महलगांव पुलिस की कार्यशैली से भड़के मृतक के स्वजन

अररिया। महलगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत चीरह पंचायत के किशनपुर गांव में सड़क दुर्घटना में रह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 11:27 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 06:10 AM (IST)
महलगांव पुलिस की कार्यशैली से भड़के मृतक के स्वजन
महलगांव पुलिस की कार्यशैली से भड़के मृतक के स्वजन

अररिया। महलगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत चीरह पंचायत के किशनपुर गांव में सड़क दुर्घटना में रहमतुल्लाह नामक अधेड़ की मौत पर हुए बवाल महलगांव पुलिस की अदूरदर्शिता का परिणाम है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति की सड़क दुर्घटना में मौत से स्वजनों का आक्रोश स्वाभाविक है। लेकिन पुलिस की देरी से पहुंचने के कारण सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे लोगों में आक्रोश बढ़ता चला गया। मृतक रहमतुल्ला के रिश्तेदारों का कहना है कि पुलिस एक डेढ़ घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची। यदि समय पर पहुंची होती तो शायद जख्मी की जान बच सकती थी। लेकिन महलगांव पुलिस ने मामले को हल्के में लिया। पुलिस अधिकारी पहुंचे भी तो बाइक से पहुंचे। घायल को अस्पताल बाइक से पहुंचाना मुश्किल था। फिर थानाध्यक्ष गश्ती वाहन से पहुंचे। उस समय भी रहमतुल्लाह की सांसे चल रही थी। लोग गश्ती वाहन पर घायल को अस्पताल पहुंचाने की गुहार लगा रहे थे। लेकिन पुलिस एंबुलेंस पहुंचने का इंतजार करने लगी। काफी देर बाद जब एंबुलेंस पहुंची तो जख्मी की मौत हो चुकी थी। लोगों का कहना है कि यदि पुलिस गश्ती वाहन में ही तुरंत जख्मी को रेफरल अस्पताल जोकीहाट भेज दिया होता तो तोड़फोड़ की घटना संभवत: नहीं होती। मौत के कारण लोगों में आक्रोश बढ़ता चला गया फिर लोग पुलिस के साथ दु‌र्व्यवहार पर उतर आए। धीरे धीरे एंबुलेंस और पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। भीड़ में छिपे असामाजिक तत्वों ने थानाध्यक्ष सदानंद साह का पिस्टल भी छीन लिया। इतना ही नहीं भाग कर एक व्यक्ति के घर में शरण लिए थानाध्यक्ष को आक्रोशित लोगों ने निकाल बाहर किया। इसके अलावा पुलिस ने स्थानीय समाजसेवियों और बुद्धिजीवियों की मदद लेने में भी देर कर दी। मामला बिगड़ने पर पुलिस भाग खडी हुई। तोड़फोड़ के बाद एसडीपीओ पुष्कर कुमार, एसडीओ शैलेश चंद्र दिवाकर ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थानीय लोगों की मदद से मामले को नियंत्रित किया। पूर्व सांसद सरफराज आलम, चीरह पंचायत के पूर्व मुखिया प्रतिनिधि शाहिद आलम, पूर्व मुखिया प्रदीप यादव सहित उदा, चीरह, किशनपुर के गणमान्य लोगों ने मामले को शांत करने में अपना अहम भूमिका निभाई। समाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज की कार्रवाई जारी था। वहीं एसपी धूरत शायली के निर्देश पर अररिया सदर थानाध्यक्ष किग कुंदन किशनपुर घटना की जांच कर रहे हैं कि घटना का मूल कारण क्या है।

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