श्रद्धापूर्वक मनाई गई मां लक्ष्मी की पूजा

संसू फारबिसगंज (अररिया) सुख शांति व समृद्धि की आराध्या देवी मां लक्ष्मी की पूजा बुधवार प्रदोष

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 11:56 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 11:56 PM (IST)
श्रद्धापूर्वक मनाई गई मां लक्ष्मी की पूजा
श्रद्धापूर्वक मनाई गई मां लक्ष्मी की पूजा

संसू, फारबिसगंज (अररिया): सुख, शांति व समृद्धि की आराध्या देवी मां लक्ष्मी की पूजा बुधवार प्रदोष काल श्रद्धापूर्वक आयोजित की गई। शरत् पूर्णिमा की शुभ तिथि पर विशेष कर बंगाली समुदाय एवं मिथिलांचल वासियों के द्वारा व्रत रखते हुए गृहलक्ष्मी देवी की पूजा अर्चना करने की परंपरा है। जो कोजागिरी लक्ष्मी पूजा अथवा कोजगरा के रूप में प्रचलित है। हालांकि मंगलवार संध्या काल पूर्णिमा लगने के उपरांत भी कई व्रतियों द्वारा माता लक्ष्मी की पूजा की गई, जबकि बंगाली समुदाय के अतिशय लोगों ने आज पूजा का आयोजन किया।

पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में भी इस तिथि को धूमधाम के साथी माता लक्ष्मी की पूजा मनाने की परिपाटी है। इस अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के कई स्थानों में मेले का भी आयोजन किया जाता है।

व्रतियों द्वारा कोजागिरी लक्ष्मी पूजन के अवसर पर अपने अपने आवास की साफ सफाई कर एवं आलपना (रंगोली) रच, उपवास रखते हुए प्रदोषकाल धन धान्य एवं सुख समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही कथा का आयोजन भी किया जाता है। जिसमें परिवार के महिला, पुरुष, बच्चे सहित सभी सदस्य भाग लेते हैं। इस संदर्भ में पंडित शंभू बनर्जी ने बताया कि कोजागिरी पूर्णिमा के अवसर पर गृहस्थ देवी लक्ष्मी माता के पूजन एवं कथा सुनने से भक्तों को देवी की अमोघ आशिष की प्राप्ति होती है। वहीं इस अवसर पर मां लक्ष्मीजी की प्रतिमा अथवा चित्र के समक्ष व्रतियों ने नैवेद्य, फल मूल, मिष्टान्न, खीर आदि का प्रसाद चढ़ा परिवार के सामग्रिक समृद्धि एवं सौभाग्य तथा उन्नति की मंगल कामनाएं की। मान्यता है कि शरत् पूर्णिमा की रात्रि जागरण कर उपासना करने से घर में गृहलक्ष्मी

देवी विराजमान रहती हैं। वहीं लक्ष्मी पूजा के अवसर पर देर रात तक लोग एक दूसरे के घर जाकर प्रसाद ग्रहण किया। कुल मिलाकर माता लक्ष्मी की पूजा को लेकर दो दिनों से उत्सवी माहौल बना रहा।

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