महाराष्ट्र घूमने आएं तो ऊंची पहाड़ी पर बने शिवनेरी किले को देखना न भूलें
महाराष्ट्र में घूमने वाली जगहों की कोई कमी नहीं। ट्रैकिंग से लेकर धार्मिक और यहां तक कि ऐतिहासिक जगहों की भी भरमार है। ऐसी ही जगहों में शामिल शिवनेरी किले के बारे में आज जानेंगे।
अगर आप किले घूमने के साथ ही उसके इतिहास को देखना और समझना चाहते हैं तो महाराष्ट्र और राजस्थान में इनकी कोई कमी नहीं। बेशक इनमें से बहुत सारे अब जर्जर हो चुके हैं लेकिन कई सारे ऐसे भी हैं जिनकी खूबसूरती आज भी बरकरार है। इन्हीं में से एक है शिवनेरी किला। पहाड़ी पर बना ये किला महाराष्ट्र राज्य के पुणे में जुन्नर गांव के पास है। जुन्नर के आसपास पहाड़ों में लगभग 100 गुफाएं हैं। तो आज चलेंगे शिवनेरी किले के सफर पर।
शिवनेरी किले का इतिहास
शिवाजी के जन्म के समय उनके पिता शाहजी ने अपनी पत्नी जीजाबाई की सुरक्षा के लिए इस किले को बनवाया था। जन्म के बाद तकरीबन 10 साल तक शिवाजी का पालन-पोषण यहीं शिवनेरी किले में हुआ था। मंदिर के अंदर जीजाबाई और शिवाजी के बचपन की मूर्तियां बनी हुई हैं। साथ ही शिवाजी का नाम देवी शिवाई के नाम पर रखा गया था जिनका मंदिर भी किले के अंदर ही बना हुआ है।
किले की बनावट
किला चारों ओर से बड़ी-बड़ी चट्टानों से घिरा हुआ है। किले के बीचों-बीच एक बड़ा सा तालाब है जिसे 'बादामी तालाब' कहते हैं। मंदिर में पीने के लिए पानी के दो स्त्रोत है जिसे गंगा-यमुना कहा जाता है। इस किले से जमीन को 360 डिग्री तक आराम से देखा जा सकता है। सैनिक यहां से दुश्मनों के आक्रमण का जायजा लेते थे।
आसपास घूमने वाली जगहें
गुफाएं
शिवनेरी पहाड़ी पर काफी पुरानी लेन्याद्री गुफाएं हैं। जिन्हें देखना और एक्सप्लोर करना अच्छा एक्सपीरियंस होगा।
गणेश जी का मंदिर
यहां अष्टविनायक का मंदिर है तो यहां आकर इस मंदिर के दर्शन जरूर करें।
कुकदेश्वर मंदिर
शिवनेरी से आधे घंटे की ड्राइव करके आप इस मंदिर पहुंच सकते हैं। कुकड़ी नदी के किनारे 12वीं सदी में बने इस मंदिर में बहुत सी खूबसूरत कलाकृतियां देखने को मिलती हैं।
वाइन टेस्ट करें
नासिक, जिसे महाराष्ट्र का वाइन डिस्ट्रिक्ट कहा जाता है। यहां के वाइनयार्ड्स आकर आप अलग-अलग वैराइटी की वाइन को भी ट्राय कर सकते हैं।
मालशेज घाट
शिवनेरी के अलावा आसपास घूमने वाली जगहों में शामिल है मालशेज घाट। जहां का नजारा और मौसम वीकेंड एन्जॉयमेंट के लिए है परफेक्ट।
कब आएं
यहां घूमने आने के लिए सर्दियों का मौसम अच्छा होता है। उस दौरान आप आराम से पूरे किले की सैर कर सकते हैं। गर्मियों में बढ़ते तापमान की वजह से घूमना मुश्किल होता है। ट्रैकिंग के लिए भी ये जगह टूरिस्टों के बीच काफी मशहूर है लेकिन मॉनसून में यहां आना अवॉयड करें क्योंकि उस दौरान पहाड़ों पर बहुत ज्यादा फिसलन होती है।
कैसे पुहंचे
हवाई मार्ग- अगर आप फ्लाइट से आने का प्लान कर रहे हैं तो पुणे यहां का सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट है।
रेल मार्ग- पुणे रेलवे स्टेशन यहां तक पहुंचने का सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन है। जहां से बस और टैक्सी की सुविधा अवेलेबल रहती है।
सड़क मार्ग- लगभग सभी बड़े शहरों से पुणे तक के लिए बसें चलती हैं। इसके बाद शिवनेरी पहुंचने के लिए आपको टैक्सी या ऑटो लेना पड़ता है।