बाढ़ के पानी में एक हो गई सुरसर नदी, खरहा व गेरुआ धार

संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया): पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश से पड़ोसी देश नेपाल के कोशी नदी भुटहा क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 12:28 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 12:28 AM (IST)
बाढ़ के पानी में एक हो गई सुरसर नदी, खरहा व गेरुआ धार
बाढ़ के पानी में एक हो गई सुरसर नदी, खरहा व गेरुआ धार

संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया): पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश से पड़ोसी देश नेपाल के कोशी नदी भुटहा के टूटे बांध से होकर नरपतगंज प्रखंड के उत्तरी भाग के पंचायतों में घुसा बाढ़ का पानी तबाही मचा रहा है। आलम यह है कि सुरसर नदी खरहा एवं गेरुआ धार पानी में समा गया है। वहीं ग्रामीणों के आंगन व घर में दस्तक दे रहा पानी ग्रामीणों के घरों में घुसने को तैयार। फसलों की बर्बाद को कौन कहे ग्रामीणों के बीच खुद के एवं पशुओं को बचाने की जद्दोजहद हो रही है। निकटवर्ती स्कूलों के छात्रों पर अपना आशियाना बनाने में ग्रामीण जुट गए हैं। नरपतगंज के बेला, बसमतिया, पथराहा, मानिकपुर, अमरोरी, तोपनवाबगंज, लक्ष्मीपुर, मोतीतप्पू, मिर्जापुर, डुमरिया, मधुरा उत्तर, खेरा, चंदा आदि गांव बाढ़ से फिलवक्त पूरी तरह प्रभावित है। जहां राहत एवं बचाव कार्य अभी तक शुरू भी नहीं हुआ है। तीन माह के भीतर आई नौं बार बाढ़ ने यहां के ग्रामीणों का जन जीवन नरक से भी बदतर बना दिया है। नरपतगंज क्षेत्र के लिए हर साल कमोबेश बाढ़ आना नया नहीं है कितु स्थाई निदान की दिशा में किसी ने कदम नहीं उठाई यही बड़ा मुद्दा। कई घर पानी के दबाव में टूट गए सैकड़ों लोगों के घर में बने चूल्हे में हीं पानी घुस गया तो खाना कहां पकाया जाय। भुखमरी की समस्या उत्पन्न होना यहां लाजिमी है। इससे इतर सड़क निर्माण एवं मरम्मती में की गई संवेदकों द्वारा लापरवाही का खामियाजा आम ग्रामीण भुगत रहा है। फुलकाहा लक्ष्मीपुर मार्ग में दस फीट कटाव हो गया है। अमरोरी फुलकाहा सड़क शुक्रवार को हीं टूट गया। मानिकपुर फुलकाहा सड़क 25 फीट टूटा है। अमरोरी फुलकाहा पथ 40 फीट कटा है। लक्ष्मीपुर नरपतगंज पथ कई जगहों पर टूट गया है। लक्ष्मीपुर फुलकाहा मार्ग पूरी तरह जर्जर है। बथनाहा बीरपुर मुख्य सड़क मार्ग में भंगही स्टेट बैंक के पास सड़क के उपर दो फीट पानी बह रहा है। टूटे हुए भागों पर पानी का रफ्तार इतना तीव्र है कि यदि मजबूती के साथ लोग सड़क पर नहीं चले तो बह कर बाढ़ के पानी में समा जाए। बाढ़ से प्रभावित ग्रामीणों ने कहा कि अभी तक जनप्रतिनिधि हम लोगों को देखने तक नहीं आया है। लोग पंचायत प्रतिनिधियों पर काफी आक्रोश दिख रहे हैं। लोगों ने कहा कि सांसद, विधायक सिर्फ वोट मांगने आते हैं, अभी हम लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं हम लोगों का फसल क्षति हुआ है लेकिन अभी तक देखने तक नहीं आए हैं। किसानों ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले हम लोगों ने धान काटकर खेत में सूखने के लिए खड़े थे लेकिन ऊपर वाले ने क्या कर दिया जो हम लोगों का सैकड़ों एकड़ धान का फसल बर्बाद हो गया। आलू किसानों ने कहा कि हम लोगों के आलू क्षेत्र में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है जिससे लाखों रुपये मूल्य का आलू फसल बर्बाद हो गया। क्षेत्र के लोगों का आवाजाही प्रखंड मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय से टूट गया है। बाढ़ पीड़ित किसी तरह जिदगी जी रहे हैं। माल मवेशी को भारी परेशानी हो रहा है चारा के लिए भी परेशानी हो रहा है। शुक्रवार की शाम तक बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ रहा था। ग्रामीण सुभाष यादव, संतोष यादव, रामानंद यादव, विश्वनाथ यादव, मुकेश यादव, वीरेंद्र यादव, अगरचंद यादव, रंजन यादव, रंजीत ठाकुर, नीतीश यादव, मनीष यादव, महेंद्र यादव आदि ने अविलंब राहत एवं बचाव कार्य यहां शुरू करवाए जाने की मांग अररिया जिला पदाधिकारी से की है।

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