पंजाब के मुख्यमंत्री के परिवार ने ओकिनावा से ग्रीन मोबिलिटी को अपनाया

ओकिनावा को अपने स्टाइलिश और उच्च गति वाले ई-स्कूटर प्रेजप्रो को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणिंदर सिंह को प्रदान करने की खुशी थी

By Ankit DubeyEdited By: Publish:Thu, 06 Aug 2020 01:12 PM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 01:12 PM (IST)
पंजाब के मुख्यमंत्री के परिवार ने ओकिनावा से ग्रीन मोबिलिटी को अपनाया
पंजाब के मुख्यमंत्री के परिवार ने ओकिनावा से ग्रीन मोबिलिटी को अपनाया

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारत ई- मोबिलिटी अभियान के प्रति बहुत महत्वाकांक्षा प्रदर्शित कर रहा है। अब इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की लहर ने टियर 2 और टियर 3 के शहरों को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया है। राज्यों में सरकारों ने ग्रीन इनर्जी को अपनाकर उदाहरण स्थापित करना शुरू कर दिया है। ‘भारत में बना, भारत के लिए बना’ के आदर्श वाक्य के साथ 100% भारतीय इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माण कंपनी ओकिनावा को अपने स्टाइलिश और उच्च गति वाले ई-स्कूटर प्रेजप्रो को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणिंदर सिंह को प्रदान करने की खुशी थी, जो भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के अध्यक्ष भी हैं और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के निपुण ट्रैप निशानेबाज़ भी हैं। वे हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन के उपाध्यक्ष चुने गए हैं। इस खरीद के माध्यम से उन्होंने पर्यावरण के प्रति अपनी सजग विचारधारा और आने वाले ग्रीन कल को हासिल करने के बड़े उद्देश्य को प्रदर्शित किया है।

ओकिनावा का प्रेजप्रो ब्रांड ई-स्कूटर के सबसे लोकप्रिय उत्पादों में से एक है। ई-स्कूटर एक वियोज्य लिथियम-आयन बैटरी से लैस है और यह इको मोड में एकल चार्ज में 110 किमी की एआरएआई-प्रमाणित रेंज दे सकता है। यह 60 से 70 किमी / घंटा की शीर्ष गति देता है।

ओकिनावा के संस्थापक और एमडी, जीतेंदर शर्मा ने कहा, "ओकिनावा इलेक्ट्रिक वाहनों से जुड़े कल्पित कथाओं को तोड़ने की कोशिश कर रहा है। शुरू से ही हमारे सभी प्रयास उसी दिशा में रहे हैं। अब, हमें पंजाब के माननीय मुख्यमंत्री के परिवार से स्वीकृति मिल गई है। यह टीम ओकिनावा के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। हम आईसी इंजन के बराबर साबित होने वाले ‘मेक इन इंडिया’ इलेक्ट्रिक उत्पादों के साथ देश की सेवा के लिए तत्पर हैं।"

क्लीन मोबिलिटी पर अपने विचार साझा करते हुए रणिंदर सिंह ने कहा, "लॉकडाउन के दौरान हर किसी ने स्वच्छ हवा का अनुभव किया। परंपरागत ईंधन से चलने वाले वाहन वायु प्रदूषण में 28 प्रतिशत तक योगदान करते हैं। इससे बहुत सारे प्रश्न उठते हैं। हमारा मानना हैं कि जिस चीज को आप आम जनता में देखना चाहते हैं उसके लिए किसी भी बदलाव के पहले आपको अपनाने वाला पहला व्यक्ति बनना होगा। विद्युत वाहन के क्षेत्र में तकनीक विकसित हुई है और आगे का रास्ता ई-मोबिलिटी से हो कर जाता है। हम लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों का चयन करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और परिवर्तन का स्वागत करते हैं।" 

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