Renault Kiger Review: खरीदें या नहीं ? यहां पाएं अपने सभी सवालों के जवाब

Renault Kiger को फायदा होगा या नुक्सान ये जानने के लिए हमने इस कार का गोवा की सड़कों पर चलाया जिसके बाद हम इस गाड़ी के बारे में क्या कुछ सोचते हैं वो सारी बातें आपको इस रिव्यू में पता चल जाएगा।

By BhavanaEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 05:46 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 05:46 PM (IST)
Renault Kiger Review: खरीदें या नहीं ?  यहां पाएं अपने सभी सवालों के जवाब
Renault Kiger की तस्वीर (फोटो साभार: जागरण)

नई दिल्ली, नंद कुमार नायर। Renault Kiger Review: 4-मीटर से छोटे कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट में पहले से ही एक से बढ़कर एक गाड़ी मौजूद है। फोर्ड इकोस्पोर्ट से Magnite तक इस सेगमेंट में हर कंपनी की एक वॉल्यूम कार मौजूद है। ऐसे में लेट एंट्री के चलते Renault Kiger को फायदा होगा या नुक्सान ये जानने के लिए हमने इस कार का गोवा की सड़कों पर चलाया, जिसके बाद हम इस गाड़ी के बारे में क्या कुछ सोचते हैं वो सारी बातें आपको इस रिव्यू में पता चल जाएगा।

कीमत: 5.45 -9.55 लाख रुपये

डिजाइन: Renault KIGER पहली नज़र में ही आपको एक आकर्षक कार लगेगी, लेकिन अगर शोरूम में रेनॉ की बाकि गाड़ियों के साथ खड़ा कर दिया जाये तो इसके डिजाइन में आपको रेनॉ Triber और KWID की छाप दिखेगी। इस बात का Renault Kiger को फायदा और नुकसान दोनों हो सकता है, एक तरफ गाड़ी को रेनॉ फैमिली की पहचान मिलती है तो दूसरी तरफ काइगर की अपनी पहचान खो जाती है। चार मीटर से छोटी इस गाड़ी को भारत में ग्लोबल कस्टमर्स के लिए तैयार किया गया है, गढ़ा हुआ बोनट, क्रोम ग्रिल , LED हेडलैंप्स फ्रंट से Kiger को SUV स्टाइल रोड प्रजेंस देते हैं। साइड प्रोफाइल को खास बनाते हैं 16-इंच के अलॉय व्हील्स, कूपीश रूफ लाइन, 205mm का ग्राउंड क्लीयरेंस और चौड़े व्हीलआर्चेस। लेकिन पूरे डिजाइन में सबसे रोचक है गाड़ी के पिछले हिस्से में दिए गए c-शेप्ड LED टेल लाइट्स जिसकी वजह से गाड़ी स्पोर्टी और चौड़ी नज़र आती है।

एलईडी DRL’s स्टैंडर्ड है लेकिन बेस वैरिएंट में आपको क्रोम ग्रिल, LED हेडलाइट्स और डायमंड कट अलॉय व्हील्स नहीं मिलते। कुल चार वैरिएंट्स (RXE, RXL, RXT, RXZ ) में गाड़ी को बाजार उतारा गया है और सभी वैरिएंट में 17,000 रुपए ज्यादा देकर आप ड्यूल टोन का ऑप्शन भी ले सकते हैं। भारत में रेनॉ और निसान मिलकर काम करते हैं और इसका फायदा KIGER को भी मिलता है। इस प्लेटफार्म पर बनी Magnite को निसान पहले ही बाजार में उतार चुका है और दोनों गाड़ियों को एक ही अस्सेम्ब्ली लाइन में तैयार किया जाता है और यही वजह है की रेनॉ और निसान अपनी गाड़ियों की इतनी कम कीमत में कामयाब रहे।

रेनॉ ने भारत में अपनी छोटी गाड़ियों से सीखा और मार्किट को बहुत कुछ सिखाया है। क्विड के साथ छोटी गाड़ियों के बाजार को डिजाइन का महत्व समझाया तो Triber के साथ छोटी गाड़ी में बड़ा स्पेस कैसे दिया जाए ये करके दिखाया। Renault Kiger में भी ऐसे ही कुछ सेगमेंट बेस्ट फीचर्स दिए गए हैं। शुरुआत स्टोरेज स्पेस के साथ करें तो आपको 405 लीटर का बूट स्पेस मिलता है जिसे आप कस्टमाइज भी कर सकते हैं। ग्लोव बॉक्स, आर्मरेस्ट और डोर पैड्स पर भी उम्दा स्टोरेज ऑप्शन मौजूद है। आप एक लीटर की 4 पानी की बोतल गाड़ी में आराम से रख सकते हैं।

सीटिंग पोजिशन फोर्ड इकोस्पोर्ट या वेन्यू जैसी सेगमेंट बेस्ट तो नहीं लेकिन आरामदेह है, आपको रोड का पूरा व्यू मिलता है और ड्राइवर साइड से ब्लाइंड स्पॉट न के बराबर है, ड्राइवर सीट आप हाइट एडजस्ट कर सकते हैं और टॉप वैरिएंट (RXZ) में आपको ऑडियो कंट्रोल के साथ लेदर स्टीयरिंग मिलता है। इसके अलावा टॉप वैरिएंट में ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, PM2.5 एयर फिल्टर और वायरलेस एंड्राइड ऑटो और एप्पल कारप्ले सपोर्ट जैसे कुछ उम्दा फीचर्स मिलते हैं। सेफ्टी के लिहाज से ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स, इलेक्ट्रॉनिक ब्रेक डिस्ट्रीब्यूशन के साथ एबीएस और रियर पार्किंग सेसंर स्टैंडर्ड दिए गए हैं।

 

BS6 के बाद कई ऑटोमोबाइल कंपनियां डीजल से दूरी बना चुकी हैं और निसान की तरह रेनॉ भी उस श्रेणी में शामिल है। काइगर को दो इंजन के साथ मैनुअल और CVT गियरबॉक्स ऑप्शन में उतारा गया है। ये वही इंजन विकल्प हैं जो निसान मैग्नाइट में दिए गए हैं। 1.0-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन 98 bhp ताकत और 160 Nm का पीक टॉर्क पैदा करता है और दूसरा 1.0-लीटर का तीन-सिलेंडर, नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन जो 71 bhp की ताकत और 96 Nm का पीक टॉर्क देता है। दोनों इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल, AMT और CVT गियरबॉक्स के विकलप दिए गए हैं।

फर्स्ट ड्राइव के दौरान हमने केवल टर्बो इंजन को परखा और पहले दस मिनट में ही ये बात साफ हो गया कि इंजन को और बेहतर किया जा सकता है। रिफाइनमेंट की कमी खली और गियरबॉक्स वेन्यू और सॉनेट की तरह स्मूथ नहीं लगा। इस गाड़ी को खास भारतीय सड़को के लिए तैयार किया गया है लिहाज़ा सस्पेंशन को बहुत सख्त नहीं रखा गया जिसका फायदा खराब सड़कों पर पैसेंजर को मिलता है। अगर आप सिटी ड्राइविंग के लिए गाड़ी खरीद रहे हैं तो शायद एक लीटर का नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन ज्यादा बेहतर रहेगा लेकिन अगर आप हाईवे ड्राइव और इसमे दिए गए तीन ड्राइव मोड्स का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं दो टर्बो विकलप ज्यादा बेहतर है। अच्छा टर्निंग रेडियस, छोटे गियर्स पर भी गाड़ी की पकड़ इसे एक अच्छी सिटी कार बनाते है। पेट्रोल की कीमतों में लगातार इजापा देखा जा रहा है ऐसे में 20 kmpl की माइलेज आपका खर्चा बचा सकती है। 

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