हाट सीट पर पुराने दिग्गज कायम, वोटरों ने जताया भरोसा

संसू सिकटी (अररिया) सिकटी प्रखंड का मजरख पंचायत एक ऐसी पंचायत है जहां के मुखिया क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 12:28 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 12:28 AM (IST)
हाट सीट पर पुराने दिग्गज कायम, वोटरों ने जताया भरोसा
हाट सीट पर पुराने दिग्गज कायम, वोटरों ने जताया भरोसा

संसू सिकटी, (अररिया): सिकटी प्रखंड का मजरख पंचायत एक ऐसी पंचायत है, जहां के मुखिया का ताज करीब 25 से 30 वर्षों से एक ही परिवार के लोगों के सिर पर है। एक बार फिर इस पंचायत के मतदाताओं ने मुखिया, सरपंच व पंसस ़को पुन: सेवा करने का मौका दिया है। जिस प्रकार कुर्साकांटा प्रखंड की कुर्साकांटा पंचायत हाट सीट मानाजाता है। ठीक उसी प्रकार सिकटी प्रखंड की मजरख पंचायत सबसे हाट सीट होती है। परिवर्तन की लहर में वोटर नए चेहरे ़को मौका देगी या पुराने प्रत्याशी पर ही विश्वास की मुहर लगेगी। नतीजा निवर्तमान मुखिया रमेश कुमार यादव, निवर्तमान सरपंच सखिचंद पासवान व निवर्तमान पंसस कुंदन कुमार पासवान के सिर पर जीत का सेहरा बंधा। निवर्तमान मुखिया रमेश कुमार यादव ने मुखिया पद का चुनाव जीतकर परिवार की कई वर्षों से चली आ रही परंपरा को कायम रखा है। उन्होंने बताया कि परिसीमन के पहले जब मजरख आमगाछी पंचायत का हिस्सा हुआ करता था तब सर्वप्रथम उनके पिता विष्णुदेव यादव 1990 से लेकर 2001 तक मुखिया के पद ़को सुशोभित किया। उनके पिता 2002 से 2005 तक अररिया बाजार समिति के अध्यक्ष रहे। 2001 में रमेश कुमार यादव मजरख पंचायत के पहली बार मुखिया बने। 2006 से लेकर 2011 तक महिला आरक्षित सीट होने की वजह से अनीता देवी और दुखनी देवी महिला मुखिया बनी। सामान्य सीट होने पर 2016 के पंचायत चुनाव जीतकर उन्होंने शानदार उपस्तिथि दी। वहीं 2021 में पुन: जनता ने उनपर भरोसा जताया और 476 वोट से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी गणेश शंकर राय उर्फ कन्हैया राय को हराया। निवर्तमान सरपंच सखिचंद पासवान अपनी जीत से बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि 2006 से सरपंच की सीट उनके परिवार में ही बनी हुई है। जो जनता के भरोसे का प्रतीक है। महिला आरक्षित होने के कारण 2006 में उनकी पुत्रवधू सीमा देवी सरपंच बनी। 2011 में उनकी पत्नी तारा देवी निर्वाचित हुई। 2016 में वे स्वयं इस सीट से जीते और 2021 में एक बार फिर जनता ने भरोसा जताते हुए ग्राम कचहरी का प्रधान बनाया है। इसी तरह कुंदन पासवान भी पंसस के सीट पर दोबारा जीत हासिल कर इतिहास को दोहराया है।

chat bot
आपका साथी