडिया में पाक समर्थित आतंकी की भारत में गिऱफ्तारी के बाद नेपाल के गृह मंत्रालय ने भी अब नेपाल के भूमि को प्रयोग कर विदेश में कोई अराजक गतिविधियों को संचालन को लेकर चिता जाहिर किया है?। खास कर द्वन्द्व ग्रस्त देश के शरणार्थी नेपाल को अपना आश्रय स्थल बना रहे है।चूंकि नेपाल में अध्यगमन कानून कमजोर होने के कारण कई देश के लोग पर्यटक के रूप में आकर नेपाल में शरणार्थी के रूप में रह रहे है तो कई का नेपाल आने का रिकार्ड है तो लेकिन नेपाल से बाहर जाने का नहीं ।

यूएनएचसीआर के विवरण को ही नेपाल सरकार मानती है आधार ।

नेपाल में किस देश के कितने अवैध शरणार्थी रह रहे हैं इसका आधिकारिक विवरण नेपाल सरकार के गृह मंत्रालय के द्वारा संकलन नहीं किया गया है इसके लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ शरणार्थी उच्चायुक्त के कार्यालय (युएनएचसीआर) के द्वारा मासिक रूप में भेजे जाने वाले तथ्यांक को ही आधिकारिक मान रही है?जिसमे सबसे ज्यादा अवैध शरणार्थी के रूप में म्यानमार के नागरिक हैं इससे पूर्व 376 शरणार्थी थे। लेकिन पिछले दिनों इसमे 14 लोगों की बढ़ोतरी हुई है।

तो पाकिस्तान के 184 , अफगानिस्तान के 52, सोमालिया के 20, श्रीलंका के 19, इरान के नौ, बंगलादेश के पांच तथा इराक व यमन के एक-एक व्यक्ति है।वही कुछ वर्ष पहले तक सिरिया से भी शरणार्थी आये थे लेकिन अब कहा कितने संख्या में है वह नेपाल सरकार को जानकारी नही।

तालिबान के आतंकी नेपाल शरणार्थी के रूप में आने की सूचना पर दिखा रही है सक्रियता।

अफगानिस्तान में तालिबान के द्वारा सत्ता कब्जा करने के साथ ही वहां से शरणार्थी के रूप में अराजकतत्व नेपाल आने के संभावना के बाद नेपाल सरकार के गृह मंत्रालय के आकलन के बाद सीमा में सख्ती के साथ ही ऐसे लोगों पर कडाई से निगरानी करने की बात गृह मंत्रालय के प्रवक्ता फणिन्द्रमणि पोखरेल ने कही है?।

नेपाली भूमि के प्रयोग की सूचना पर बढ़ी है सुरक्षा चुनौती।

अवैध शरणार्थी के संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौती भी बढ़ रही है खास कर शरणार्थी को प्रयोग कर किसी आतंकवादी समूह के द्वारा आपराधिक गतिविधि को संचालित करने को लेकर सुरक्षा अधिकारी के द्वारा सजगता की बात तो कही जा रही है। चूंकि नेपाल में रहरहे शरणार्थी आर्थिक रूप में कमजोर होने से किसी आतंकी समूह के द्वारा आपराधिक कार्य ंमे दुरुपयोग करने की संभावना ज्यादा है।

chat bot
आपका साथी