FORD के चेन्नई प्लांट मे फिर से शुरू होगा Ecosport का प्रोडक्शन, जानें क्या है कारण

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि फोर्ड इंडिया ने 9 सितंबर को घोषणा की कि वह भारत में वाहनों के असेंबलिंग कार्यों को बंद कर देगी। साथ ही चेन्नई में वाहन और इंजन निर्माण दोनों को 2022 की दूसरी तिमाही तक बंद कर दिया जाएगा।

By BhavanaEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 12:05 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 07:55 AM (IST)
FORD के चेन्नई प्लांट मे फिर से शुरू होगा Ecosport का प्रोडक्शन, जानें क्या है कारण
भारतीय बाजार के अलावा, चेन्नई सुविधा निर्यात बाजारों के लिए भी इकोस्पोर्ट बनाती है।

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Ford Ecosport Production: हाल ही में हमनें अमेरिका की प्रसिद्व वाहन निर्माता कंपनी फोर्ड इंडिया के भारत में अपनी दो विनिर्माण सुविधाओं में उत्पादन बंद करने की खबर आप तक पहुंचाई थी। जिसके बाद अब खबरें आ रही हैं, कि कंपनी ने निर्यात बाजारों के लिए चेन्नई संयंत्र में अपनी इकोस्पोर्ट कॉम्पैक्ट एसयूवी का उत्पादन फिर से शुरू कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी पर लगभग 30,000 इकाइयों की निर्यात प्रतिबद्धता है। जिसे 2021 के अंत तक पूरा करना है।

भारत में उत्पादन बंद करने की घोषणा

यहां ध्यान देने वाली बात यह है, कि फोर्ड इंडिया ने 9 सितंबर को घोषणा की कि वह भारत में वाहनों के असेंबलिंग कार्यों को बंद कर देगी। साथ ही, चेन्नई में वाहन और इंजन निर्माण दोनों को 2022 की दूसरी तिमाही तक बंद कर दिया जाएगा। वहीं केवल साणंद में इंजन निर्माण संयंत्र को चालू रखा जाएगा। जिसमें एशिया-प्रशांत, मध्य पूर्व और अफ्रीकी बाजारों में बेचे जाने वाले रेंजर मॉडल के लिए पावरट्रेन का उत्पादन जारी रखेगा।

इससे पहले भी कई कंपनियां भारत से कर चुकी एग्जिट

बता दें, ऑटोमेकर फोर्ड चेन्नई में इकोस्पोर्ट बनाता है, जबकि फिगो और एस्पायर मॉडल साणंद में बनाए जाते हैं। भारतीय बाजार के अलावा, चेन्नई सुविधा निर्यात बाजारों के लिए इकोस्पोर्ट भी बनाती है। वहीं चेन्नई संयंत्र ने हाल ही में एंडेवर एसयूवी का उत्पादन बंद कर दिया है। फोर्ड इंडिया के देश में विनिर्माण कार्यों को छोड़ने का निर्णय मेक-इन-इंडिया पहल के लिए एक झटका है। इसके अलावा, शेवरले, यूएम मोटरसाइकिल और हार्ले-डेविडसन पहले ही भारत में अपने वाहनों को बंद करने की घोषणा कर चुक हैं।

फोर्ड के इस फैसले से करीब 5,300 कर्मचारियों का भविष्य संकट में आ गया है, क्योंकि चेन्नई संयंत्र में लगभग 2,700 स्थायी कर्मचारी और लगभग 600 कर्मचारी हैं। वहीं सानंद में श्रमिकों की संख्या करीब 2,000 है। साणंद में ऑटोमेकर के इंजन प्लांट में 500 से अधिक कर्मचारी हैं।

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