खुले आसमान के नीचे प्रसव को डीएम ने माना गंभीर मामला, टीम ने की जांच

संसू.रानीगंज(अररिया) रानीगंज रेफरल अस्पताल परिसर में बुधवार को खुले आसमान के नीचे मि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 08:04 PM (IST) Updated:Thu, 17 Oct 2019 08:04 PM (IST)
खुले आसमान के नीचे प्रसव को डीएम ने माना गंभीर मामला, टीम ने की जांच
खुले आसमान के नीचे प्रसव को डीएम ने माना गंभीर मामला, टीम ने की जांच

संसू.,रानीगंज,(अररिया): रानीगंज रेफरल अस्पताल परिसर में बुधवार को खुले आसमान के नीचे महिला के प्रसव होने के मामले को जिला प्रशासन ने काफी गंभीरता से लिया है। खबर प्रकाशित होते ही गुरुवार को जिला पदाधिकारी बैद्यनाथ यादव के आदेश पर टीम गठित कर जांच की गई। टीम में एसडीएम रोजी कुमारी, एसीएमओ एमपी गुप्ता, डैम सनोज कुमार, सीओ रमन कुमार सिंह रेफरल अस्पताल पहुंचकर मामले की गहन छानबीन की। इस दौरान एसडीएम ने रानीगंज रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वाई पी सिंह, अस्पताल प्रबंधक खतीब अहमद से घंटों पूछताछ की। इसके बाद एएनएम अस्मिता कुमारी से भी मामले को लेकर पूछताछ की गई। करीब एक घंटे तक एसडीएम अस्पताल परिसर में पूछताछ करती रहीं। इस दौरान अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज को देखा गया। सीसीटीवी फुटेज में पीड़ित महिला लेबर रूम के पास पांच छह मिनट तक प्रसव पीड़ा से कराहती दिख रही है, लेकिन कोई भी नर्स उसे देखने तक नही गई। इसके बाद पीड़ित महिला के परिजनों ने लेबर रूम से सीढ़ी के माध्यम से नीचे उतारकर अपने टेम्पू के पास ले गए जहां खुले आसमान में ही पीड़ित महिला ने तीन बच्चे को जन्म दिया। रेफरल अस्पताल में इस प्रकार का मामला कोई नई बात नहीं है। बीते दो अक्टूबर को भी एक प्रसव पीड़ित महिला को लेबर रूम से रेफर कर दिया गया जो कि अररिया जाने के क्रम में रामपुर में ही एम्बुलेंस में बच्चे का जन्म दिया लेकिन नवजात की मौत हो गई। जबकि महिला के परिजन से नर्स ने डेढ़ सौ रुपये भी लिये थे। एसड़ीएम रोजी कुमारी ने बताया कि पूरे मामले की रिपोर्ट जिला पदाधिकारी को सौंपी जायेगी, उन्होंने कहा कि चूंकि महिला का प्रसव अस्पताल परिसर में खुले आसमान के नीचे हुआ है इसके लिए निश्चित तौर पर अस्पताल प्रबंधन दोषी है। उन्होंने कहा कि दोषी पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। वहीं एसीएमओ ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज देखने से एएनएम की लापरवाही स्पष्ट हो गई है। साथ ही पीड़ित महिला के पति संतोष यादव को नवजात तीनों बच्चों को अररिया सदर अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी क्योंकि तीनों नवजात का वजन कम है उसे चिकित्सक की देखभाल की जरूरत है। एएनएम पर कार्रवाई निश्चित मानी जा रही है लेकिन अस्पताल प्रबंधन भी जिम्मेदारी से नही बच सकते ।

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