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अरुणाचल घूमने और यहां की संस्कृति से रूबरू होने का मौका देता है तवांग फेस्टिवल

अरुणाचल प्रदेश का तवांग बहुत ही खूबसूरत शहर है और यहां हर साल मनाए जाने वाले तवांग फेस्टिवल के दौरान इसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाती है। 26 अगस्त से शुरू हो रहा ये फेस्टिवल 29 तक चलेगा।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 04:01 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 04:01 PM (IST)
अरुणाचल घूमने और यहां की संस्कृति से रूबरू होने का मौका देता है तवांग फेस्टिवल
अरुणाचल घूमने और यहां की संस्कृति से रूबरू होने का मौका देता है तवांग फेस्टिवल

तीन दिनों तक चलने वाले तवांग फेस्टिवल, टूरिज्म बढ़ाने के साथ-साथ यहां की परंपराओं और संस्कृति को पेश करने का बहुत ही अच्छा जरिया कहा जा सकता है। तवांग हिल स्टेशन पर मोनपा जनजाति के लोग रहते हैं जिनके पहनने से लेकर रहने और खाने-पीने हर एक चीज़ बहुत ही अलग है। लेकिन फेस्टिवल में यहां आने वाले सैलानियों का स्वागत उसी तरह होता है जैसा आम जगहों पर।

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हर साल अरूणाचल प्रदेश पर्यटन विभाग इस फेस्टिवल का आयोजन करता है। इस साल इसका आयोजन 26 से 29 अगस्त हो रहा है। इसकी शुरूआत यहां एक ट्रेडिशन जिसे 'सेबांग' कहा जाता है इससे होती है जिसमें बौद्ध भिक्षु तवांग शहर से तवांग मोनेस्ट्री तक पैदल यात्रा करते हैं।

तवांग फेस्टिवल कल्चर

तवांग फेस्टिवल यहां का कल्चरल फेस्टिवल है जिस दौरान आप यहां एक साथ कई चीज़ों को एन्जॉय कर सकते हैं। फेस्टिवल को मनाने का मकसद भारत ही नहीं विदेशों से आने वाले टूरिस्टों को भी अरूणाचल प्रदेश की खूबसूरती, ट्रेडिशन और यहां के कल्चर से वाकिफ कराना है।

बौद्ध परंपराओं और उनके अलग लाइफ स्टाइल का भी अनुभव इस फेस्टिवल में शामिल होकर लिया जा सकता है। इसके अलावा यहां रहने वाली जनजातियों के हाथों से बनी हुई चीज़ों की खरीददारी, फोटोग्राफी, पेंटिंग्स और मेले को एक्सप्लोर एक यादगार एक्सपीरियंस साबित होगा। सड़कों के साथ ही स्थानीय बाजारों में भी अलग ही रौनक और चहल-पहल नज़र आती है।

तवांग फेस्टिवल का खास आकर्षण

तवांग फेस्टिवल का सबसे खास आकर्षण होता है 'याक डांस'। इसके अलावा इस फेस्टिवल में यहां रहने वाली जनजातियों के डांस, नुक्कड़ नाटक और उनकी अनोखी परंपराओं की भी झलक देख सकते हैं। Aji-Lhamu डांस का आनंद भी इस फेस्टिवल में शामिल होकर ले सकते हैं। इसके अलावा फेस्टिवल में तवांग के ऊपर बनी फिल्मों का प्रदर्शन भी होता है जिसे देखकर आप इस शहर को और करीब से जान सकते हैं। फेस्टिवल के अलावा तवांग की खूबसूरती, चारों ओर फैली हरियाली और शांति टूरिस्टों को अपनी ओर आकर्षित करने का कोई मौका नहीं छोड़ती। फेस्टिवल के दौरान सड़कें रंगे-बिरंगे झंडों से सज जाती हैं। कह सकते हैं कि तवांग फेस्टिवल में तवांग हिल स्टेशन का नज़ारा और भी ज्यादा खूबसूरत हो जाता है।

तवांग आकर इन जगहों की भी करें सैर

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि फेस्टिवल को मनाने का मकसद ही अरूणाचल प्रदेश के टूरिज्म को बढ़ावा देने से है तो यहां आकर आसपास की जगहों को तो घूमना बनता है। बुमला पास एक ऐसी जगह है जहां से आप पूरे तवांग की खूबसूरती को निहार सकते हैं। इसके साथ सेला पास, गोरिचेन पीक, माधुरी लेक, नूरानंग फॉल्स, तवांग मोनेस्ट्री और जांग वॉटरफॉल्स देखने वाली खूबसूरत जगहें हैं। फेस्टिवल से अलग भी अगर आप तवांग घूमने-फिरने का प्लान बना रहे हैं तो इन जगहों की सैर तो बिल्कुल भी मिस न करें।

 

कैसे पहुंचे

हवाई मार्ग- लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई इंटरनेशनल एयरपोर्ट यहां का करीबी एयरपोर्ट है। जहां के लिए सभी बड़े शहरों से फ्लाइट की सुविधा अवेलेबल है।

रेल मार्ग- नाहरलागुन रेलवे स्टेशन, तवांग पहुंचने का नज़दीकी रेलवे स्टेशन है।

सड़क मार्ग- तेजपुर और बोमडिला से बस, टैक्सी और शेयर टैक्सी द्वारा आसानी से तवांग तक पहुंचा जा सकता है।

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