नौंवी बार आई बाढ़ ने मचाई तबाही, एसडीएम ने किया निरीक्षण

संवाद सूत्र फुलकाहा (अररिया) पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश से पड़ोसी देश नेपाल के

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 12:14 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 12:14 AM (IST)
नौंवी बार आई बाढ़ ने मचाई तबाही, एसडीएम ने किया निरीक्षण
नौंवी बार आई बाढ़ ने मचाई तबाही, एसडीएम ने किया निरीक्षण

संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया): पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश से पड़ोसी देश नेपाल के कोशी नदी भुटहा के टूटे बांध से होकर नरपतगंज प्रखंड के उत्तरी भाग के पंचायतों में घुसा बाढ़ का पानी ने काफी तबाही मचाई है। ग्रामीणों के आंगन व घर में भी पानी ने दस्तक दे दिया। खरहा नदी की जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांव के ग्रामीणों में दहशत कायम होने लगा है। अररिया जिला पदाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच के निर्देश पर फारबिसगंज अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार अलबेला ने रविवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। फारबिसगंज अनुमंडल पदाधिकारी ने राजस्व कर्मियों व पुलिस को जरूरी दिशा निर्देश दिया। जल स्तर बढ़ने से आसपास के किसान और ग्रामीणों की चिता बढ़ने लगी है। भंगही पंचायत बाढ़ से ज्यादा प्रभावित हैं जिसके कारण वहां के लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने का कहा। साथ ही लोगों के मांग पर सूखे राशन का भी इंतेजाम करने का आश्वासन दिया। नरपतगंज क्षेत्र संख्या दो के नवनिर्वाचित जिला परिषद सदस्य चांदनी देवी ने लोगों के बीच सूखे राशन का वितरण किया। वहीं नबाबगंज पंचायत के फुलकाहा बाजार से अमरोरी गांव जाने वाली सड़क व पुलिया टूटकर पानी में बह जाने से आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। बताते चले कि यह सड़क अमरोरी व आसपास गांव की लगभग दो हजार से अधिक की आबादी को फुलकाहा बाजार के मुख्य सड़क से जोड़ती है। इसी सड़क होकर गांव के लोग अपने रोजमर्रा के कामों के लिए आवागमन करते हैं। वर्तमान में सड़क टूट जाने से लोगों को लगभग पांच किमी का चक्कर लगाकर दूसरे रास्ते से आवाजाही करना पड़ता है। लेकिन वह रास्ते भी कीचड़ व दलदल में तब्दील है। परंतु इस बार की बारिश व बाढ़ ने तमाम रिकार्ड को तोड़कर नदी को लबालब भर दिया। जिससे उसके पानी के तेज बहाव में कई सड़क बह गई। एसडीएम ने सभी सड़कों का जल्द मरम्मत करवाने का बात कही। नरपतगंज प्रखंड के सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल एवंआलू तथा सब्जी बर्बाद हो गयी। बाढ़ तो कहीं बरसात का पानी भर जाने से खेतों में पकी व कटी पड़ी धान की फसल बर्बाद हो रही है। अच्छे उत्पादन की उम्मीद में सपने संजोए किसानों को प्रकृति के कोप ने जोर का झटका दिया है। पानी में बह रही धान की फसल को देख किसान बेबस नजर आ रहे हैं। लगातार बारिश व बाढ़ की पानी से नरपतगंज प्रखंड के पथराहा, मोतीटप्पू, मानिकपुर, अमरोरी, मधुरा उत्तर, भंगही, पोसदाहा, बबुआन, बसमतिया, बेला आदि क्षेत्र के हजारों ग्रामीण त्राहिमाम कर रहे हैं।

chat bot
आपका साथी