तुर्की जाने की इच्छा रखने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी, एक अगस्त से शुरू होगी विमान सेवा
हागिया सोफिया संग्राहलय को मस्जिद में बदलने की वजह से तुर्की के पर्यटन पर बड़ा विपरीत प्रभाव पड़ने वाला है। तुर्की सरकार के इस फैसले की दुनियाभर में कड़ी आलोचना हो रही है।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस महामारी के बीच तुर्की घूमने जाने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। खबरों की मानें तो पर्यटकों के लिए तुर्की के दरवाजे खोल दिए गए हैं। इस बात की जानकारी तुर्की के परिवहन मंत्री Adil Karaismailoglu ने दी है। उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि Covid-19 के इस दौर में 1 अगस्त से तुर्की सरकार चार देशों के पर्यटकों के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा बहाल करने जा रही है। इन देशों में भारत, रूस, दक्षिण अफ्रीका और कुवैत हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार अन्य देशों जैसे इराक, उज्बेकिस्तान, केन्या, मिस्र, ट्यूनीशिया, किर्गिस्तान और अल्जीरिया के साथ भी अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा बहाल करने की योजना बना रही थी। हालांकि, इसमें अभी वक्त लग सकता है। जबकि चार देशों के साथ हवाई सेवा 1 अगस्त से शुरू हो जाएगी।
जैसा कि हम सब जानते हैं कि कोरोना वायरस महामारी के चलते तुर्की की हवाई सेवा बंद कर दी गई थी। तकरीबन दो महीने के बाद 11 जुलाई को हवाई सेवा शुरू हुई है। इसके तहत 40 देशों के साथ हवाई सेवा को बहाल करने की रणनीति है।
हालांकि, हागिया सोफिया संग्राहलय को मस्जिद में बदलने की वजह से तुर्की के पर्यटन पर बड़ा विपरीत प्रभाव पड़ने वाला है। तुर्की सरकार के इस फैसले की दुनियाभर में कड़ी आलोचना हो रही है। इससे पहले हागिया सोफिया एक संग्राहलय था, जो देश में सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में से एक है। इस मस्जिद का इतिहास बेहद दिलचस्प है।
इतिहास के अनुसार, एक समय हागिया सोफ़िया की गिनती दुनिया के प्रमुख चर्चों में होती थी। हालांकि, कई बार इसे मस्जिद में बदल दिया गया था, लेकिन तुर्की के पितामह कहे जाने कमाल पाशा ने इसे संग्राहलय में तब्दील कर दिया था। अब पुन: इसे मस्जिद में बदल दिया गया है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से तुर्की में 2 लाख 28 हजार लोग संक्रमित पाए गए थे, जिनमें 2 लाख 12 हजार लोगों का सफल इलाज किया जा चुका है। जबकि 5659 लोगों की मौत हो चुकी है। फ़िलहाल स्थिति नियंत्रण में है। इस मद्देनजर तुर्की सरकार ने हवाई सेवा को बहाल करने की घोषणा की है।