बंगाल का झापन मेला, जहां देखने को मिलते हैं कई तरह के सांप
सांपों के अलग-अलग किस्मों और उनकी करतब को देखने के लिए बंगाल का झापन मेला देखने जाएं। जहां भगवान शिव की बेटी मनसा देवी की पूजा की जाती है।
झापन मेला, बंगाल का खास उत्सव है जिसमें खासतौर से भगवान शिव की बेटी मनसा की पूजा होती है। वैसे तो बंगाल के ज्यादातर जगहों पर ये उत्सव मनाया जाता है लेकिन बांकुरा के विशनुपुर जिले में इसकी अलग ही रौनक देखने को मिलती है। यहां इस उत्सव का नज़ारा दीवाली और होली से कम नहीं होता।
ऐसा माना जाता है कि इस मेले की आयोजन 17वीं शताब्दी में राजा बीर हम्बीर माला द्वारा एक युद्ध जीतने के बाद किया गया था और उसके बाद से ही आज तक इसे मनाया जा रहा है।
मेले का खास आकर्षण होते हैं सांप
जी हां, जिनके साथ अलग-अलग तरह के करतब दिखाए जाते हैं। जिन्हें देखकर जहां आश्चर्य होता है वहां डर भी लगता है। लगभग 30-40 वैराइटी वाले सांपों के इस झुंड में सिर्फ जहरीले ही नहीं बहुत ही खूबसूरत रंग-बिरंगे सांप तक देखने को मिलते हैं। कोबरा से लेकर रैट, फ्लाइंग, पाइथन जैसे कई स्नैक झापन मेले में मिलेंगे लेकिन इनमें से किसी से भी खतरा नहीं होता।
ऐसे मनाया जाता है उत्सव
पूजा की शुरूआत सांप को नहलाने से होती है। इसके बाद एक लड़की मां मनसा का रूप धारण करती है और उसे रथ या मेले में इस्तेमाल की जाने वाली गाड़ी के ऊपर बिठाया जाता है। इसके बाद वो सांपों के साथ तरह-तरह के करतब करती हैं।
मेले का आयोजन
झापन मेले को सावन महीने में मनाया जाता है। तो अगर आप इस मेले का हिस्सा बनना चाहते हैं तो अगस्त महीने के आखिर में यहां आने का प्लान करें।