मांगों के समर्थन में सफाइकर्मी अडिग, शहर में लगा कचरों का अंबार

जागरण संवाददाता अररिया अपनी मांगों के समर्थन में सफाई कर्मियों का अनिश्चतकालीन हड़ताल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 11:53 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 11:53 PM (IST)
मांगों के समर्थन में सफाइकर्मी अडिग, शहर में लगा कचरों का अंबार
मांगों के समर्थन में सफाइकर्मी अडिग, शहर में लगा कचरों का अंबार

जागरण संवाददाता, अररिया: अपनी मांगों के समर्थन में सफाई कर्मियों का अनिश्चतकालीन हड़ताल मंगलवार को आठवें दिन भी जारी रहा। प्रशासनिक अधिकारियों के लाख समझाने के बाद भी हड़ताल समाप्त करने के मूड में नहीं दिख रहे है। सफाई कर्मियों का कहना है जबतक मांगे पूरी नहीं होगी हड़ताल जारी रहेगा। जबकि नप कर्मचारी हड़ताल से वापस लौट गए है अपनी ड्यूटी दे रहे है। शहर के मुहल्लों में कुड़ा कचरा का अंबार लग गया है। इधर वायरल फीवर का प्रकोप तेजी से फैल रहा है ऐसी स्थिति में सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से लोग अपने अपने घरों का कचरा सड़कों पर डाल दे रहे है। जबकि कोरोना संक्रमण थमने के बाद विद्यालय भी खुल गया है। मुहल्लों के बच्चों को स्कूल जाना पड़ता है यही हाल रहा तो संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर बना रहेगा।

दो दिन 21 कर्मियों की सेवा समाप्त करने का निकला है आदेश

दो दिन पूर्व नप प्रशासन द्वारा 21 सफाई कर्मियों की सेवा समाप्त करने की चिट्ठी जारी कर दी थी। लेकिन इसके बाद भी सफाई कर्मियों पर इसका कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। मंगलवार को नगर परिषद कार्यालय परिसर में हड़ताल पर बैठे सफाई कर्मियों को प्रशासन द्वारा हटवा दिया गया है। इसके बाद सफाई कर्मी इतने आक्रोशित थे कि प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। इतना ही कार्यालय का समान भी उठाकर फेंकने लगे। नप के पदाधिकारियों का कहना है कि वे अपने काम पर लौट आए जो भी इनकी समस्याए है उसको आगे बढ़ाया जाएगा। लेकिन वे अपनी बात से टस से मस नहीं हो रहे है।

वही दैनिक सफाई कर्मियों की सेवा समाप्त किए जाने के बाद भी वे और तेज हो गए है। वे आंदोलन को समाप्त करने के मूड में नहीं दिख रहे है। कर्मियों की सेवा समाप्ति के बाद कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलने के मूड में है।

शहर के मुहल्लों में कचरों का अंबार लग गया है। लोगों का सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। वहीं शहर के चित्रगुप्त नगर में सड़कों पर लोग जहां तहां से घरों में इकट्ठा हुए कचरा को सड़कों पर फेंक दे रहे हैं जिस कारण मुहल्ले के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। यही हाल अन्य मुहल्लों का भी है। लोगों का कहना है कि अगर सफाई कर्मी अपना आंदोलन समाप्त नहीं करते है तो मुहल्लों में कचरों का अंबार लग जाएगा जिससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर बना रहेगा। अभी कोरोना संक्रमण के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया था। वहीं महामारी के थमने के बाद थोड़ा लोगों को राहत मिली तो इन सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। जबकि अभी तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है ऐसी स्थिति में शहर में साफ सफाई नहीं होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाएगा जिससे तरह तरह की बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ जाएगी। सुबह आठ से लेकर बारह बजे तक नगर परिषद में सफाई कर्मी हो हंगामा करते रहे।

नवरत्न चौक निवासी ओमप्रकाश जायसवाल का कहना है कि सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर गली मुहल्ले व चौक चौराहों पर कचरो का अंबार लग गया है। घर घर कचरा ले जाने वाली गाड़ियों का पता भी नहीं है हर घर में कचरा जमा होने से बदबू फैल रही है तथा इससे बीमारियों के फैलने का डर बना हुआ है। नौरत्न चौक पर कचरा यत तत्र पड़ा हुआ है। सफाई कर्मियों की हड़ताल अगर लंबा चलता है बीमारियों के फैलने का डर बना हुआ है। बच्चों में वैसे भी वायरल फीवर का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। युद्ध स्तर पर सफाई व ब्लीचिग पाउडर का छिड़काव नहीं होता है तो शहर में मच्छरों का प्रकोप तथा बीमारी बढ़ सकती है।

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अधिकारी के समझाने पर भी नहीं माने

एसडीओ शैलेश चंद्र दिवाकर नगर परिषद पहुंचकर सफाई कर्मियों को काफी समझाया बुझाया। उन्होंने कहा जो भी समस्याएं है उसको आगे बढ़ाया जाएगा। हम आपकी समस्या को समझते है। हंगामा नहीं करें। शांति के साथ हड़ताल पर बैठे रहे। काम को बाधित नहीं पहुंचाए। इस दौरान नगर थाना प्रभारी आदित्य कुमार भी दल बल के साथ पहुंचे थे। दोपहर बाद नप परिसर में सफाई कर्मी नहीं थे।

कोट

जो भी कमियों की समस्या है सरकार व विभाग ही निराकरण कर सकता है। वे उनकी समस्याओं को सरकार तक पहुंचा देंगे। निर्णय सरकार को करना है।

दीनानाथ सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद अररिया।

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