दूसरे लहर से सबक लेकर तीसरे लहर में बचाव की हो रही तैयारी
-आक्सीजन की नहीं होगी कमी, 15 अगस्त से पहले चालू होंगे दो आक्सीजन प्लांट -आईसीयू संचालन में तकनीकी
-आक्सीजन की नहीं होगी कमी, 15 अगस्त से पहले चालू होंगे दो आक्सीजन प्लांट
-आईसीयू संचालन में तकनीकी गड़बड़ी को दूर करने का हो रहा है प्रयास
- डीएम खुद कर रहे है निगरानी, बेड बढ़ाने की भी हो रही कवायद
राकेश मिश्रा, संवाद सूत्र अररिया: कोरोना वायरस की दूसरी लहर से सीख जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग बेहतर तैयारी कर रहा है। कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर में जिलेवासियों को कम से कम समस्या का सामना करना पड़े। दरअसल कोरोना की दूसरी लहर ने जिले में मौजूद स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल कर रख दी है। जिले में आइसीयू, आक्सीजन जेनरेशन प्लांट, चिकित्सक, ट्रेंड कर्मी और अन्य कमियों के कारण जिलेवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मरीजों को इलाज के लिए मधेपुरा मेडिकल कालेज और अन्य अस्पतालों की और रुख करना पड़ा। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस दौर में पूरी तरह लाचार नजर आया। इन सबसे सीख लेते हुए संभावित तीसरी लहर को लेकर जिले के आलाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। जिलाधिकारी लगातार स्वास्थ्य सेवाओ में सुधार के लिए प्रयास किये जा रहे है। स्वास्थ्य विभाग और सरकार से लगातार संपर्क साधा जा रहा है। प्रतिदिन कार्य की मानिटरिग की जा रही है। परिणामस्वरूप स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लक्षण नजर आने लगे है। मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट की स्थापना हो चुकी है। युद्धस्तर पर कार्य करके पाइपलाइन के कार्य को पूरा किया गया है। फारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल में भी प्लांट निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। 15 अगस्त से पूर्व दोनों ही प्लांट को आरंभ कर दिया जायेगा। जानकारी के मुताबिक प्लांट के स्थापना से आक्सीजन की किल्लत दूर हो जायेगी। तीसरी लहर में अगर संक्रमित मरीजों को आक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है तो मरीजों को पाइपलाइन के माध्यम से आक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी।
आईसीयू वार्ड की तकनीकी गड़बड़ी जल्द होगी दूर- कोरोना की दूसरी लहर में आईसीयू वार्ड की कमी भी काफी महसूस की गई। कई मरीजो को अपने जान से हाथ धोना पड़ा। सदर अस्पताल में 10 बेड का आइसीयू वार्ड मौजूद है मगर आपरेटर और मशीन बेल्ट के कारण ये शोभा की वस्तु बन कर रह गई थी।
300 से बढ़ाकर एक हजार मरीजों को किया जायेगा भर्ती- कोरोना की दूसरी लहर में मरी•ाों को भर्ती करने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिला प्रशासन द्वारा इस दौर में अस्थाई कोराना केयर सेंटर बनाये गए। जहां सुविधाओं की अभाव की लगातार शिकायत मिलती रही। सीख लेते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीसरी लहर के पूर्व ही माइक्रोप्लान बनाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार अभी तक जिले में कोरोना संक्रमित मरी•ाों के लिए 300 बैड उपलब्ध है जिसे बढाकर 1000 बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। ताकि 1000 मरी•ाों को एक साथ भर्ती किया जा सके। इसके अलावा तीसरी लहर में मरीजों को भर्ती के लिए जिला प्रशासन द्वारा कई जगहों को पूर्व में ही चिन्हित किया जा रहा है। ताकि तीसरी लहर में कोई आपाधापी न मचे। अब तक पचास से अधिक जगहों को चिन्हित किया जा चुका है जहां कोविड केयर सेंटर का निर्माण किया जा सकता है। विभाग द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों, आशा कार्यकर्ता को भी विशेष प्रशिक्षण देने की योजना पर कार्य किया जा रहा है ताकि जरूरत के वक्त आशा कार्यकर्ताओं की भी मदद ली जा सकें।
सीएस डा.एमपी गुप्ता ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ और अन्य ट्रेंड स्टाफ की बहाली की जा रही है। लगभग एक महीने में बहाली की प्रक्रिया पूर्ण होने की उम्मीद है। जिला स्तर से भी रिक्त का विवरण विभाग को भेज दिया गया है। विभाग द्वारा एक महीने में सभी रिक्ति को भरने का भी आश्वासन दिया गया है। अगर ऐसा हो जाता है तो कोरोना की तीसरी लहर में चिकित्सा सेवाओं की लगातार आपूर्ति में कोई कमी नहीं होगी।