बाराबंकी से कुर्साकांटा के महेशखूंट संतोष का शव पहुंचते ही रो पड़ा गांव
संसू कुर्साकांटा (अररिया) प्रखंड के लक्ष्मीपुर पंचायत के महेशखूंट निवासी मजदूर संतोष सिंह
संसू, कुर्साकांटा (अररिया): प्रखंड के लक्ष्मीपुर पंचायत के महेशखूंट निवासी मजदूर संतोष सिंह का शव बाराबंकी से गुरुवार को संध्या 5.40 में उनके पैतृक गांव महेशखूंट पहुंचा। एंबुलेंस के पहुंचते ही लोगों की भीड़ जुटने लगी। मृतक के स्वजनों के साथ साथ पूरा गांव रो पड़ा। बूढ़ी मां और पत्नी कविता देवी शव के उपपर पछाड़ें खाकर गिर पड़ी और छाती पीट पीट कर रोने लगी। बूढ़े पिता रतिलाल सिंह एकटक मूक ²ष्टि से जवान बेटे का शव को निहार रहा थे।संतोष (30 ) धान रोपनी करने विगत एक माह पूर्व जम्मू गया था। उस वक्त किसे पता था कि अब उसका बेटा परदेश से कमाकर नहीं लौटेगा बल्कि उनका शव ही गांव पहुंचेगा। इस घटना का सबसे दुखद पहलू यह है कि मृतक अपने परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य था। बूढ़े मां बाप पत्नी और चार छोटे छोटे बच्चों का वह परवरिश करता था। सबका सहारा ही छीन गया।गांव में सबकी जुबान पर यही था कि अब कौन करेगा इनसबका गुजर बसर। जम्मू से घर लौटने के क्रम में जिस बस पर अन्य मजदूरों के साथ संतोष सवार था। उत्तरप्रदेश लखनऊ बाराबंकी के निकट बस का एक्सल टूट गया। पुल पर बस खड़ाकर चालक मैकेनिक को देखने गया। इसबीच सभी मजदूर यात्री सो गया । तभी पीछे से एक ट्रक ने बस में जोरदार ठोकर मार दिया। जिसमें 18 मजदूरों की मौत हो गयी और दर्जनों घायल हुए । संतोष की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी। गुरुवार को एंबुलेंस से शव उनके गांव महेशखूंट पहुंचा। जिला से पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी बीडीओ रेखा कुमारी सीओ श्यामसुन्दर महेशखूंट पहुंचकर उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन मृतक के स्वजनों को दिया। मुखिया ततमा ने कबीर अंत्येष्ठि के तहत स्वजनों को तीन हजार की सहायता राशि दी।