इस वजह से Royal Enfield ने भारत से पहले दूसरे देशों में लॉन्च की 650 Twins, पढ़ें Exclusive इंटरव्यू

रॉयल एनफील्ड ने वर्ष 2017 के दौरान करीब 820,000 मोटरसाइकिल्स की बिक्री करके देश की सबसे तेजी से बढ़ने वाली भारतीय मोटरसाइकिल निर्माता कंपनी बन गई है

By Ankit DubeyEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 03:03 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 09:30 AM (IST)
इस वजह से Royal Enfield ने भारत से पहले दूसरे देशों में लॉन्च की 650 Twins, पढ़ें Exclusive इंटरव्यू
इस वजह से Royal Enfield ने भारत से पहले दूसरे देशों में लॉन्च की 650 Twins, पढ़ें Exclusive इंटरव्यू

नई दिल्ली (अंकित दुबे)। रॉयल एनफील्ड भारतीय टू-व्हीलर बाजार में इस वक्त 6 फीसद की हिस्सेदारी रखती है। वर्तमान में कंपनी अपने डीलर नेटवर्क और सर्विस गुणवत्ता के सुधार पर तेजी से काम कर रही है। दुनियाभर में रॉयल एनफील्ड करीब 75 लाख मोटरसाइकिल्स की सर्विसिंग कर रही है। वर्ष 2017 के दौरान रॉयल एनफील्ड ने करीब 820,000 मोटरसाइकिल्स की बिक्री कर देश की सबसे तेजी से बढ़ने वाली भारतीय मोटरसाइकिल निर्माता कंपनी बन गई और अब भारत में कंपनी के करीब 30 लाख से ज्यादा ग्राहक मौजूद हैं। भारतीय बाजार में रॉयल एनफील्ड ने 650 ट्विन्स लॉन्च कर दी है और इसी लॉन्चिंग के दौरान जागरण ऑटो ने रॉयल एनफील्ड के प्रेसिडेंट रुद्रतेज सिंह से खास बातचीत की और उन्होंने रॉयल एनफील्ड और नई 650 ट्विन्स के बारे में विस्तार से बताया।

कॉन्टिनेंटल GT 650 और इंटरसेप्टर 650 के जरिए भारत में किन ग्राहकों को टारगेट किया जा रहा है?

रूद्रतेज सिंह ने बताया, "भारतीय बाजार में इस वक्त एक महीने में 12 लाख कम्यूटर मोटरसाइकिल्स की बिक्री होती है, जिसमें हम 75 हजार मोटरसाइकिल्स की बिक्री करते हैं। हमारा मानना है कि जो लोग रॉयल एनफील्ड के पास आते हैं वे इसे पसंद करते हैं और उन्हें एक अपग्रेड चाहिए जो कि कम्यूटर मोटरसाइकिल्स में नहीं मिलता है। हमारी क्लासिक 350 और बुलेट 350 बाजार में काफी अच्छा कर रही है और अब तक जो ग्राहकों को हमारे प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में जो गैप दिखता था उसे अब हमने भरा है। दुनियाभर में हमारे ग्राहकों की तादात करीब 35 लाख हो चुकी है, जिनको पता नहीं है कि कहां जाना है और वह फिर भी चाहते हैं कि रॉयल एनफील्ड में रहें। 500 cc रॉयल एनफील्ड का मॉडल काफी अच्छा रिस्पांस देता है, फिर भी 350 और 500 के बीच उतना ज्यादा अंतर नहीं दिखता, इसलिए कंपनी ने रॉयल एनफील्ड 650 ट्विन्स को लॉन्च किया है और हम इसके लिए नए लोगों को जोड़ रहे हैं और एक समय के बाद उन्हें रोक कर भी रखेंगे कि आपके पास अगर 350 है, तो आपको रॉयल एनफील्ड से बाहर सोचने की जरूरत नहीं है।"

कॉन्टिनेंटल GT को भारतीय बाजार में काफी कम लोग जानते हैं और पहले भी इसकी काफी कम यूनिट्स बिकी हैं, अब आपने नए इंजन, प्लेटफॉर्म और लुक के साथ भारत में लॉन्च किया है, क्या अब ग्राहक इसे उतना पसंद करेंगे जितना दूसरी बाइक्स को करते हैं?

सिंह ने कहा, "कॉन्टिनेंटल GT 650 का एक कैफे रेसर बाइक स्टाइल है जो कि ब्रिटिश मोटरसाइकिल का स्टाइल है और यह 1960 से चला आ रहा है। पूरी दुनिया में कैफे रेसर स्टाइल बाइक की कमी है। हमने कॉन्टिनेंटल GT 650 को इसलिए लॉन्च किया क्योंकि यह हमारे इतिहास का हिस्सा है। कॉन्टिनेंटल GT 535 सिंगल सिलेंडर से हमने काफी कुछ सीखा भी ताकि हम इसकी परफॉर्मेंस और अर्गोनॉमिक्स में सुधार ला सकें। हमने कभी नहीं सोचा कि कैफे रेसर इतनी बड़ी मोटरसाइकिल बनेगी जो क्लासिक और बुलेट को पछाड़ेगी, लेकिन यह भारतीय स्टाइल में अपनी एक पहचान जरूर बनाएगी। भारत में कैफे रेसर और रॉकर मोड बाइक्स का इतना महत्व नहीं है। हमने इस बाइक के फुट पेग्स, हैंडलबार, फ्यूल टैंक और सीट हाइट में थोड़े से बदलाव किए है और अगर आप इन चारों बदलावों को देखें तो यह एक कैफे रेसर बाइक साबित होगी।"

रॉयल एनफील्ड चेन्नई आधारित भारतीय कंपनी है, तो कंपनी ने सबसे पहले रॉयल एनफील्ड 650 ट्विन्स को भारत में ना लॉन्च करके अमेरिका और यूके में क्यों किया?

सिंह ने कहा, "रॉयल एनफील्ड 650 ट्विन्स एक वैश्विक स्तर का लॉन्च है और हमने पहले ही यह सोचा था कि हम भारत के साथ दूसरे बाजारों को भी बराबरी का दर्जा देंगे और यह रॉयल एनफील्ड का अब तक का पहला वैश्विक स्तर का लॉन्च है। हमने वहां सबसे पहले लॉन्च इसलिए किया क्योंकि जो वहां की जनसंख्या है वह अभी इस ब्रांड को नहीं जानती, लेकिन पहली ट्विन्स मोटरसाइकिल जिनकी बिक्री होगी वो सबसे पहले भारत में ही होगी। हमने दूसरे देशों में पहले इसलिए पेश किया क्योंकि हम बताना चाहते थे कि ये हमारा वैश्विक स्तर का लॉन्च है और यह सिर्फ भारत के लिए नहीं है और इससे क्या हुआ है कि रॉयल एनफील्ड का नाम वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ा है, क्योंकि बाहर रॉयल एनफील्ड के नाम के बारे में ज्यादा पता नहीं था। इससे अब रॉयल एनफील्ड को लेकर जागरुकता बढ़ गई है। रॉयल एनफील्ड का जो लक्ष्य है कि मिडल-वेट मोटरसाइकिल्स को भारत के अलावा दूसरे देशों में भी विस्तार करना है तो 650 ट्विन्स उसे पूरा करेगा, इसलिए हमने हर जगह समय के अनुसार बाइक्स को लॉन्च किया है। सबसे पहले हमने 650 ट्विन्स का लॉन्च कैलिफॉर्निया में किया, फिर हमने EICMA 2018 में किया और फिर जैसा कि हमने पहले ही सोचा था कि भारत में हम अपने मौजूदा और नए रॉयल एनफील्ड ग्राहकों के लिए कर रहे हैं तो हमें सबसे अच्छा समय रॉयल एनफील्ड के सबसे बड़े इवेंट राइडर मैनिया लगा जहां हमने इन्हें लॉन्च किया, जहां हमारा समुदाय है। इसके साथ ही हमें लगता है कि रॉयल एनफील्ड 650 ट्विन्स की बिक्री का जो रेश्यो है वह एक समय के बाद भारत और दूसरे देशों में 50:50 में हो जाएगा।"

भारतीय बाजार में जावा ब्रांड वापसी कर रहा है और इस ब्रांड को भी काफी ऐसे लोग हैं जो पसंद करते हैं, क्या जावा की वापसी से रॉयल एनफील्ड की बिक्री पर कुछ असर पड़ेगा?

सिंह ने कहा, "हमारा इस वक्त सारा फोकस हमारे उपभोक्ताओं पर है। जावा की भारत में अभी सिर्फ एंट्री है और हमारी पहले से ही भारत में 6 फीसद हिस्सेदारी मौजूद है। हम ज्यादा तर फोकस अपने मौजूदा ग्राहकों पर करते हैं ताकि वह इंटरसेप्टर और कॉन्टिनेंटल GT में अपग्रेड हों। इस वक्त क्लासिक और थंडरबर्ड का हमारे पास हैडरूम काफी अच्छा है, हमें दूसरी कंपनियों के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है अगर वे हमारे बारे में सोच रहे हैं तो हमारे लिए काफी अच्छा है। भारतीय बाजार में 6 फीसद हिस्सेदारी और इंटरसेप्टर और कॉन्टिनेंटल GT के लॉन्च के बाद अब हमारा प्रोडक्ट पोर्टफोलियो पूरा हो गया है।"

क्लासिक 500 और थंडरबर्ड 500 के बाद रॉयल एनफील्ड ने हिमालयन 500 को लॉन्च किया, अब क्या नया 650 cc ट्विन सिलेंडर इंजन आने के बाद हिमालयन को कंपनी इस इंजन के साथ लॉन्च करेगी?

सिंह ने कहा, "मौजूदा समय में हम अभी काफी नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं। हमारा इस वक्त काम रहेगा इंटरसेप्टर और कॉन्टिनेंटल GT को बेचना, जो कि हमारा 80 फीसद काम है। 650 ट्विन्स को बनाने के साथ अभी हमने सिर्फ 20 फीसद ही काम पूरा किया है। इसके बाद आगे हमारे लिए BS-VI बड़ी चुनौती है, उसमें हमें अपने सारे प्रोडक्ट लाइन-अप को तैयार करना है। इसके बाद हमें हिमालयन की री-लॉन्च करना पड़ा तो हम जरूर करेंगे, फिलहाल हमारा फोकस 650 ट्विन्स पर ही पूरा है।"

जिन लोगों के पास पुरानी रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल है और वह नई इंटरसेप्टर या फिर कॉन्टिनेंटल GT में अपग्रेड होना चाहते हैं, तो उन लोगों के लिए कंपनी ने किस तरह तैयारी की है?

सिंह ने कहा, "इसके लिए हमने एक नई रणनीति बनाई है जिसमें हम देशभर में कुछ विंटेज स्टोर खोले हैं और 10 ऐसे ही स्टोर और खोलेंगे। विंटेज स्टोर्स के जरिए हम पूर्व स्वामित्व वाली मोटरसाइकिल्स वापिस ले रहे हैं। इसमें हम सिर्फ रॉयल एनफील्ड की पुरानी मोटरसाइकिल्स ही नहीं, बल्कि दूसरी कंपनियों की भी मोटरसाइकिल्स वापिस ले सकते हैं, जिसके बाद हम उन्हें रॉयल एनफील्ड इंटरसेप्टर और कॉन्टिनेंटल पर बेहतर फाइनेंस स्कीम के साथ अपग्रेड करेंगे। यह हमारी इंटरसेप्टर और कॉन्टिनेंटल की बिक्री को लेकर विंटेज स्टोर्स के साथ रणनीति है।"

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