कोई भजन गाकर वोटरों को लुभा रहे तो कोई जुमे की नमाज पढ़ कर

ज्योतिष झा जोकीहाट (अररिया) जिले में चुनावी सरगर्मी धीरे धीरे तेज हो गई है। मतदाताओं क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 12:12 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 12:12 AM (IST)
कोई भजन गाकर वोटरों को लुभा रहे तो कोई जुमे की नमाज पढ़ कर
कोई भजन गाकर वोटरों को लुभा रहे तो कोई जुमे की नमाज पढ़ कर

ज्योतिष झा, जोकीहाट, (अररिया): जिले में चुनावी सरगर्मी धीरे धीरे तेज हो गई है। मतदाताओं को अपनी ओर खींचने के अजीबोगरीब उपाय किए जा रहे हैं। जीवन भर भीड़ से बचने वाले नेताजी भीड़ देखकर आजकल बहुत खुश होते हैं। सोच यह है कि थोड़ा सा हाथ पैर मारने से हो सके भीड़ वोट के रूप में तब्दील होकर उनकी झोली में गिर जाए। इसलिए धार्मिक भावनाओं के आधार पर भी बढ़त बनाने की कोशिश सभी प्रखंड व पंचायतों में चल रही है।

अररिया प्रखंड के एक पंचायत में अनंत पूजा के अवसर पर अष्टयाम के अवसर पर भीड़ भाड़ के बीच भजन कीर्तन चल रहा था। कई जिला पार्षद व मुखिया प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ कीर्तन मंडली के बीच बैठकर जोर जोर से भजन कीर्तन करने में बारी बारी से मगन हो गए। उधर साथ चल रहे कार्यकर्ता पहले से प्रत्याशी के कहने पर मोबाइल से लाइव प्रसारण के लिए चौकस थे। ऐसा लग रहा था सबकुछ पहले से सेट है। लाइव वीडियो पर दस बीस लोगों ने कमेंट कर दिया। नेताजी का चेहरा खिल उठा। प्रत्याशी को ऐसा प्रतीत हो रहा था कि लोग तो उनके आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। लोगों का रिस्पांस देखकर नेताजी रेस पकड़ लिए हैं। कुछ ऐसी ही हालात अधिकतर पंचायत के मस्जिदों में जुम्मे के नमाज में देखी जा रही है। जो जुम्मे का नमाज पढ़ते नहीं वे भी टोपी और इत्र की खूशबू से तर-बतर मस्जिद पहुंचकर पहली लाइन में अपना स्थान सुरक्षित कर लेते हैं। ताकि भीड़ में मौजूद सभी गणमान्य लोगों की नजर नेताजी पर पड़े और ऐसे लोगों की चर्चा समाज और वोटरों की बीच हो कि फलां का जेहन बदल गया है। अब तो नमाज बड़ी संजीदगी से पढ़ रहा है। वह तो पूरी तरह मजहबी भावनाओं से भर गया है। लेकिन भाई लोगों को यह मालूम नही की भजन कीर्तन और नमाज चुनाव के समय पढ़ने से कुछ नहीं होगा। ये पब्लिक है सब जानती है।

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