बाइक और स्कूटर का इंश्योरेंस लेने से पहले ध्यान रखें ये जरूरी बात वरना पड़ सकता है पछताना

अगर आप इसे देखकर सोच रहे हैं कि आपके घर से भी कोई ना कोई रोज दोपहिया वाहन पर बाहर जाता है तो बता दें इसके लिए आपको परेशान होने के बजाय अपने वाहन के सही इंश्योरेंस पर ध्यान देना चाहिए।

By BhavanaEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 02:18 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 09:11 AM (IST)
बाइक और स्कूटर का इंश्योरेंस लेने से पहले ध्यान रखें ये जरूरी बात वरना पड़ सकता है पछताना
BMW S 1000 RR की प्रतिकात्मक तस्वीर (फोटो साभार: बीएमडब्ल्यू)

नई दिल्ली ऑटो डेस्क। Bike Insurance Tips : भारत दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया बाजार है, यहां बाइक और स्कूटर परिवहन के रूप में सबसे पसंदीदा साधन हैं। लगभग 21 मिलियन दोपहिया वाहनों के साथ भारत दुनिया में सबसे ज्यादा दुर्घटना के शिकार होने वाले देशो की सूची में शामिल है। एक सर्वे के अनुसार भारत में वर्ष 2018 में 4 लाख से भी ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हुई। जिनमें कार, ट्रक, साइकिल और पैदल यात्री शामिल थे। वहीं इस आंकड़े में दोपहिया वाहन 35.2 प्रतिशत शामिल हैं।

अगर आप इसे देखकर सोच रहे हैं, कि आपके घर से भी कोई ना कोई रोज दोपहिया वाहन पर बाहर जाता है, तो बता दें, इसके लिए आपको परेशान होने के बजाय अपने वाहन के सही इंश्योरेंस पर ध्यान देना चाहिए। जितना महत्वपूर्ण आपके दोपहिया वाहन का बीमा होता है, उतना ही महत्वपूर्ण होता है कि बीमे का चयन करते समय आप कौन-कौन सी बातों को ध्यान में रख रहे हैं। आइए नजर डालते हैं उन पहलुओं पर जिन्हें दोपहिया वाहन बीमा का चयन करते समय ध्यान में रखना चाहिए।

सहायता करने के लिए तैयार रहे कंपनी: बीमा खरीदने के बाद कई बार आपको उसके क्लेम और लाभों को समझने में मदद करने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति की आवश्यकता होती है। हालांकि जरूरी नहीं है कि दूसरा व्यक्ति आपकी मदद के लिए हमेशा तैयार रहे। इसके लिए आप ऐसी बीमा कंपनी का चयन करें जिसकी सहायता टीम तुरंत तैयार रहे। जो आपको क्लेम में सहायता करने के अलावा लगातार आपको इसके बारे में अपडेट करती रहे।

क्लेम करने की आसान हो प्रक्रिया: जैसे ही कोई दुर्घटना होती है, सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप तक मदद तुरंत पहुंच जानी चाहिए। उदाहरण के तौर पर बाइक की चोरी या दुर्घटना के समय आप कागजात कारवाई से नहीं गुजर सकते हैं। इसके लिए  ध्यान रखें कि आपकी बीमा कंपनी समय पर आप तक मदद पहुंचाए और क्लेम की प्रक्रिया भी आसान होनी चाहिए।

नो क्लेम बोनस : बीमा कंपनियां दुर्घटना के समय वैसे तो हमेशा तैयार रहती हैं, लेकिन मालिक को इसके लिए सतर्क रहना चाहिए कि कोई हादसा ना हो। हालांकि अगर आप पूरे वर्ष सावधानी बरतते हैं, और क्लेम नहीं लेते हैं, तो कंपनी की तरफ से नो क्लेम बोनस दिया जाता है। बीमा कंपनी का चयन करते समय इस बात की भी पूरी जानकारी जरूर ले लें।

पिलियन राइडर के लिए बीमा: आप दोपहिया वाहन पर अक्सर अपने चाहनें वालों के साथ सफर करते हैं, ऐसे में यह सुनिश्चित करना आपका कर्तव्य है कि आपके बाइक इंशयोरेंस में पीछे बैठे सवार को भी कवर किया गया है या नहीं। जिससे दुर्घटना के समय पर दोनों को सहायता मिल सके।  

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