रियर सीट बेल्ट का प्रयोग ना करने पर अब देना पड़ेगा भारी जुर्माना, दिल्ली पुलिस ने शुरू किया अभियान

हालांकि जागरूकता और अनुपालन की कमी के कारण कारों में सभी पीछे बैठे यात्री सीटबेल्ट नहीं पहनते हैं। इससे दुर्घटना की स्थिति में यात्रियों को गंभीर खतरा होता है। वहीं दोपहिया वाहनों का इस्तेमाल करने वाले बाइक के लुक को बढ़ाने के चक्कर में रियरव्यू मिरर को हटा देते हैं

By BhavanaEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 01:00 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 06:50 AM (IST)
रियर सीट बेल्ट का प्रयोग ना करने पर अब देना पड़ेगा भारी जुर्माना, दिल्ली पुलिस ने शुरू किया अभियान
सीट बेल्ट को दर्शाती तस्वीर फोटो (साभार जागरण: फाइल फोटो)

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Fine for not wearing Rear Seatbelt: देश में सड़क सुरक्षा के हजार नियम होने के बावजूद लोग अपनी जान को खतरे में डालकर इन्हें अनदेखा कर देते हैं। जिसका जिम्मा उठाते हुए दिल्ली पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है। जिसमें हाल ही में दिल्ली पुलिस ने कार में पीछे बैठकर सीटबेल्ट नहीं पहनने वालों के लिए एक अभियान शुरू किया है। जो 13 जनवरी से 23 जनवरी तक पश्चिमी दिल्ली में प्रभावी होगा। इस अभियान के तहत ट्रैफिक पुलिस पीछे की सीट बेल्ट न पहनने पर 1,000 रुपये तक का जुर्माना जारी करेगी।

हालांकि यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि अभी तक यह सीट बेल्ट ड्राइव केवल राष्ट्रीय राजधानी के पश्चिमी क्षेत्रों में है। जिसे जल्द ट्रैफिक पुलिस अन्य क्षेत्रों में भी विस्तार करने पर विचार कर रही है। बताते चलें कि, रियर सीट बेल्ट के लिए चालान जारी करने के साथ ट्रैफिक पुलिस उन मोटर चालकों पर जुर्माना लगाएगी। जिनके पास दोपहिया वाहनों पर रियरव्यू मिरर नहीं हैं। अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली में दोपहिया वाहनों में रियरव्यू का ना होना आम बात है।

इस बात की जानकारी पश्चिम दिल्ली यातायात पुलिस ने एक अधिसूचना में दी कि मोटर वाहन अधिनियम 1988 और केंद्रीय मोटर वाहन नियम 1989 में रियर सीट बेल्ट पहनने और दोपहिया वाहनों पर रियरव्यू मिरर लगाने के प्रावधान हैं। इन नियमों का उल्लंघन करना न केवल गैर जिम्मेदाराना व्यवहार है, बल्कि बेहद खतरनाक भी है। जिसके चलते सीट बेल्ट न पहनने की दशा में यात्री पर भारी जुर्माना वसूला जाएगा।

हालांकि जागरूकता और अनुपालन की कमी के कारण कारों में लगभग सभी पीछे बैठे यात्री सीटबेल्ट नहीं पहनते हैं। इससे दुर्घटना की स्थिति में यात्रियों को गंभीर खतरा होता है। वहीं दोपहिया वाहनों का इस्तेमाल करने वाले बाइक के लुक को बढ़ाने के चक्कर में रियरव्यू मिरर को हटा देते हैं, लेकिन यह उन्हें पीछे से आ रहे यातायात से अनजान बनाता है और लेन बदलते समय एक गंभीर जोखिम बन जाता है।

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