जागरूकता से ही एचआइवी के खतरे से मिलेगी निजात : सीएस

संवाद सूत्र अररिया विश्व एड्स दिवस के मौके पर बुधवार को सदर अस्पताल से जागरूकता रैली निकाल

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 12:15 AM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 12:15 AM (IST)
जागरूकता से ही एचआइवी के खतरे से मिलेगी निजात : सीएस
जागरूकता से ही एचआइवी के खतरे से मिलेगी निजात : सीएस

संवाद सूत्र, अररिया: विश्व एड्स दिवस के मौके पर बुधवार को सदर अस्पताल से जागरूकता रैली निकालकर आम लोगों को एड्स के विषय में जागरूक किया गया और इससे बचने के तरीके भी बताए गए। इससे पहले सदर अस्पताल के आइसीटीएस और अन्य क्लीनिकों को फूल मालाओं से सजाया गया। सीएस ड़ा. एमपी गुप्ता द्वारा वार्ड का निरीक्षण कर अब तक किये गए एड्स के बचाव कार्य की जानकारी ली गई। इसके बाद एचआईवी से बचाव के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से शहर में जागरूकता रैली निकाली गयी। रैली को सिविल सर्जन डा. एमपी गुप्ता, सीडीओ डा वाईपी सिंह ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर क्षेत्र भ्रमण के लिए रवाना किया गया। रैली सदर अस्पताल से निकल कर शहर के चांदनी चौक, काली मंदिर सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों से होकर सदर अस्पताल पहुंच कर खत्म हुई । रैली में शामिल आदर्श मध्य विद्यालय के छात्रों द्वारा आम लोगों को जागरूकता संबंधी हैंडबिल, आईईसी मेटेरियल वितरित किया गया। रैली में स्कूली बच्चे एड्स से लड़ने का उपाय अपनाओ, इस बीमारी को दूर भगाओ, आओ मिलकर एड्स दिवस मनाये, लोगों में एड्स के प्रति अलख जगाएं सहित जागरूकता संबंधी अन्य नारे लगाते चल रहे थे। कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन डा. एमपी गुप्ता ने कहा कि एड्स से बचाव का जागरूकता ही एक मात्र उपाय है। रोग को लेकर लोग जितने जागरूक होंगे बीमारी को खत्म करना उतना आसान होगा। सरकार द्वारा एचआइवी जांच व इलाज का नि:शुल्क इंतजाम किया गया है। जागरूकता को लेकर भी समय-समय पर विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। एचआईवी से बचाव के लिए लोगों को जिम्मेदार रवैया अपनाना होगा। अपने साथी के प्रति ईमानदारी रवैया अपनाना होगा। असुरक्षित यौन संबंध से हमें बचना होगा। साथ ही इंजेक्शन व रक्त चढ़ाने के क्रम में विशेष सावधानी बरतनी होगी। जो एचआईवी के मामलों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जरूरी है। जिला एड्स नियंत्रण पदाधिकारी डा. वाईपी सिंह ने कहा कि संक्रमित गर्भवती महिला के नवजात को एचआईवी का खतरा होता है। चिकित्सकीय परामर्श से नवजात को संक्रमण की चपेट में आने से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एचआईवी के प्रति आम लोगों में जागरूकता आयी है। यही कारण हे कि बीते कुछ सालों से जिले में एचआईवी के मामलों में कमी आयी है। सामूहिक प्रयास व जिम्मेदार रवैया अपना कर हम एचआईवी के मामलों को पूरी तरह खत्म कर सकते हैं। मोके पर डीआइओ डा. मोईज, डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ, सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डा. राजेंद्र कुमार, जिला पर्यवेक्षक शाहिद फरहान, जिला टीबी व एड्स कोर्डिनेटर दामोदर प्रसाद, एफएलडब्ल्यू मो रिजवान, मुरलीधर साह, नदीम अहशन, सोनी कुमारी, शिव कुमार सहगल, विजय कुमार, संजय कुमार भारती सहित अन्य कर्मी मौजूद थे।

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