सिकटी प्रखंड की कड़ी सुरक्षा के बीच हुई मतगणना
संसू सिकटी (अररिया) नौवें चरण में संपन्न हुए पंचायत चुनाव मतदान की जिला मुख्यालय अररिया
संसू, सिकटी (अररिया): नौवें चरण में संपन्न हुए पंचायत चुनाव मतदान की जिला मुख्यालय अररिया स्थित कृषि उत्पादन बाजार समिति के प्रांगण में बुधवार को चाक-चौबंद विधि व्यवस्था के बीच सिकटी प्रखंड के चौदह पंचायतों एवं क्षेत्र के दो जिला परिषद सदस्य पद की मतगणना हुई। इस दौरान मतगणना स्थल पर कई अधिकारी, पुलिस अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल मौजूद थे।सुरक्षा व्यवस्था काफी दुरुस्त थी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भारी संख्या में पुलिस बल, बीएमपी के जवान सहित महिला पुलिस बल भी शामिल थी।मतगणना केंद्र के चारों ओर बेरिकेटिग की गई थी।ताकि कोई अनाधिकार प्रवेश नहीं कर सके।मतगणना स्थल के मुख्य प्रवेश द्वार से काफी आगे नहर के समीप रानीगंज रोड पर बेरियर लगी थी। वही बस स्टेंड पुल एवं गोढ़ी चौक नहर के पास भी बैरिकेडिग की व्यवस्था थी। जहां काफी संख्या में पुलिस पदाधिकारी के अलावा पुलिस बल मौजूद थे। जहां अनावश्यक आने जाने बालों पर रोक लगी थी।वही बाजार समिति प्रांगण के मुख्य प्रवेश द्वार पर कड़ी सुरक्षा की गई थी। जहां आम लोगों का प्रवेश निषेध था। सिर्फ प्रत्याशी व उनके एजेंट की ही जाने की अनुमति थी। इन सभी को भी कड़ी जांच के बाद मतगणना स्थल पर जाने दिया जाता था।मतगणना को लेकर एसडीपीओ पुष्कर कुमार,मुख्यालय डीएसपी मुख्यालय सुबोध कुमार पुलिस निरीक्षक राजेश कुमार तिवारी आदि पदाधिकारी लगातार गश्त कर रहे थे। पुलिस अधिकारी लगातार निर्देश देते दिखे।जांच हेतु मेटल डिटेक्टर की व्यवस्था थी। वही रानीगंज रोड सहित जगह के कई गलियों के रास्तों पर सुरक्षा को लेकर पुलिस की तैनाती थी।वही मतगणना स्थल के प्रांगण में डीएम प्रशांत कुमार सीएच, एसपी हृदयकांत स्वयं मानिटरिग में जुटे थे। बीच बीच में डीएम, एसपी मतगणना स्थल पर घूमते दिखे। मतगणना स्थल पर पारदर्शिता को लेकर सारी व्यवस्थाएं थी।इससे पूर्व सुबह निर्धारित समय पर मतगणना शुरू हुई।जिसके बाद चक्रानुसार लगातार परिणाम आते रहे।इधर मतगणना का हाल जानने के लिए मतगणना स्थल के कुछ दूर आगे सड़क पर परिणाम जानने बालों की भीड़ लगी रही।जिससे निपटने में पुलिस को काफी झेलनी पड़ती रही।समर्थकों का हुजूम उमड़ा था। चारों ओर शोर गुल का माहौल बना था। गिनती के बाद परिणाम की उद्घोषणा सुनते ही मतगणना स्थल के बाहर होली दिवाली का माहौल बना जाता था। कोई रंग अबीर उड़ा कर अपनी खुशी जता रहे थे तो कही से पटाखें छूटने की आवाज गूंज उठती थी।