हरियाली के बीच फुदकते खूबसूरत पंक्षियों का करना हो दीदार तो ओखला बर्ड सेंक्चुअरी आएं
दिल्ली-एनसीआर में हरियाली और जंगल जीवन को महसूस करने के लिए ओखला बर्ड सैंक्चुअरी बेहतरीन जगह है। बर्ड वॉचर्स फोटोग्राफर्स के अलावा देश-विदेश के सैलानियों को भी करती है आकर्षित।
दिल्ली से सटे नोएडा (गौतम बुद्ध नगर) में स्थित ओखला पक्षी विहार हमेशा लोगों के आकर्षण का केेंद्र बना रहता है। कहा जाता है कि यहां पक्षियों की लगभग 320 प्रजातियां हैं। इनमें से 20 प्रजातियां आमतौर पर पानी में रहने वाली हैं, 44 पेड़ों और जमीन पर रहने वाली और लगभग 43 प्रवासी पक्षियों की प्रजातियां हैं। वैसे यहां नील गाय, जैकाल, रैप्टाइल्स भी खूब दिखते हैं।
सुबह-सवेरे
आमतौर पर ओखला बर्ड सेंक्चुअरी सुबह साढ़े सात के आसपास खुल जाता है। पूरी सेंक्चुअरी घूमने के साथ ही पक्षियों को देखने के लिए सुबह का समय बेहतर होता है। यहां बर्ड वॉचर्स और लवर्स के अलावा देश-विदेश से आने वाले सैलानियों की भी अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिलती है। स्टूडेंट्स और रिसचर्स भी खूब आते हैं। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर्स अपना कैमरा लिए बेहतरीन फ्रेम के लिए सब्र के साथ सही वक्त का इंतजार करते दिखते हैं। गर्मियों में प्रवासी पंछी चले जाते हैं लेकिन सर्दियों में पूरी सेंक्चुअरी उनसे ही गुलजार रहती है। इसका मतलब यहां जाने के लिए नवंबर से मार्च तक का समय सबसे बेस्ट होता है लेकिन गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों को घुमाने के लिए भी यह जगह बहुत अच्छी है।
खाने का इंतजाम
यहां जगह-जगह पर पक्षी विहार कर्मचारियों ने मचान बना कर पक्षियों के खाने का प्रबंध किया है। पानी में छोटी मछलियां रखी गई हैं जिससे पक्षी वहां आएं तो उन्हें भूखा न रहना पड़े। सुबह का खाना खाने के बाद अमूमन पंछी ऐसी जगह पर जमा हो जाते हैं, जहां पानी थोड़ा कम होता है और जलकुंभियों के बीच ये सुस्ताने के लिए एकत्र होते हैं।
पेड़-पौधे और जीव-जंतु
यहां तकरीबन 188 किस्म के प्लांट्स मौजूद हैं, जिनमें हब्र्स, श्रब्स और अन्य पेड़-पौधे शामिल हैं। इसके अलावा यहां सरकंडे खूब हैं, जिनके बीच छोटी हमिंग बर्ड्स या सनबर्ड्स चहचहाती रहती हैं। ओखला बर्ड सेंचुरी में आपको 300 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां देखने को मिल जाएगीं। साथ ही कुछ ऐसे पक्षी देखने को मिल जाएंगे जो आपने पहले कभी नहीं देखे होंगे जैसे ब्राउन हेडेड गुल, ग्रेड कॉमनेंट, नार्दन शोबलर, ब्रान शैलो।
शुल्क और अन्य चार्ज
यहां भारतीयों के लिए 30 रुपए की टिकट है। कैमरा-विडियो चार्ज अलग से लिया जाता है। विदेशी पर्यटकों के लिए यह शुल्क 350 रुपए है। स्टिल कैमरे का शुल्क भारतीयों के लिए 500 और विदेशियों के लिए 1000 रुपये है। डिजिटल कैमरा शुल्क भारतीयों के लिए 5 हजार और विदेशी पर्यटकों के लिए 10 हजार है। डॉक्युमेंट्री फिल्म बनाने वालों के लिए शुल्क प्रतिदिन 25 हजार रुपये है तो फीचर फिल्म वालों के लिए यह शुल्क प्रतिदिन एक लाख (भारतीय) और डेढ़ लाख (विदेशी) है।