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बाघों के अलावा 6 अलग-अलग प्रकार के गिद्धों का घर है पन्ना नेशनल पार्क

जंगली जानवरों, माइग्रेटरी बर्ड्स और एलीफेंट सफारी का मजा लेना है तो मध्य प्रदेश का पन्ना नेशनल पार्क है बेस्ट। अक्टूबर से अप्रैल के बीच यहां आकर कर सकते हैं जमकर मस्ती।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 02:32 PM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 02:32 PM (IST)
बाघों के अलावा 6 अलग-अलग प्रकार के गिद्धों का घर है पन्ना नेशनल पार्क
बाघों के अलावा 6 अलग-अलग प्रकार के गिद्धों का घर है पन्ना नेशनल पार्क

मध्य प्रदेश का पन्ना नेशनल पार्क, टाइगर्स देखने की सबसे खूबसूरत जगह है। खूबसूरत इसलिए क्योंकि ये नेशनल पार्क घाटियों, पठारों, घास के मैदानों और खाइयों से घिरा हुआ है जो न सिर्फ बाघों बल्कि दूसरे जीव-जंतुओं के रहने के लिए भी अनुकूल है। टाइगर रिजर्व के अलावा यहां पांडव फॉल्स, रानेह फॉल्स और केन घड़ियाल अभ्यारण्य भी देखने वाली जगहें हैं। पन्ना नेशनल पार्क, यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल खजुराहो के काफी नज़दीक है।

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पन्ना नेशनल पार्क में क्या है खास

बाघों के अलावा पन्ना नेशनल पार्क में जंगली बिल्लियों, एंटीलोप, गिद्ध, भेड़िए, चिंकारा, चीतल जैसे कई जानवरों को देखा जा सकता है। 542.67 वर्ग किमी इलाके में केन नदी के दोनों ओर फैला ये पार्क साल और टीक के घने जंगलों से घिरा हुआ है। घने जंगल और केन नदी जानवरों के रहने और खाने-पीने के पर्याप्त साधन उपलब्ध कराते हैं। जंगली सुअर, चौसिंघा, साही और घड़ियाल भी यहां का खास आकर्षण हैं। पन्ना टाइगर रिजर्व में जहां स्तनधारियों की 22 प्रजातियां मौजूद हैं वहीं यहां 200 प्रकार के पशु-पक्षी भी पाए जाते हैं। सर्दियों के सीज़न में तो यहां माइग्रेटरी पक्षियों की अच्छी-खासी तादाद देखी जा सकती है। जिनमें पैराडाइज़ फ्लाईकैचर, व्हाइट नेक स्टॉर्क, डव, बेयर हेडेड गूज़, मीनीवेट्स, ब्लैक ड्रोंगो, बुलबुल, बया, किंगफिशर्स, इंडियन रोलर, ब्राउन फिश आउट आदि शामिल हैं। और तो और लगभग 6 प्रकार के गिद्धों यहां निवास करते हैं। यहां के माहौल को और भी रोमांचक और खूबसूरत बनाने का काम करते हैं अनेक प्रकार की वनस्पतियों। साल 2007 में इस पार्क को बेस्ट मेनटेन्ड नेशनल पार्क के अवॉर्ड से नवाजा गया था।

नेशनल पार्क में सफारी का मजा

नेशनल पार्क को एक्सप्लोर करने के दो ऑप्शन हैं और दोनों ही बहुत शानदार। जीप सफारी हालांकि कॉमन है लेकिन इससे आप जंगल के ज्यादातर जगहों को कवर कर सकते हैं। दूसरा है हाथी सफारी। एलीफेंट सफारी के दौरान बाघों को देखने का अलग ही एक्सपीरियंस होता है। दिन में दो बार जंगल सफारी का मौका मिलता है। एक बिल्कुल सुबह और दूसरा दोपहर से शाम तक का समय। शाम के समय जानवर ज्यादा एक्टिव रहते हैं इसलिए ये समय जंगल घूमने और फोटोग्राफी करने के लिए बेस्ट होता है। हां अपने साथ जरूरी डॉक्यूमेंट्स रखना जंगल के खास कायदे-कानूनों में शामिल है।

कब जाएं

पन्ना नेशनल पार्क घूमने के लिए नवंबर से लेकर अप्रैल तक का महीना बेस्ट होता है। क्योंकि इस दौरान मौसम अच्छा रहता है जिसमें आप जंगल सफारी से लेकर केन नदी में बोटिंग तक का मजा ले सकते हैं। इसके अलावा पांडव गुफा भी अच्छी जगह है जो पूरे साल भर सैलानियों के लिए खुली रहती है।

कैसे पहुंचे

हवाई मार्ग- खजुराहो, यहां तक पहुंचने का नज़दीकी एयरपोर्ट है। जहां से पार्क की दूरी 45 किमी है। इसके अलावा जबलपुर एयरपोर्ट पहुंचकर भी यहां तक पहुंचा जा सकता है। यहां से पार्क की दूरी 250 किमी है।

रेल मार्ग- सतना, यहां का नज़दीकी रेलवे स्टेशन है। जहां के लिए सभी बड़े शहरों से ट्रेन की सुविधा अवेलेबल है।

सड़क मार्ग- सड़क मार्ग द्वारा पन्ना नेशनल पार्क तक पहुंचना बहुत ही आसान है। खजुराहो, सतना और भी कई बड़े शहरों से यहां तक के लिए बसें चलती रहती हैं। 


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