दुनिया भर में बढ़ेगी इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग, 2028 तक ईवी कारों का बाजार पहुंचेगा 1.04 ट्रिलियन डालर के पार

बता दें 2010 में एक इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी की कीमत 1000 अमेरिकी डॉलर प्रति kWh से अधिक थी। वहीं 2020 में 135 अमेरिकी डॉलर प्रति kWh की कमी देखी गई है। बैटरी की लागत में इस गिरावट से निर्माताओं के लिए अवसर पैदा होने की उम्मीद है।

By BhavanaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 03:51 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 08:44 AM (IST)
दुनिया भर में बढ़ेगी इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग, 2028 तक ईवी कारों का बाजार पहुंचेगा 1.04 ट्रिलियन डालर के पार
2010 में इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी की कीमत 1,000 अमेरिकी डॉलर प्रति kWh से अधिक थी।

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। World Electric Car Report: दुनिया भर में इलेक्ट्रिक वाहनों को पूरी तरह से चलन में लाने के लिए सरकार और वाहन निर्माता कंपनियां प्रयास कर रही हैं, और इन्हीं प्रयासो को ध्यान में रखते हुए कहा जा रहा है, कि वैश्विक इलेक्ट्रिक यात्री कारों के बाजार का आकार 2028 तक 1.04 ट्रिलियन डालर तक पहुंचने की उम्मीद है। अगर ऐसा होता है, तो साल 2021 से 2028 तक इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार 32.5% की अनुमानित सीएजीआर से बढ़ेगा।

क्या है कारण

कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने को बढ़ावा देने के लिए में सरकार योगदान कर रही है, जिसके चलते इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की मांग बढ़ने की उम्मीद की जा रही हैं। इतना ही नहीं इलेक्ट्रिक वाहनो की बैटरी के बड़े पैमाने पर उत्पादन होने से पिछले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी की लागत में भी गिरावट आई है। जिसके परिणामस्वरूप इलेक्ट्रिक वाहनों की लागत में कमी आई है, क्योंकि बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन के सबसे महंगे भागों में से एक है।

10 सालों में आई बैटरी के दाम में गिरावट

जानकारी के लिए बता दें, 2010 में एक इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी की कीमत 1,000 अमेरिकी डॉलर प्रति kWh से अधिक थी। वहीं 2020 में 135 अमेरिकी डॉलर प्रति kWh की कमी देखी गई है। इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी की लागत में इस गिरावट से निर्माताओं के लिए महत्वपूर्ण अवसर पैदा होने की उम्मीद है। हालांकि, 2020 में इलेक्ट्रिक यात्री कारों की कुल बिक्री में 40% से अधिक की वृद्धि हुई है, जो लगभग 3 मिलियन यूनिट तक पहुंच गई। 2020 में, यूरोप ने इलेक्ट्रिक यात्री कारों की मांग का लगभग 45% हिस्सेदार पर कब्जा कर लिया है। इस शेयर को जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, नॉर्वे, नीदरलैंड और स्वीडन जैसे देशों में इलेक्ट्रिक यात्री कारों की बढ़ती मांग के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। 

सामनें आए आंकड़ों पर नजर डालें तो 2020 में इलेक्ट्रिक यात्री कारों का बाजार 120.81 बिलियन अमरीकी डॉलर था। वहीं बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (बीईवी) खंड 2020 में सबसे बड़े सेगमेंट के रूप में उभरा है, साथ ही 2020 में यूरोप की ईवी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी थी क्योंकि इस क्षेत्र में सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी बढ़ाई थी।

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