सेकेंड हैंड टू-व्हीलर खरीदते समय फॉलो करें ये जरूरी टिप्स, मिलेगी बेहतरीन डील

अब ग्राहक पहले के मुकाबले वाहनों को कम खरीद रहे हैं। ऐसे में अगर आप अगर कोई टू-व्हीलर खरीदने का मन बना रहे थे लेकिन ज्यादा कीमत के चलते नहीं खरीद पा रहे हैं तो आपके लिए सेकेंड हैंड टू-व्हीलर बेस्ट ऑप्शन साबित होगा।

By Vineet SinghEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 01:38 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 07:56 AM (IST)
सेकेंड हैंड टू-व्हीलर खरीदते समय फॉलो करें ये जरूरी टिप्स, मिलेगी बेहतरीन डील
सेकेंड हैंड टू-व्हीलर खरीदने समय फॉलो करें ये जरूरी टिप्स

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारत में लगातार बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण की वजह से जहां जन-जीवन अस्त-व्यस्त हुआ है वहीं भारतीयों पर आर्थिक बोझ भी बढ़ गया है। आपको बता दें कि आर्थिक दिक्कतों के चलते अब ग्राहक पहले के मुकाबले वाहनों को कम खरीद रहे हैं। ऐसे में अगर आप अगर कोई टू-व्हीलर खरीदने का मन बना रहे थे लेकिन ज्यादा कीमत के चलते नहीं खरीद पा रहे हैं तो आपके लिए सेकेंड हैंड टू-व्हीलर बेस्ट ऑप्शन साबित होगा। कई लोग तो पहली बार यूज्ड टू-व्हीलर ही खरीदते हैं और यह सेकेंड हैंड टू-व्हीलर उनके लिए सिर्फ एक यातायात के साधन से बढ़कर अपनी उपयोगिता सिद्ध करता है। भारत में ग्रामीण और उप-नगरीय लोगों के लिए अपना वाहन लेना एक सपना होता है। विशेष रूप से अब सबसे ज्यादा जब सार्वजनिक वाहनों में कोरोना महामारी से संक्रमित होने का डर पैदा हो गया है। इस डर के कारण यातायात का सुरक्षित साधन मानते हुए यूज्ड टू-व्हीलर्स की मांग में बढ़ोत्तरी हुई है।

इसका मतलब है कि आपके पैसे बचने वाले हैं। जहां यूज्ड टू-व्हीलर को खरीदने की बात ही किफायती लगती है, फिर भी आपको कुछ चीजों की जांच करने की जरूरत होती है। ऐसे में हमने क्रेडआर के संस्थापक और चीफ स्ट्रेटेजी ऑफिसर शशिधर नंदीगम से जाना कि आखिर सेकेंड हैंड टू-व्हीलर खरीदते समय किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।

रिसर्च वर्क है जरूरी

जब अपना पहला वाहन खरीदने जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं तो आपको बाजार की सही जानकारी होनी चाहिए। जब आप खुद को सेकेंड हैंड बाइक खरीदने के लिए तैयार करते हैं तो मॉडल के बारे में कुछ बातें पता करें। आप वाहन किस उद्देश्य से खरीद रहे हैं, वाहन का माइलेज और अन्य डिजाइन फीचर्स जो मालिक को पहले से ही पता होंगे। अपने विकल्पों की गहराई से जानकारी होने से जालसाज विक्रेताओं से आप बचे रहेंगे। विभिन्न रीसेलर्स अलग-अलग कीमत बताते हैं। वाहन की आयु और उसके उपयोग से भीउसकी कीमत तय की जाती है।

विश्वसनीय विक्रेता की तलाश करें

अगर आपको पता है कि सेकेंड हैंड वाहनों के विक्रेता की तलाश कहां करनी है तो आज यह काम मुश्किल नहीं है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर प्राइवेट खरीददारों को सेकेंड हैंड वाहन खरीदने तथा वाहन बेचने की सुविधा मिलती है। एक प्रतिष्ठित ब्रांड अपने उपभोक्ताओं को ना सिर्फ शुरू से अंत तक की पूरी सर्विस बल्कि ऑटो एस्कपर्ट्स द्वारा सर्विसिंग, कॉन्टेक्टलेस डिलीवरी, छह महीने की फ्री वारंटी, सुनिश्चित बाईबैक वेल्यू और अन्य सेवाएं भी प्रदान करता है। अपने लिए सबसे अच्छी बाइक चुनने का सबसे अच्छा तरीका विभिन्न बाइक्स का ट्रायल लेकर अपनी जरूरतों के हिसाब से उनकी विशेषताओं का मूल्यांकन करना है।

वाहन का निरीक्षण

जो दिख रहा है, वह गलत भी हो सकता है, जिसके कारण यूज्ड टू-व्हीलर खरीदते समय सबसे जरूरी बात उसका निरीक्षण करना है। विस्तृत निरीक्षण के बिना आप कई छोटी लेकिन महत्वपूर्ण बातें नहीं जान पाते हैं, मसलन क्या बाइक की देखभाल सही से की गई हैं, दिखने वाले स्क्रैच आदि। स्थानीय डीलर से वाहन खरीदते समय वाहन का निरीक्षण करना बहुत महत्वपूर्ण चरण है। ऑनलाइन पोर्टल्स आपको 120 से ज्यादा चेकपॉइंट्स के साथ-साथ एक्सपर्ट की राय लेने की भी सुविधा देते हैं , जिससे यहां खरीददारी ज्यादा विश्वसनीय हो जाती है। हालांकि एक यूज्ड टू-व्हीलर खरीदते समय दो महत्वपूर्ण निरीक्षण करने की जरूरत होती है, चाहे लोकल डीलर से खरीदें या ऑनलाइन पोर्टल्स पर।

मेकेनिकल जांच

इंजन के आसपास देखें और ऑइल लीकेज को बारीकी से जांचें। टू-व्हीलर के धातु के बने पार्ट्स में समय के साथ जंग लगने लगती है। ऊपर लगी हल्की जंग को ठीक किया जा सकता है, लेकिन अगर पार्ट में ही जंग लगी है तो गंभीर बात है। सड़कों पर बढ़ते वाहनों और पार्किंग लॉट्स में कम होती जगह के कारण वाहनों में खरोंच तो आएगी ही। इधर-उधर खरोंच के छोटे दाग को तो नजरंदाज किया जा सकता है लेकिन बड़ा डेंट आपके टू-व्हीलर के पूरे लुक को बिगाड़ सकता है। यूज्ड टू-व्हीलर खरीदते समय यह सुनिश्चित करें कि वह बहुत अच्छी कंडीशन में हो।

इंजन की जांच

इंजन की स्थिति की जांच करने के लिए बाइक को स्टार्ट करें। धुआं निकलने पर किसी विशेषज्ञ से जांच कराएं क्योंकि इंजन के कई पार्ट्स जलने पर ही ऐसा होता है। यह देखें कि यूज्ड टू-व्हीलर जितना बताया गया, उससे ज्यादा या कम चला है। बाइक का सही माइलेज कई बार टायरों की हालत देखकर भी पता लग जाता है। वाहन खरीदने की आगे की कार्यवाही टेस्ट राइड से संतुष्ट होने के बाद ही आगे बढ़ाएं।

कागजों की जांच

मेकेनिकल जांच से संतुष्ट होने के बाद वाहन के कागजों की जांच करें। इसके बाद ही रुपये

दें। यूज्ड टू-व्हीलर खरीदते समय हमेशा यह सुनिश्चित करें कि आप विश्वसनीय स्रोत से ही वाहन खरीद रहे हैं। अगर डीलर या ऑनलाइन ब्रांड वाहन के मालिक के नाम, इंजन और चेचिस नंबर, साल, मॉडल आदि की पुष्टि नहीं करते हैं तो आपको आरसी से करना होगा। यह देखें कि क्या वाहन का वैध बीमा है। भारतीय मोटर व्हीकल एक्ट के तहत, मोटर वाले हर वाहन के लिए पीयूसी की जरूरत होती है। तो यह जांचें कि आपके वाहन का पीयूसी बना है। अगर नहीं तो आप बनवा सकते हैं। टू-व्हीलर के आधिकारिक रीसेलर के पास विश्वसनीय सर्विस सेंटरों से सर्विस कराने का पूरा रिकार्ड होगा। इस रिकार्ड में यह जानकारी होती है कि टू-व्हीलर की नियमित रूप से सर्विस की गई है और यह रीसेल के लिए अच्छी स्थिति में है। मोलभाव और भुगतान अपने मूल्यांकन तथा विशेषज्ञ की राय, दोनों के आधार पर अंतिम कीमत पर मोलभाव किया जा सकता है। हालांकि अगल आप किसी प्रतिष्ठित ब्रांड से यूज्ड टू-व्हीलर खरीद रहे हैं तो आपको त्योहारों पर मिलने वाली छूट पहले ही मिल जाएगी, इसके अलावा आप नियमित रूप से मिलने वाली छूट का भी फायदा उठा सकते हैं। रही भुगतान की बात तो आप ईएमआई की सुविधा उठाकर कोई भी बाइक खरीद सकते हैं। वाहन से पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही आपको कागजी कार्यवाही तथा भुगतान करना चाहिए। 

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