अब अमेरिका में दौड़ेगी भारत में बनी मर्सिडीज-बेंज की यह SUV
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार को लेकर चल रहे मतभेदों का फायदा भारत को मिल सकता है।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार को लेकर चल रहे मतभेदों का फायदा भारत को मिल सकता है। कई कार कंपनियां अब भारत को अपना मैन्युफैक्चरिंग बेस बनाकर यहां से कारें इंपोर्ट कर सकती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मर्सिडीज-बेंज अमेरिका में भारत में अपनी बेस्ट-सेलिंग एसयूवी GLC को भारत से इंपोर्ट करेगी। मर्सिडीज-बेंज की पुणे के चाकन में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट है।
मर्सिडीज-बेंज से पहले फोर्ड चेन्नई में बनी कॉम्पैक्ट एसयूवी इकोस्पोर्ट को अमेरिका में एक्सपोर्ट कर रही है। कंपनी का एक्सपोर्ट लगातार बढ़ रहा है। फोर्ड मार्च 2017 से अप्रैल 2018 तक भारत से कार एक्सपोर्ट करने के मामले में पहले स्थान पर थी। कंपनी ने इस दौरान 181,148 यूनिट्स एक्सपोर्ट की।
डोनाल्ड ट्रंप का चीनी सामान पर भारी टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद मेड-इन-इंडिया कारों को अमेरिका और मेक्सिको जैसी मार्केट में ज्यादा स्थान मिल सकता है। रेनो-निसान, फोर्ड, मर्सिडीज-बेंज और BMW जैसी बड़ी कंपनियों के पास भारत में एक्सपोर्ट करने के लिए कार बनाने की पर्याप्त क्षमता है। मर्सिडीज-बेंज यूएसए के प्रवक्ता ने बताया कि भारत में बनी मर्सिडीज-बेंज GLC एसयूवी अगले महीने की शुरुआत में अमेरिका में पहुंच जाएगी। यह एसयूवी अमेरिका में सबसे ज्यादा बिकने वाली लग्जरी एसयूवी है।
भारत से इन एसयूवी को इंपोर्ट करना कंपनी के लिए काफी सस्ता पड़ेगा। मर्सिडीज-बेंज भारत में सबसे बड़ी लग्जरी कार कंपनी है। पुणे स्थित कंपनी का प्लांट अमेरिकी बाजार के लिए पर्याप्त मात्रा में एसयूवी के प्रोडक्शन के लिए सक्षम है। हालांकि, कंपनी की भारतीय यूनिट ने इस बारे में कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी है।