Ford के भारत में उत्पादन बंद करने पर श्रमिकों ने किया विरोध प्रदर्शन, कहा "कारखाने को बंद करने की योजना होनी चाहिए रद्द"
सामने आई तस्वीरों के मुताबिक नीली वर्दी वाले कार्यकर्ता गुजरात के साणंद शहर में फोर्ड की कार निर्माण और इंजन बनाने की सुविधा के बाहर एकत्र हुए और कहा कि साल के अंत में संयंत्र को बंद करने की योजना से उनकी आजीविका का नुकसान होगा।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Ford Motors Update: फोर्ड मोटर्स भारत में अपने संयत्र को बंद करने को लेकर चर्चा में है। कंपनी द्वारा की गई इस घोषणा ने सबको चौंका दिया है। वहीं अब भारत के पश्चिमी गुजरात राज्य में फोर्ड मोटर कंपनी के एक कारखाने के सैकड़ों श्रमिकों ने ऑटोमेकर के संयंत्र के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें मांग की गई कि कारखाने को बंद करने की योजना को रद्द कर दिया जाए या श्रमिकों को अन्य नौकरी प्रदान की जाए।
भविष्य को लेकर चिंता में वर्कर
सामने आई तस्वीरों के मुताबिक नीली वर्दी वाले कार्यकर्ता गुजरात के साणंद शहर में फोर्ड की कार निर्माण और इंजन बनाने की सुविधा के बाहर एकत्र हुए और कहा कि साल के अंत में संयंत्र को बंद करने की योजना से उनकी आजीविका का नुकसान होगा। जिनमें से एक ने कहा कि "सात साल यहां काम करने के बाद, मुझे अचानक कहा जा रहा है कि मेरे पास नौकरी नहीं है। मेरा भविष्य क्या है?"
उन्होंने कहा, 'कंपनी और सरकार के सामने हमारी मांग है कि प्लांट को बंद नहीं किया जाना चाहिए।' अगर प्लांट बंद होने वाला है तो सरकार से हमारा अनुरोध है कि जब यहां कोई दूसरा प्लांट लगे तो हमें उसी वेतन पर वहां नौकरियों के लिए प्राथमिकता मिलनी चाहिए।' वहीं फोर्ड इंडिया के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि संयंत्र में करीब 1,200 लोग कार्यरत हैं।
1990 के दशक में बना था फोर्ड का भारत में अपना कारखाना
बता दें, भारत सहित उभरते बाजारों में प्रमुख वाहन निर्माता हाल ही में स्थिर बिक्री के कारण देश में दुकान बंद कर रहे हैं। फोर्ड (जिसने 1990 के दशक में भारत में अपना पहला कारखाना बनाया) ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में उसने देश में कार बनाना बंद करने और $ 2 बिलियन का हिट लेने की योजना बनाई क्योंकि वह खुद को देश में लाभ कमाते हुए नहीं देखती है।