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दुनिया के ऐसे अनोखे देश, जिनके बॉर्डर पर न फौजी होते हैं और न ही कोई सुरक्षा

सर्बियाई लेखक जोरन निकोलिक की बुक द एटलस ऑफ अनयूजुअल बॉर्डर्स में आप उन देशों की सीमाओं के बारे में जान सकते हैं जहां न ही कोई फौजी होते हैं और न ही कोई सुरक्षा।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Tue, 08 Oct 2019 02:07 PM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2019 09:09 AM (IST)
दुनिया के ऐसे अनोखे देश, जिनके बॉर्डर पर न फौजी होते हैं और न ही कोई सुरक्षा
दुनिया के ऐसे अनोखे देश, जिनके बॉर्डर पर न फौजी होते हैं और न ही कोई सुरक्षा

दुनिया के कई देशों में उनके बॉर्डर को लेकर विवाद है तो कई देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं ऐसी भी हैं, जो अपने आप में अनोखी हैं। इन अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर न तो फौजी तैनात किए गए हैं और न ही कोई सुरक्षा होती है। सर्बियाई लेखक जोरन निकोलिक की बुक द 'एटलस ऑफ अनयूजुअल बॉर्डर्स' में ऐसी ही कुछ अनोखी सीमाओं के बारे में जानकारी दी गई है।

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डायोमीड द्वीप

छोटे-बड़े दो द्वीपों वाला डायोमीड द्वीप अलास्का और रूस के बीच की सीमा है। दरअसल, बिग डायोमीड के नाम से जाना जाने वाला बड़ा द्वीप रूस के अंतर्गत आता है और लिटिल डायोमीड के नाम से मशहूर छोटा द्वीप अमेरिका की सीमा में आता है। इन दोनों द्वीपों को उपनाम दिया गया है, जिसके अनुसार बिग डायोमीड को टूमौरो और लिटिल डायोमीड को यसटरडे कहा जाता है।

बारले

बेल्जियम के बारले शहर में स्थित नीदरलैंड्स और बेल्जियम की सीमा को सिर्फ सांकेतिक अक्षरों से ही समझा जा सकता है, क्योंकि यह सीमा एक घर के बीचों-बीच से गुजर रही है। इस अंतरराष्ट्रीय सीमा को देखने के लिए लोग दूर-दूरे से आते हैं। इस सीमा को पार कर बड़ी ही आसानी से एक देश से दूसरे देथ में जा सकते हैं और बिना किसी रोक-टोक के घूम सकते हैं।

मेदुरजकजे

केवल 400 हेक्टेयर में फैला मेदुरजकजे एक छोटा सा गांव है। इस गांव में मात्र 270 लोग रहते हैं। यह सर्बिया में है। सर्बिया क्षेत्र में आने के बावजूद यह बोस्निया और हर्जेगोविना के अंतर्गत आता है। जहां सर्बिया इस गांव को सड़क और बिजली जैसी बुनियादी जरूरतें करता है, वहीं बोस्निया और हर्जेगोविना कर वसूलता है। गांव के बच्चे स्कूल में सर्बियाई पाठ्यक्रम का पालन करते हैं। सर्बिया ने बोस्निया और हर्जेगोविना के साथ सीमा को सही करने के लिए कई बार प्रस्ताव रखा है, जबकि सर्बिया का मानना है कि रूहो और मेदुरकजे के बीच एक गलियारा स्थापित करना एक बेहतर सामधान होगा। 

ला क्यूर

जिनेवा के उत्तर में लगभग 30 किलोमीटर स्थित ला क्यूर फ्रांस और स्विटजरलैंड की सीमा पर स्थित एक छोटा सा गांव है। इस गांव का कुछ हिस्सा स्विटजरलैंड में और कुछ हिस्सा फ्रांस में है। इस गांव में स्थित मशहूर होटल आर्बेज दूर-दूर से लोग देखने आते हैं। इसकी खासियत यह कि इसका एक तिहाई भाग फ्रांस की सीमा में आता है। इस होटल के बारे में एक दिलचस्प बात यह है कि यहां जाने वालों से अक्सर यह सवाल पूछा जाता है कि वह किस देश में सोना पसंद करेंगे। इस अनोखे स्टाइल के होटल का हर कमरा दो भागों में बंटा हुआ है।

लालिविया

अंडोरा देश के पूर्व में स्थित लालिविया शहर फ्रांस में है, लेकिन यह स्पेन के अंतर्गत आता है। यह शहर फ्रांस-स्पेन सीमा से सिर्फ आधा मील की दूरी पर है। इसकी जनसंख्या केवल 1500 है। जब 17वीं शताब्दी में स्पेन और फ्रांस के बीच सीमा समझौता हुआ था तो स्पेन को उत्तरी सेर्डन्या के सभी गांवों को फ्रांस को सौंपने के लिए कहा गया था, हालांकि लालिविया को एक शहर का दर्जा प्राप्त था। ऐसे में स्पेन ने भूमि के इस अलग टुकड़े को अपने पास बरकरार रखा।


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