पायलट की तरह ट्रक ड्राइवरो के भी होंगे घंटे निश्चित, दुर्घटनाओं को कम करने में मिलेगी मदद : नितिन गडकरी
ट्वीट्स की एक रेंज में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि थकान से प्रेरित सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ट्रक ड्राइवरों के लिए ड्राइविंग घंटे पायलटों के समान तय किए जाने चाहिए। गडकरी ने NRSC के लिए नामित नए सदस्यों की परिचयात्मक बैठक में भाग लिया।
नई दिल्ली, पीटआई। सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कमर्शियल ट्रक ड्राइवरों के लिए पायलटों के समान ड्राइविंग घंटे तय करने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने वाणिज्यिक वाहनों में ऑन-बोर्ड स्लीप डिटेक्शन सेंसर के लिए भी जोर दिया। ट्वीट्स की एक रेंज में, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि थकान से प्रेरित सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ट्रक ड्राइवरों के लिए ड्राइविंग घंटे पायलटों के समान तय किए जाने चाहिए।
एक ट्वीट में मंत्री ने कहा कि, "कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्रियों और जिला कलेक्टरों को पत्र भी लिखेंगे कि जिला सड़क समिति की बैठकें नियमित रूप से हों। इससे पहले मंगलवार को, गडकरी ने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद (NRSC) के लिए नामित नए सदस्यों की परिचयात्मक बैठक में भाग लिया। मंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने अब परिषद को हर दो महीने में बैठक करने और अपने अपडेट साझा करने का निर्देश दिया है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, बैठक के दौरान सदस्यों ने सड़क सुरक्षा में सुधार के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। वहीं गडकरी ने सभी सदस्यों को सड़क सुरक्षा के विविध क्षेत्रों में काम करने की सलाह दी ताकि सड़क पर और लोगों की जान बचाई जा सके। बयान में कहा गया है कि उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों को एनआरएससी सदस्यों के साथ मिलकर काम करने और उनके सुझावों को प्राथमिकता से लागू करने का भी निर्देश दिया।
इसमें कहा गया है कि सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्धियों को एक मासिक पत्रिका के जरिए प्रकाशित किया जाएगा। बता दें, 28 जुलाई, 2021 को मंत्रालय द्वारा नए एनआरएससी का गठन किया गया था, और बैठक में सभी 13 गैर-आधिकारिक सह-चयनित व्यक्तिगत सदस्यों ने भाग लिया था। सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह भी मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल हुए।