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ट्रैवल इंश्योरेंस लेना ही काफी नहीं इसके बारे में जानना भी है जरूरी

अगर आप भी अक्सर ट्रैवल करते हैं तो खुद के साथ सामान की सुरक्षा के लिए भी ट्रैवल इंश्योरेंस लेना सूझबूझ की निशानी है। तो कुछ बातों का ध्यान रखकर चुनें अपने लिए सही इंश्योरेंस।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 03:40 PM (IST)Updated: Tue, 26 Mar 2019 08:00 AM (IST)
ट्रैवल इंश्योरेंस लेना ही काफी नहीं इसके बारे में जानना भी है जरूरी
ट्रैवल इंश्योरेंस लेना ही काफी नहीं इसके बारे में जानना भी है जरूरी

ट्रैवल का मतलब ही है मस्ती, एडवेंचर, रिलैक्स और रिफ्रेश होना। शायद ही कोई ट्रैवल करने से पहले एक्सीडेंट, सामान गुम या चोरी हो जाने के बारे में सोचता होगा। लेकिन कहते हैं न निगेटिव चीज़ों के बारे में भी थोड़ा सोच लेना चाहिए क्योंकि कब क्या कैसे हो जाए इसके बारे में कोई नहीं जानता।

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ट्रैवल इंश्योरेंस इन्हीं चीज़ों से निपटने में करता है आपकी मदद। ट्रैवलिंग के दौरान कोई मेडिकल इमरजेंसी हो जाए या पासपोर्ट गुम हो जाए या फिर किसी वजह से ट्रिप कैंसल करानी पड़ जाए, ऐसे में इंश्योरेंस बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। तो ट्रैवल इंश्योरेंस चुनते समय किन बातों का रखें ध्यान, जानेंगे इसके बारे में।

ट्रिप के हिसाब से चुनें इश्योरेंस

ऐसा ट्रैवल इंश्योरेंस चुनें जो आपकी जरूरतें पूरी करता हो। जैसे अगर आप बिजनेस ट्रिप पर जा रहे हैं तो बेसिक प्लान लें जिसमें अगर आपका सामान, पासपोर्ट गुम हो जाने के साथ ही मेडिकल इश्यू और पर्सनल एक्सीडेंट जैसी चीज़ें कवर हो रही हों। ऐसे ही अगर आप ट्रैवलिंग के दौरान एडवेंचर स्पोर्ट्स करने की सोच रहे हैं तो एक बार इंश्योरेंस में चेक कर लें कि ये कवर किया जा रहा है या नहीं। कई बार पॉलिसी में ये चीज़ें शामिल रहती हैं और कई बार नहीं। जिससे किसी भी तरह का नुकसान आप पर भारी न पड़े।

लोगों के हिसाब से चुनें इश्योरेंस

इश्योरेंस कंपनियां आजकल आपके ट्रैवल पर्पज मतलब आप क्यों ट्रैवल कर रहे हैं और साथ ही कितने लोग ट्रैवल कर रहे हैं? जैसे अगर कोई विदेश पढ़ाई के लिए जा रहा है तो उनके लिए अलग से स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस की सुविधा है जिसमें यूनिवर्सिटी के लिए जरूरी चीज़ें, एक्सीडेंट, हॉस्पिटल, परिवारजनों के आने पर होने वाले खर्च, ट्यूशन फी, सामान और पासपोर्ट खो जाने जैसी चीज़ें कवर होती हैं। वहीं अगर फैमिली ट्रिप है तो इसमें हॉस्पिटलाइजेशन, सामान गुम या चोरी होना, ट्रिप कैंसलेशन जैसी चीजें शामिल होती हैं। जरूरत और लोगों के हिसाब से इंश्योरेंस में कुछ छोटे-मोटे बदलाव भी करवाए जा सकते हैं।

जगह और समय के हिसाब से हों इंश्योरेंस

जगह और समय तय करने के बाद ही अपना इंश्योरेंस चुनें। ट्रैवल इश्योरेंस में मेडिकल कवर बहुत ही जरूरी होता है। कंपनियां आजकल जगहों के इंश्योरेंस प्लान रख रही हैं जिन्हें कस्टमर अपनी जरूरत के हिसाब से चुन सकते हैं। इंश्योरेंस का प्रीमियम पूरी तरह आपके ट्रैवल पीरियड, उम्र पर डिपेंड करता है। इसके साथ ही कंपनियां सिंगल और मल्टी ट्रिप ट्रैवल प्लान भी रखती हैं।

मेडिकल कवरेज के बारे में कर लें जांच पड़ताल

बाहरी देशों में मेडिकल ट्रीटमेंट बहुत ही ज्यादा महंगा है। तो अगर आप विदेश यात्रा करने वाले हैं तो मेडिकल कवरेज को अचछी तरह से चेक कर लें। जिससे किसी भी तरह की अनहोनी होने पर आपको बहुत ज्यादा परेशान न होना पड़े।

रिसर्च कर लेना है जरूरी

मार्केट में अवेलेबल अलग-अलग ट्रैवल इंश्योरेंस के बारे में जान लें और उनकी आपस में तुलना कर लें। कई बार थोड़े ज्यादा पैसे देकर भी अगर ज्यादा से ज्यादा चीज़ें कवर हो रही हैं जो इसे ही चुनें।

ट्रैवल इंश्योरर की पूरी जानकारी

किसी भी तरह की इमरजेंसी से निपटने के लिए और भी दूसरी चीज़ों के बारे में पूछताछ करने के लिए आप जिससे इंश्योरेंस ले रहे हैं उसका नंबर, पता सब होना चाहिए।


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